झांसी की बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी कैंपस में बर्खास्त जेई की लाश बंगले के अंदर बेड पर पड़ी मिली। वो घर में अकेले थे। पत्नी बेटे के पास कोटा में थी। पति का मोबाइल स्विच ऑफ होने पर शुक्रवार देर रात पत्नी ने पड़ोसी को घर भेजा तो घटना का पता चला। छोटे भाई का आरोप है कि भाई की हत्या की गई है। मेरे भाई ने 200 करोड़ रुपए का घोटाला उजागर किया था। इसके बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया। अब घोटाले की शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा था। भाई की हत्या साजिश हो सकती है। आज शनिवार सुबह आगरा से परिजन पहुंचे और बॉडी पैतृक गांव ले गए। नवाबाद पुलिस मामले की जांच कर रही है। अब पूरा मामला विस्तार से पढ़िए बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में 2001 से जेई थे मृतक का नाम अम्बरीष गौतम (47) पुत्र डूंगरमल था। वह आगरा के छत्ता थाना क्षेत्र के गंगाजलि कचहरी घाट के रहने वाले थे। छोटे भाई अंकुर गौतम ने बताया- मेरे भाई 2001 में सिविल में जेई भर्ती हुए थे। तब से वह झांसी की बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में तैनात थे। यूनिवर्सिटी में 200 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ था। भाई ने इसकी शिकायत की थी। उन पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा था। घोटाले की जांच में कई अफसर और कर्मचारी दोषी पाए गए। करोड़ों रुपए की रिकवरी के आदेश हुए। इस संबंध में एक जांच SP विजिलेंस झांसी कर रहे हैं। मगर, यूनिवर्सिटी के अधिकारी जांच में सहयोग नहीं कर रहे। 3 साल पहले बर्खास्त हुए थे अम्बरीष मृतक के भाई ने बताया- अम्बरीष को 3 साल पहले तत्कालीन रजिस्ट्रार ने गलत तरीके से बर्खास्त कर दिया था। इसके खिलाफ हाईकोर्ट में केस चल रहा है। यूनिवर्सिटी के पदाधिकारी और कर्मचारी जांच में मांगे गए कागजात छिपा रहे हैं। इससे भाई तनाव में रहते थे। बर्खास्तगी के बाद वो यूनिवर्सिटी परिसर के सरकारी आवास में रह रहे थे। मेरे भाई अम्बरीष और उनकी पत्नी पूनम अपने बेटे यशांक (16) को कोटा छोड़ने गए थे। भाभी पूनम बेटे के पास रुक गई। भाई अपनी कार से वापस लौट आए थे। शुक्रवार सुबह करीब 9:30 बजे बात हुई तो भाई नॉर्मल थे। दोनों फोन स्विच ऑफ हो गए भाई ने बताया- दोपहर बाद अम्बरीष के दोनों फोन स्विच ऑफ जाने लगे। काफी देर तक ट्राई किया, मगर फोन नहीं लगा। शक होने पर भाभी ने शुक्रवार रात करीब 10 बजे फोन कर पड़ोसी को घर पर भेजा। वो अंदर गए तो भाई अम्बरीष बेड पर मृत पड़े थे। सूचना पर कोटा से भाभी और हम लोग आगरा से शनिवार सुबह झांसी पहुंचे। भाभी पूनम ने नवाबाद थाने में तहरीर देकर जांच की मांग की है। मेरे भाई अम्बरीष की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है। उनका पूरा शरीर नीला पड़ चुका था। ये नेचुरल डेथ नहीं है। इसमें साजिश हो सकती है। बड़ा बेटा विदेश और छोटा कोटा में पढ़ रहा
अम्बरीष की मौत के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हैं। उनके दो बेटे हैं। बड़ा बेटा प्रियांश रूस में MBBS की पढ़ाई कर रहा है। जबकि, छोटा बेटा यशांक कोटा में इंजीनियरिंग कर रहा है। अम्बरीष दो भाइयों में बड़े थे। ——————– ये खबर भी पढ़िए- योगी का आदेश गोरखपुर के स्कूल मैनेजमेंट ने नहीं माना: घर लौटकर खूब रोई छात्रा; बोली- प्रिंसिपल ने माता-पिता को बेइज्जत किया सीएम योगी ने गोरखपुर की पंखुड़ी से उसकी स्कूल फीस माफ कराने का वादा किया था, लेकिन छात्रा मायूस हो गई है। स्कूल ने 1650 रुपए फीस माफ करने से मना कर दिया है। प्रिंसिपल ने कहा, अगर फीस माफ कर दी तो आए दिन लोग जनता दरबार में पहुंच जाएंगे। रोज फीस माफी के लिए आने लगेंगे। ‘दैनिक भास्कर’ ने शनिवार को पंखुड़ी से बात की। उसने कहा- मेरी पढ़ाई छूट रही है, इस वजह से परेशान हूं। सीएम के आश्वासन के बाद लगा था कि मैं अब स्कूल जा सकूंगी। लेकिन, फिर से स्कूल जाने का सपना टूट रहा है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट…
अम्बरीष की मौत के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हैं। उनके दो बेटे हैं। बड़ा बेटा प्रियांश रूस में MBBS की पढ़ाई कर रहा है। जबकि, छोटा बेटा यशांक कोटा में इंजीनियरिंग कर रहा है। अम्बरीष दो भाइयों में बड़े थे। ——————– ये खबर भी पढ़िए- योगी का आदेश गोरखपुर के स्कूल मैनेजमेंट ने नहीं माना: घर लौटकर खूब रोई छात्रा; बोली- प्रिंसिपल ने माता-पिता को बेइज्जत किया सीएम योगी ने गोरखपुर की पंखुड़ी से उसकी स्कूल फीस माफ कराने का वादा किया था, लेकिन छात्रा मायूस हो गई है। स्कूल ने 1650 रुपए फीस माफ करने से मना कर दिया है। प्रिंसिपल ने कहा, अगर फीस माफ कर दी तो आए दिन लोग जनता दरबार में पहुंच जाएंगे। रोज फीस माफी के लिए आने लगेंगे। ‘दैनिक भास्कर’ ने शनिवार को पंखुड़ी से बात की। उसने कहा- मेरी पढ़ाई छूट रही है, इस वजह से परेशान हूं। सीएम के आश्वासन के बाद लगा था कि मैं अब स्कूल जा सकूंगी। लेकिन, फिर से स्कूल जाने का सपना टूट रहा है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट…