प्रेमानंद महाराज 40 साल से अपने गांव नहीं लौटे:जिस स्कूल में पढ़े, वो जर्जर; दोस्त बोले- संन्यासियों की सेवा के लिए स्कूल छोड़ देते थे
गांव के बीच में शिव मंदिर, वहां पूजा करती महिलाएं। खेतों में गेहूं की कटाई चल रही है। लोग चबूतरे पर बैठे देश-दुनिया की बात कर रहे हैं। यह सीन है कानपुर के अखरी गांव का। यहां प्रेमानंद का जिक्र होते ही लोग तपाक से कहते हैं- कौन अनिरुद्ध पांडेय? वो तो यही के रहने […]