न्यूड होकर लड़के महिलाओं को खेत में खींच रहे:मेरठ में 25 km दायरे में दहशत, महिलाएं बोलीं- कब तक घरों में कैद रहेंगे

मेरठ में न्यूड लड़कों ने दहशत फैला रखी है। बीते 6 दिन में महिलाओं पर 2 बार हमले हुए हैं। महिलाओं को चोटें भी आईं, मगर उनके साथ कुछ अश्लीलता होने से पहले उन्हें बचा लिया गया। महिलाओं ने जो बयान दिए, वो चौंकाने वाले हैं- हम रास्ते पर जा रहे थे। अचानक 2 लड़के आए। उन्होंने कोई भी कपड़ा नहीं पहना था। पूरी तरह से न्यूड थे। उन्होंने हमें खेतों में खींच लिया। खेतों में काम करने वाले लोगों ने हमें बचाया। जिस भराला और इकलौता गांव में न्यूड लड़कों ने महिलाओं पर हमले किए। वो दिल्ली से उत्तराखंड जाने वाले NH-58 पर सिवाय टोल प्लाजा के पास सिर्फ 2 Km अंदर जाने वाले रास्ते पर पड़ते हैं। मेरठ के इन गांवों में जो कुछ चल रहा है, उसकी दहशत 25 Km के दायरे में फैल चुकी है। महिलाएं अब ग्रुप में ही खेतों की तरफ जा रही हैं। पुलिस पिछले 5 दिन से खेतों के ऊपर ड्रोन उड़ा रही है, खेतों के पास CCTV लगवाएं हैं, ताकि न्यूड शोहदों को पकड़ा जा सके। मगर अब तक कामयाबी नहीं मिली है। पूरे मामले की हकीकत जानने के लिए दैनिक भास्कर टीम 16 Km दूर भराला गांव पहुंची। पढ़िए रिपोर्ट… किसी ने पंचायत चुनाव से जोड़ा, कोई दुश्मनी बता रहा
ये गांव दौराला के भराला-सिवाया रूट पर पड़ता है। खेतों के बीच से होते हुए हम भी गांव के अंदर पहुंचे। पूरे गांव में सिर्फ एक ही चर्चा सुनाई दी। वो भी उन लड़कों की, जो बिना कपड़ों के खेतों के अंदर बैठे रहते हैं। खेतों के करीब से गुजरने वाली महिलाओं को खींच ले जाते हैं। गांव के लोगों से बातचीत करने के बाद पता लगा कि इसके पीछे 2 कारण भी हो सकते हैं। पहला- पंचायत चुनाव होने वाले हैं, कोई गांव में दहशत फैलाकर पॉलिटिकल माइलेज तो नहीं लेना चाहता। दूसरा- आसपास के गांव के लड़के किसी विवाद के चलते अकेले जाती महिलाओं को टारगेट करके खौफ का माहौल बनाना चाहते हों। अब 6 दिन में हुईं 2 घटनाएं पढ़िए- घटना 1: 25 अगस्त इकलौता गांव – साइकिल पर जा रही छात्रा को खींच लिया दोपहर को स्कूल से 3 छात्राएं लौट रही थीं। 2 छात्राएं साइकिल पर थीं और एक पैदल चल रही थी। एक छात्रा साइकिल चला रही थी, दूसरी पीछे बैठी थी। छात्रा ने बताया अचानक खेत से एक लड़का निकला। उसने कपड़े नहीं पहने थे। साइकिल पर पीछे बैठी छात्रा को खींच लिया। छात्रा चीखी, उसकी चीख सुनकर दूसरी छात्राएं भी चिल्लाने लगीं, लेकिन तब तक शोहदा भाग गया। इसके बाद घबराई छात्राएं घर पहुंची। छात्रा ने घर वालों को सारा किस्सा बताया। छात्राएं इतनी घबरा गईं थीं कि किसी ने लड़के का चेहरा नहीं देखा। बस उसको पीछे से ही देख पाईं। घटना 2: 28 अगस्त भराला गांव – जॉब पर जा रही महिला को पकड़ा एक महिला सुबह घर से काम के लिए निकली थी। वह आबूलेन स्थित एक शोरूम पर ड्यूटी करने जा रही थी। महिला का आरोप है कि रास्ते में गन्ने के खेत से अचानक एक युवक बिना कपड़ों के सामने आ गया और उसे खेत में खींचने लगा। महिला चीखने लगी कि बचाओ… बचाओ। खेतों में काम कर रहे मजदूर दौड़कर उस तरफ आ गए। महिला के मुताबिक, वो केवल उस आरोपी का शरीर देख पाईं। उसने कपड़े नहीं पहने थे, वो चेहरा नहीं देख सकीं। अब गांव के लोगों की बात खेत में महिला बोलीं- मजबूरी में घास काटने आए हैं…
हमें सिवाया-भराला के रास्ते में खेतों में काम करते हुई कुछ और महिलाएं दिखीं। वहां मिली एक महिला ने बताया- मैंने एक बिना कपड़े वाले आदमी को देखा है, जो खेतों में घूम रहा था। वो कहीं गन्ने के खेत में ही अंदर जा रहा था। दूसरे दिन एक आदमी कपड़े पहने हुआ था, जो खेतों में जाते दिखा। दो दिन बाद दो से तीन आदमी खेतों में जाते दिखे। महिला ने कहा- मैंने कहीं शिकायत तो नहीं की, क्योंकि पुलिस पहले से मौजूद है। मैं पूरे दो दिन इसी खौफ के कारण घास काटने भी नहीं आई, आज मजबूरी में आना पड़ा है। भराला गांव के पास खेतों में काम कर रही एक महिला कहती हैं- अब लोग घर से खेत में काम करने के लिए अकेले नहीं जाते हैं। मैं भी घास काटने बहुत मजबूरी में आईं हूं। मैंने उस लड़के को कभी देखा तो नहीं है, लेकिन पूरे गांव में दहशत है। गांव में पुलिसवाले भी उसे तलाश रहे हैं, देखो कब तक पकड़ा जाता है। BA स्टूडेंट बोलीं- ये मामला रीयल है…
गांव के अंदर आने पर हमें एक जगह, कुछ लड़कियां बातचीत करती हुई दिखीं। BA फाइनल ईयर की स्टूडेंट गुंजन कहती हैं- मैंने अभी तक ऐसे किसी लड़के को नहीं देखा है। मगर गांव में डर बहुत ज्यादा है। महिलाओं में खौफ है कि कहीं कोई खेत में न खींच ले जाए। हमने पूछा- क्या लगता है, महिलाएं झूठ तो नहीं बोल रही? गुंजन कहती हैं- अलग-अलग जगह की महिलाएं क्यों झूठी कहानी बनाएंगी। कुछ न कुछ तो उनके साथ हुआ ही होगा। मिथलेश ने कहा- मैंने चेहरा नहीं, पीठ-टांगें देखीं
गांव में हमारी मुलाकात मिथलेश से हुई। वह कहती हैं- हमें तो वो आदमी अब तक नहीं मिला। हमने अभी तक उसका चेहरा नहीं देखा। बस उसकी पीठ और टांगें देखी थीं। हमने पुलिस में शिकायत तो नहीं की है, लेकिन हां…परिवार को जरूरत बताया था कि खेतों में घूमते हुए उस आदमी को देखा था। पुलिस यहां लगातार गश्त कर रही है, इसलिए आज हम खेतों पर काम करने आए हैं। सुरक्षा के लिए महिला पुलिस भी घूम रही हैं। जैसे ही पुलिस हटती है, वैसे ही ये बिना कपड़ों वाले लड़के महिलाओं पर हमला कर देते हैं। वो हमेशा अकेली महिला पर हमला करते हैं, दो-चार महिलाओं को साथ देखेंगे, तो हमला नहीं करेंगे। वो लोग एक जगह पर टिकते भी नहीं हैं। पहले इकलौता गांव में थे, फिर भराला में हुआ। अब आगे पता नहीं किस गांव में ऐसा होगा। भराला गांव में रहने वाले रामविलास कहते हैं- गांव की महिलाएं और स्कूली छात्राएं अब खेतों से होकर नहीं जाते हैं। डर तो इतना फैला है कि हमारे गांव में मेहमान भी नहीं आ रहे हैं। हम खुद भी रात में ग्रुप बनाकर ही आते-जाते हैं। मगर उसने अभी तक पुरुषों पर हमला नहीं किया है। दहशत में महिलाएं, लाठी-डंडों से पहरेदारी
गांव के प्रधान राजेंद्र कहते हैं- अब ये पुलिस का काम है कि इन लड़कों को पकड़े, ताकि यहां माहौल थोड़ा सामान्य हो सके। पुलिस वाले तो गांव में लगातार बने हुए हैं। मगर डर बहुत ज्यादा बना हुआ है। ये तब तक रहेगा, जब तक ये लड़के पकड़े नहीं जाते। गांव की महिलाएं खेतों की राह छोड़ चुकी हैं। छात्राओं ने स्कूल आने-जाने के रास्ते बदल लिए हैं। गांव के लोगों का कहना है कि सिर्फ लाठी-डंडों से हम अपनी सुरक्षा कर रहे हैं। पुलिस स्केच तैयार करवा रही
भराला गांव में घटना होने के बाद पुलिस ने FIR लिखी। 5 दिन से पुलिस दोनों गांव में तैनात है। ड्रोन उड़ाकर पुलिस उस बिना कपड़े वाले मनचले की तलाश में जुटी है। सादे कपड़ों में LIU के जवान भी इलाके में टोह ले रहे हैं। गन्ने के खेतों में घुसकर झाड़ियों के बीच महिला पुलिसकर्मी शोहदे की तलाश कर रही हैं। लेकिन आरोपी मिल नहीं रहा। हालांकि, किसी महिला ने न्यूड युवक को देखा नहीं है। मगर फिर भी पुलिस कद काठी के हिसाब से स्केच तैयार करवा रही है। अब पुलिस क्या कर रही है, ये जानिए 4 स्पेशल टीम लगाईं, खेतों में 9 CCTV कैमरे लगवाए
SSP डॉ. विपिन ताडा कहते हैं- थाना दौराला में एक महिला शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस लोगों के साथ ग्रुप बनाकर इन इलाकों में कांबिंग कर रही है। चार स्पेशल टीमें बनाई गईं हैं। गांव और रास्तों पर 9 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। ड्रोन उड़ाकर भी इलाके को चेक किया जा रहा है, लेकिन कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं मिला है। सादे कपड़ों में महिला पुलिसकर्मी भी तैनात की गई हैं। खेतों के आसपास सीसीटीवी लगाए गए हैं, ताकि मनचला आते-जाते कैमरों में कैद हो जाए।
…………… मथुरा के 6 गांव डूबे, 2000 लोगों ने घर छोड़ा, पंचकोसी परिक्रमा रोकनी पड़ी, स्कूल बंद, आज हथिनीकुंड से 3.26 लाख क्यूसिक पानी पहुंचेगा यमुना नदी में उफान से मथुरा में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। नदी की धारा डेंजर पॉइंट से 40 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। 6 गांव की फसलें डूब गई हैं। गुरुवार को यहां 3.26 लाख क्यूसिक पानी और पहुंचने वाला है। मथुरा-वृंदावन में नदी के आसपास के इलाकों में हाई अलर्ट रखा गया है। पानी और बढ़ा तो राधा वल्लभ, कात्यायनी मंदिर और राधा रमण की गलियों तक पानी पहुंच सकता है। पढ़िए पूरी खबर…