पति को जैसे मारा…वैसे पूर्व प्रधान को गोली मारी जाए:पत्नी बोली- बच्चों को 19 दिन से स्कूल नहीं भेजा, कोई कमाने वाला नहीं बचा

मेरी आंखों के सामने पति की हत्या कर दी गई। अभी मुख्य आरोपी पूर्व प्रधान रिंकू यादव समेत 5 आरोपी फरार हैं। उनसे हमारे परिवार और बच्चों की जान को खतरा है। इसलिए बच्चों को 19 दिन से स्कूल नहीं भेज रही हूं। जैसे मेरे पति को मारा गया, उसी तरह पूर्व प्रधान और राहुल को गोली मारी जाए। ये कहना है सुनीता यादव का। जिनके पति अरविंद यादव (38) को भोजला गांव में 8 सितंबर को पूर्व प्रधान और उसके परिवार ने गोलियों से भून डाला था। गुरुवार रात को मुठभेड़ में पुलिस ने पैर में गोली मारकर संजय यादव को पकड़ लिया। उसके दो साथी भी पकड़े गए। अब तक 12 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। 3 के पैर में गोली लगी है। वहीं, पूर्व प्रधान रिंकू यादव, राहुल, अनिल, कैलाश, अमित उर्फ कुल्लू फरार है। परिवार की सुरक्षा के लिए 19 दिन से पीएससी के 10 जवान अरविंद यादव के घर के बाहर तैनात है। थाने की पुलिस भी गश्त कर रही है। अभी भी अरविंद यादव का परिवार डर के साये में है। बाहर नहीं निकल रहा है। भोजला गांव में 2019 में मामूली विवाद में शुरू हुई दुश्मनी 6 साल बाद भी खत्म नहीं हो सकी है। दरअसल, तत्कालीन प्रधान रिंकू यादव एक सीसी रोड बनवा रहे थे। 2019 की घटना को याद करते हुए गांव वाले बताते हैं कि अरविंद के परिवार के एक लड़के ने सड़क सूखने से पहले ही उस पर चलकर खराब कर दिया। इस पर प्रधान समर्थकों ने उसे थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद दोनों परिवारों के बीच भीषण विवाद हुआ। गोली चली। तत्कालीन प्रधान रिंकू यादव के चाचा मुन्ना यादव की गोली लगने से मौत हो गई थी। इस मामले में अरविंद यादव समेत 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। गांव के लोगों के अनुसार, मुन्ना के मर्डर के अगले दिन ही अरविंद के बड़े भाई नरेश यादव लापता हो गए थे। परिजन कहते हैं कि नरेश का मर्डर कर दिया गया था। आज तक हम लोगों को न तो नरेश मिले और न ही उनकी लाश मिली। हम लोगों ने पुलिस से शिकायत भी की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। कुछ समय बाद दतिया के परासरी गांव के जंगल में नरेश का मोबाइल मिला था। 6 साल में नरेश का कोई सुराग नहीं मिला है। 2 भाइयों में नरेश बड़ा और अरविंद छोटा था। जमानत के बाद पत्नी के साथ बाहर निकला था मुन्ना मर्डर केस में अरविंद यादव की 4 साल पहले हाईकोर्ट से जमानत हो गई थी। जमानत पर बाहर आने के बाद वह गांव के बाहर भरारी फॉर्म हाउस के पास रहने लगा था। अरविंद खेती-किसानी के साथ दूध बेचने का काम करता था। अरविंद की पत्नी संगीता ने बताया- 8 सितंबर को मेरे ननदोई का देहांत हो गया था। तो मैं पति अरविंद के साथ झांसी बाजार गई थी। बैंक से पैसे निकालने गए, तो निकले नहीं। इसके बाद हम दोनों पति-पत्नी बुलेट बाइक से घर वापस जा रहे थे। तभी गांव में 4-5 बाइक पर पूर्व प्रधान रिंकू यादव और उसके परिवार के लोग हथियार लिए खड़े थे। उन लोगों ने हमें रोककर ताबड़तोड़ गोलियां चलाना शुरू कर दिया। मैंने उनसे कहा- गोली मत मारो, लाठी-डंडे मार लो। मगर मेरी किसी ने नहीं सुनी और गोलियां चलाते रहे। मैं अपने पति को बचाने गई, तो मुझे भी थप्पड़ मारे और धक्का देकर गिरा दिया। पति को गोली मारकर हमलावर मौके से फरार हो गए। मैं एम्बुलेंस से पति को लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंची, जहां मेरे पति को मृत घोषित कर दिया गया। अरविंद की पत्नी बोली- पूर्व प्रधान और राहुल को गोली मारी जाए 26 सितंबर को तड़के मुठभेड़ में पूर्व प्रधान के करीबी संजय यादव के पैर में गोली लगी। जोकि अरविंद यादव हत्या मामले में आरोपी थी। उसके दो साथी भी पकड़े गए। इसके बाद दैनिक भास्कर की टीम अरविंद यादव के घर पर पहुंची। घर के बाहर पीएससी का कड़ा पहरा है। टीम को देखते ही जवान तुरंत एक्टिव हो गए। घर के अंदर पहुंचे तो पत्नी सुनीता हत्या के 19 दिन बाद भी बदहवास हालत में थी। अभी भी वह अपने सामने हुई पति की हत्या के सदमे से बाहर नहीं आ पाई हैं। परिवार के लोग उन्हें सांत्वना दे रहे हैं। पत्नी सुनीता ने कहा- मैं पुलिस की कार्रवाई से पूरी तरह संतुष्ट हूं। अच्छी कार्रवाई हो रही है। पुलिस की तरफ से कोई कमी नहीं है। अब जो 5 लोग फरार है, वो लोग भी जल्द से जल्द पकड़े जाएं। पुलिस ने कई आरोपियों के पैर में गोली मारी है। अब जो बचे हैं, उनका इससे बुरा हश्र होना चाहिए। जैसे मेरे पति को गोली मारी थी, वैसे ही पूर्व प्रधान रिंकू यादव और राहुल को गोली मारी जाए। उनको जल्द से जल्द पकड़ा जाए। जब तक वो बाहर है, तब तक परिवार को खतरा है। रिंकू और राहुल से खतरा है। हमारे बच्चों को भी खतरा है। डर के मारे बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं। रिंकू और राहुल को पैर में गोली मारी जाए। अब बच्चों का भरण पोषण कैसे होगा दो भाइयों में नरेश बड़ा था और अरविंद छोटा था। अरविंद का मर्डर हो गया और नरेश का 6 साल से कोई सुराग नहीं है। नरेश के दो बच्चे हैं और अरविंद का एक बेटा है। नरेश के लापता होने के बाद अरविंद ही पूरे परिवार का भरण पोषण कर रहा था। नरेश की पत्नी ने कहा- अब कौन बच्चों को पालेगा। घर में अब कोई कमाने वाला नहीं बचा। अब परिवार में मेरी सास, छोटे-छोटे तीन बच्चे, मैं और अरविंद की पत्नी ही हैं। इनका पालन पोषण कौन करेगा? अरविंद के भतीजे रवि यादव का कहना है- चाचा अरविंद यादव का मर्डर करने वाले 5 आरोपी फरार है। वे खूंखार आरोपी हैं। उन पर कई केस दर्ज हैं। इसलिए इनसे परिवार को खतरा है। ये लोग जल्दी पकड़े जाए। हमारी मांग है कि सभी आरोपियों को आजीवन कारावास होना चाहिए। …………………… ये खबर भी पढ़ें… अलीगढ़ में TVS शोरूम मालिक की हत्या;बस पर चढ़ते समय बरसाईं गोलियां, परिजनों का हंगामा, पिता बोले- महामंडलेश्वर ने मरवाया अलीगढ़ में शुक्रवार देर रात टीवीएस शोरूम मालिक की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। बाइक से आए दो बदमाशों ने शोरूम मालिक अभिषेक गुप्ता ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं और मौके से फरार हो गए। वारदात को उस वक्त अंजाम दिया गया, जब वह अपने पिता और चचेरे भाई के साथ गांव जाने के लिए बस पर सवार हो रहे थे। पढ़िए पूरी खबर…