कुचला हुआ हाथ लेकर सड़क पर तड़पता रहा टीचर:लोग मोबाइल से VIDEO बनाते रहे, कन्नौज में बाइक को डंपर ने मारी टक्कर

कन्नौज में एक सरकारी टीचर अपना कुचला हुआ हाथ लेकर सड़क पर तड़पते रहे। वह कराह-कराह कर चिल्लाते रहे कि बहुत दर्द हो रहा। कोई तो मुझे अस्पताल ले चलो। मगर वहां मौजूद राहगीर टीचर की मदद के बजाय उनका वीडियो बनाने में लगे रहे। टीचर घटना के वक्त अपने घर से स्कूल जा रहे थे। तभी डंपर ने उनकी बाइक में पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही वह उछलकर सड़क पर गिरे। डंपर का पहिया उनके हाथ के ऊपर से निकल गया। किसी राहगीर से मिली सूचना पर पहुंची एम्बुलेंस से उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंची। हादसा मंगलवार की सुबह छिबरामऊ में जीटी रोड पर सिकंदरपुर कस्बे के पास हुआ। टीचर की गंभीर हालत को देखते हुए सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें कानपुर के लिए रेफर किया है। नीलेश कुमार यादव छिबरामऊ के प्राथमिक विद्यालय में टीचर हैं। दो तस्वीरें देखिए 7 बजे घर से स्कूल के लिए निकले थे नीलेश
गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के रतनपुर गांव के रहने वाले नीलेश कुमार यादव छिबरामऊ के प्राथमिक विद्यालय कछिया नंदपुर में टीचर हैं। वह सुबह सात बजे अपनी बाइक से स्कूल जा रहे थे, तभी पीछे से आ रहे तेज रफ्तार डंपर ने पीछे से टक्कर मार दी। नीलेश टक्कर लगते ही सड़क पर गिर गए, उनका बायां हाथ डंपर के नीचे आकर कुचल गया। हादसे के बाद मौके पर राहगीरों की भीड़ जमा हो गई। घायल टीचर लोगों से अस्पताल पहुंचाने की गुहार लगाते रहे। लेकिन मदद तो दूर किसी ने उन्हें छुआ तक नहीं। नीलेश कराहते हुए कहते रहे- दद्दू बहुत दर्द हो रहा है, कोई तो गाड़ी में बैठाकर अस्पताल ले चलो। लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की। डंपर छोड़कर भागा ड्राइवर
छिबरामऊ के कोतवाली प्रभारी विष्णुकांत तिवारी ने बताया कि हादसे के 15 मिनट बाद एक राहगीर ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल टीचर को एम्बुलेंस से सरकारी अस्पताल भिजवाया । घटनास्थल से कुछ दूरी पर एक डंपर खड़ा मिला। बताया गया कि उसी से एक्सीडेंट हुआ था। डंपर को कब्जे में लेकर फरार ड्राइवर की तलाश की जा रही है। टीचर के परिजनों को भी हादसे की सूचना दी गई। सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने टीचर की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें कानपुर रेफर किया है। नीलेश के परिजन पहले उन्हें लेकर कानपुर के हैलट अस्पताल पहुंचे। इसके बाद उन्हें अनुराग हॉस्पिटल में भर्ती कराया है। पिता की जगह मिली थी टीचर की नौकरी
नीलेश को पिता रामाधार यादव की जगह आठ साल पहले मृतक आश्रित कोटे से नौकरी मिली थी। उनकी शादी 28 साल पहले औरैया जिले के मक्कापुर्वा गांव से हुई थी। नीलेश के तीन बच्चे हैं। जिसमें सबसे बड़ी बेटी 24 साल की है, जबकि दूसरे नम्बर का बेटा 22 और तीसरे नम्बर की बेटी 18 साल की है। ये सभी लोग कानपुर में नीलेश कुमार के साथ हॉस्पिटल में हैं। —————————— ये खबर भी पढ़ें… बांदा DIOS ने महिला टीचर से कहा- पैसे ले लो…:मंत्री से शिकायत क्यों की? ट्रांसफर के 1.5 लाख मांगने पर VIDEO बनाया बांदा में DIOS पर महिला टीचर से ट्रांसफर कराने के लिए 1.10 लाख रुपए की रिश्वत लेने का आरोप है। मामला सीएम ऑफिस तक पहुंच चुका है। टीचर के पास डील का वीडियो है। इसके अलावा, ट्रांसफर न होने पर DIOS के धमकाने का ऑडियो भी है। महिला टीचर के मुताबिक, पैसे देने के बाद DIOS ने ट्रांसफर लेटर तो दे दिया, लेकिन रिलीविंग लेटर देने में आनाकानी करने लगे। इससे परेशान होकर टीचर ने विभाग के जॉइंट डायरेक्टर और जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद से शिकायत कर दी। पूरी खबर पढ़े