‘मेरे बेटे अकील को करीब 18 साल से साइकोटिक डिसऑर्डर था। वो नशा भी करता था। 2007 में उसकी तबीयत बिगड़नी शुरू हो गई थी। उसकी मौत को लेकर लोग राजनीति कर रहे हैं। वो अक्सर नशे की हालत में हिंसक हो जाता था। एक बार मेरी बहू की जान जाते-जाते बची। तब मैंने खुद बेटे को पुलिस के हवाले किया था।’ ये कहना है यूपी में सहारनपुर के रहने वाले पंजाब के पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा का। दरअसल, मुस्तफा के बेटे अकील (35) की 16 अक्टूबर की देर रात पंचकूला में मौत हुई थी। तब परिवार ने कहा था- दवाओं के ओवरडोज से मौत हुई। कल मुस्तफा और उनकी पत्नी रजिया सुल्ताना पर हरियाणा के पंचकूला में बेटे की हत्या की FIR दर्ज हुई। बेटी और बहू को भी आरोपी बनाया गया। अकील की मौत के बाद उसका 27 अगस्त का वीडियो सामने आया। तब तक सहारनपुर में अकील का अंतिम संस्कार हो चुका था। इसमें अकील ने कहा था कि मुझे पूर्व DGP पिता के अपनी पत्नी से अवैध संबंध होने का पता चल गया। वह पत्नी मेरी थी, लेकिन शादी जैसे डैड से की हो। इसके बाद से परिवार के लोग मेरी हत्या की साजिश रच रहे हैं। कई नए फैक्ट सामने आने के बाद दैनिक भास्कर की टीम पूर्व डीजीपी के पैतृक गांव हरड़ाखेड़ी में पहुंची और उनसे बात की। पढ़िए पूरी बातचीत…
पहले जानिए मामला कैसे दर्ज हुआ? अकील की पहचान वाले शमशुद्दीन ने पंचकूला पुलिस कमिश्नर को शिकायत भेजी थी। जिसमें वीडियो का हवाला देते हुए मामले की जांच की मांग की गई थी। अकील का एक बेटा और एक बेटी है। अकील पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते थे। पंचकूला की DCP सृष्टि गुप्ता ने कहा कि ACP रैंक के अधिकारी की अगुआई वाली SIT गठित की गई है। वही इस मामले की जांच करेगी। सवाल. आपके बेटे अकील ने मरने से पहले 1 वीडियो बनाया, इसके गंभीर आरोप लगाए। क्या कहेंगे? पूर्व डीजीपी- मेरे बेटे को करीब 18 साल से साइकोटिक डिसऑर्डर था। वो नशा भी करता था। 2007 में उसकी तबीयत बिगड़नी शुरू हो गई थी। वो कई बार पुलिस कस्टडी में रहा। इलाज के दौरान भी हिंसक हो जाता था। कुछ बातें हैं, जो मैं बता नहीं सकता हूं। बेटे को अपना परिवार ही बुरा लगने लगा था। वो सेंस-लेस हो गया था। 27 अगस्त, 2025 को मेरे बेटे ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, 2 घंटे बाद डिलीट भी कर दिया, मगर कुछ लोगों ने डाउनलोड कर लिया। अब उसका गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। जिन लोगों ने ये वीडियो पोस्ट की थी, उनके खिलाफ मैंने साइबर थाने में शिकायत दी थी, उन्हें तलब किया जा रहा है। सवाल. वीडियो में बेटे ने कहा– वो मेरी नहीं, मेरे डैडी की पत्नी है, ये आरोप कितना सही है? पूर्व डीजीपी- मेरे बेटे अकील की मौत को लेकर लोग राजनीति कर रहे हैं। वो अक्सर नशे की हालत में हिंसक हो जाता था। एक बार मेरी बहू की जान जाते-जाते बची। तब मैंने खुद बेटे को पुलिस के हवाले किया था। लेकिन दोपहर तक उसकी मां, बहू और बहन रोने लगीं। इसके बाद एक बाप का दिल भी पिघल गया। रात तक शिकायत वापस ले ली। 2010 में दोबारा ऐसी ही हरकत की थी। तब भी वहां की लेडी इंस्पेक्टर बेटे को थाने लेकर गई, लेकिन फिर रात को वापस ले आए। सवाल. आपके खिलाफ आरोप लगाने वाले पड़ोसी कितना सच बोल रहे हैं? पूर्व डीजीपी. जो शमशुद्दीन ये दावा कर रहा है कि मैं उनका रिश्तेदार या पड़ोसी हूं, वो सरासर झूठ बोल रहा है। मेरा घर मलेरकोटला विधानसभा क्षेत्र से भी बाहर है। एक बार वो मेरे पास मदद मांगने आया था, जब उसके ऊपर करोड़ों का बैंक फ्रॉड केस था। उसके अलावा कभी कोई संबंध नहीं रहा। वो मेरे घर में भी नहीं घुसा और न ही घुस सकता है। मलेरकोटला के सिटिंग एमएलए का ये व्यक्ति ढाई साल पीए रहा। तब उसने करप्शन किया। आम आदमी पार्टी ने इसे निकाल दिया। फिर ये किसी और बड़े लीडर की गोद में जाकर बैठ गया। उनका मैं नाम नहीं लेना चाहूंगा, वहीं लोग ये गंदी राजनीति कर रहे हैं। सवाल. बेटे की नशे की लत और अब वो इस दुनिया में नहीं है, खुद को कैसे संभाल रहे हैं? पूर्व डीजीपी. मेरे ऊपर बेटे को खोने के गम का पहाड़ टूटा है। इससे बड़ा कोई गम नहीं होता है। कम उम्र में मेरे मां-बाप गुजर गए, लेकिन बेटे के जाने का दुख सबसे बड़ा है। जब एक ही बेटा हो। पूरे पंजाब की पुलिस जानती है कि मेरा बेटा 2007 से गलत आदतों में पड़ गया था। हिंदुस्तान के बेस्ट स्कूल वेल्म में पढ़ता था। वहीं से गलत आदत लगी थी। 18 साल से हम जूझ रहे हैं। बेटा कभी डी-एडिक्शन सेंटर, कभी बाहर और कभी पुलिस की कस्टडी में होता था। सवाल. जिस दिन बेटे अकील की मौत हुई, क्या हुआ था? पूर्व डीजीपी. हादसे वाले दिन शाम को मैं और मेरी पत्नी खाना खा रहे थे। तभी हमारी बात हो रही थी कि हमें अपने बच्चे को बचाना है, क्योंकि अब ये इंजेक्शन लगाने लगा है। 8.30 बजे मैंने अपनी वाइफ के सामने अपने पीए दरबार सिंह को फोन किया। चीमा के डी-एडिक्शन सेंटर में बात करके बेटे को भर्ती कराने की बात की। ये भी कहा कि डबल फीस देंगे, बेटे को बाहर से खाना जाएगा। 18 साल से उसका डेली रूटीन था कि वो दिनभर सोता था और रात को जागता था। उसको मैंने कई वकीलों के साथ रखा। सभी के पास 3-4 दिन रहता था। उसकी हालत खराब थी। शायद उसे पता था कि वो उस स्टेज पर पहुंच गया है, जहां गड़बड़ होनी ही है। उसने खुद बताया था कि मार्फिन लेता था। 20 दिन पहले की बात है, वो डी-एडिक्शन सेंटर गया और रात को वापस आ गया। वो अक्सर शाम को 7 या 7.30 बजे उठ जाता था। लेकिन उस दिन देर हो गई थी, उसकी मां और बहन दरवाजा खटखटा रही थीं। वो बाहर नहीं आ रहा था। मैं दरवाजे के सामने बैठा था। उसकी मां ने मुझे बताया कि लगता है, ये ज्यादा लेने लगा है। कई दिन से खाना भी नहीं खा रहा है। क्योंकि 5 दिन पहले भी ऐसा कर चुका था। तब हमें नहीं पता था कि ये सब हो जाएगा। मेरी बेटी ने बालकनी के दरवाजे से अंदर गई, तब पता चला कि उसकी मौत हो गई थी। सवाल. क्या बेटे के पोस्टमॉर्टम के वक्त भी कोई विवाद हुआ था? पूर्व डीजीपी. नहीं, विवाद जैसा कुछ नहीं था। मेरा परिवार और भाई पोस्टमॉर्टम के लिए मना कर रहे थे, लेकिन मैंने पोस्टमॉर्टम कराने को कहा। क्योंकि हमारे सियासी दुश्मन हैं, वो मेरे बच्चे की कब्र खुदवा देते। वहां की लोकल पुलिस भी कह रही थी कि कोई शिकायत तो है नहीं। तब मैंने कहा कि आपको पता नहीं है कि इसने 27 अगस्त को एक वीडियो जारी किया था। उस बेस पर मेरे दुश्मन फायदा उठाएंगे। मैंने जिद करके पोस्टमॉर्टम कराया। पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आ गई, फाइनल रिपोर्ट आनी है। ओवर डोज के कारण मौत आई है। जांच अधिकारी को भी मौके पर भेजा, हालांकि वो मना कर रहे थे। सवाल. इस वक्त बेटे की मौत को लेकर आपके ऊपर दबाव होंगे, कैसे हैंडल करेंगे? पूर्व डीजीपी. मेरे अंदर बहुत ताकत है, इन लोगों से लड़ने की। झूठ जब सामने हो तो मैं सारी दुनिया से लड़ सकता हूं। 2022 में मेरे ऊपर इल्जाम लगा था। उस वक्त मैंने अपनी स्टेटमेंट में कहा था कि फितनों (उपद्रवी) को सिर उठाने नहीं दूंगा। जलसे नहीं करने दूंगा। लेकिन दिल्ली के एक पार्टी के स्पोक्समैन ने तोड़-मरोड़ के बयान पेश किया। उन्होंने कहा कि मैं हिंदुओं के जलसे नहीं करने दूंगा। तब भी ट्वीट किया था कि मेरी देशभक्ति पर आप उंगली नहीं उठा सकते हैं। मैं और मेरा परिवार राष्ट्रभक्त है और राष्ट्र के लिए लड़ा हूं। लड़ता रहूंगा। रिपोर्ट फोरेंसिक साइंस में गई। सब साफ हो जाएगा। क्योंकि, मैं सच के साथ हूं। मुझे गम है तो अपने बेटे की मौत का है, मुझे इनका डर नहीं है। सवाल. क्या बेटे के 1 से ज्यादा वीडियो हैं? पूर्व डीजीपी. जिस दिन मेरे बेटे की मौत हुई। उस दिन हमें 3 मिनट का वीडियो मिला था। वो 8 अक्टूबर का है। उस 3 मिनट के वीडियो में वो काफी कुछ कहता है। उसने कहा कि मैंने अपने घरवालों के खिलाफ एक वीडियो बनाई थी। ऐसी-ऐसी बातें कही, जो मैं कह नहीं सकता हूं। उस वीडियो में वो सब कुछ कह गया। वो बरी भी हमें कर गया, मरने से पहले। मैं अपने बच्चे के बारे में बुरा नहीं कहूंगा। सवाल. हरियाणा में FIR होने पर क्या कहेंगे? पूर्व डीजीपी. ये अच्छा है कि हरियाणा में मुकदमा दर्ज हुआ है। मैं सेल्यूट करता हूं हरियाणा पुलिस को। ये होना चाहिए, जिसकी शिकायत आए, उसका मुकदमा लिखा जाना चाहिए। ये अच्छा ही हुआ है, जो हरियाणा में हुआ है। यदि पंजाब में ये सब होता तो सबको लगता मेरे रसूख के कारण कुछ नहीं हो रहा है। क्योंकि हरियाणा और पंजाब में किसकी सरकार है, सबको पता है। अकील की पहचान वाले शमशुद्दीन ने की थी शिकायत
अकील की पहचान वाले शमशुद्दीन ने पंचकूला पुलिस कमिश्नर को शिकायत भेजी थी। जिसमें वीडियो का हवाला देते हुए मामले की जांच की मांग की गई थी। अकील का एक बेटा और एक बेटी है। अकील पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते थे। पंचकूला की DCP सृष्टि गुप्ता ने कहा कि ACP रैंक के अधिकारी की अगुआई वाली SIT गठित की गई है। वही इस मामले की जांच करेगी। पंचकूला पुलिस कमिश्नर को सौंपी शिकायत की 3 अहम बातें जिस वीडियो के हवाले से FIR हुई, उसमें अकील ने क्या कहा था अब पढ़िए पूर्व डीजीपी की 4 अहम बातें… जिस मुस्तफा फैमिली पर FIR हुई, उनके बारे में जानिए… 1985 बैच के IPS, कैप्टन अमरिंदर के करीबी रहे मुस्तफा
मोहम्मद मुस्तफा 1985 बैच के IPS रहे। पंजाब में कांग्रेस सरकार के वक्त मुख्यमंत्री रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबियों में मुस्तफा की गिनती होती थी। हालांकि जब कैप्टन ने मुस्तफा को पंजाब पुलिस का DGP नहीं बनाया तो उनके रिश्ते बिगड़ गए। कैप्टन ने जब दिनकर गुप्ता को DGP बना दिया तो सिनियरिटी का हवाला देकर मुस्तफा सुप्रीम कोर्ट तक गए। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। इसके बाद 2021 में मुस्तफा रिटायर हो गए। कांग्रेस ने साल 2021 में कैप्टन अमरिंदर सिंह को CM की कुर्सी से हटाया तो मुस्तफा कांग्रेस में सक्रिय हो गए। उन्होंने खुलकर कैप्टन के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी। इस दौरान वह नवजोत सिद्धू के सलाहकार भी रहे। अब भी वह कांग्रेस नेता के तौर पर राजनीति कर रहे हैं। कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रहीं पत्नी रजिया सुल्ताना
मुस्तफा की पत्नी रजिया सुल्ताना ने साल 2000 की शुरुआत में राजनीति में एंट्री ली। इसके बाद 2002 और 2007 में लगातार 2 बार मालेरकोटला से कांग्रेस की टिकट पर विधायक रहीं। 2012 में वह चुनाव हार गईं लेकिन 2017 में फिर चुनाव जीतकर कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुआई वाली सरकार में मंत्री रहीं। 2021 में कैप्टन की जगह चरणजीत चन्नी सीएम बन गए। फिर से रजिया को मंत्री बनाया गया। इसी बीच चन्नी से नाराज होकर सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस की प्रधानगी पद से इस्तीफा दे दिया। इसके समर्थन में रजिया ने भी मंत्रीपद से इस्तीफा दे दिया। मगर, बाद में एक कैबिनेट मीटिंग में शामिल होकर उन्होंने इसे वापस ले लिया। 2022 के चुनाव में वह आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार से चुनाव हार गईं। बहू रह चुकीं पंजाब वक्फ बोर्ड का चेयरपर्सन
मुस्तफा की बहू को करीब 4 साल पहले को पंजाब वक्फ बोर्ड का चेयरपर्सन बनाया गया था। ये नियुक्ति काफी सुर्खियों में रही थी। उस वक्त पंजाब वक्फ बोर्ड के चेयरपर्सन का पद एक महीने से खाली थी। उनकी नियुक्ति शनिवार यानी छुट्टी वाले दिन हुई थी। ——————————— ये खबरें भी पढ़ें… पंजाब के पूर्व DGP पर FIR कराने वाला सामने आया:बोला- अकील की वीडियो दबाने की कोशिश हुई पंजाब के पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा और उनकी पत्नी व पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना पर हरियाणा के पंचकूला में बेटे की हत्या की FIR दर्ज हुई है। मुस्तफा-रजिया के साथ उनकी बेटी और पुत्रवधू को भी आरोपी बनाया गया है। मंगलवार को दिन भर से चर्चा में चल रहे इस मामले के शिकायतकर्ता शमसुद्दीन चौधरी भी सामने आ गए। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा में पंजाब के पूर्व DGP के बेटे की मौत:दवा ओवरडोज से तोड़ा दम, हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते थे, दो बच्चों के पिता, मां मंत्री रहीं पंजाब के पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील की पंचकूला में दवा की ओवरडोज लेने के कारण मौत हो गई। ये घटना गुरुवार रात को हुई। पुलिस को दिए गए बयान में परिवार के सदस्यों ने बताया कि 35 वर्षीय अकील ने गुरुवार को किसी दवा का सेवन किया था। परिवार के लोगों को वे बेसुध हालत में मिले। (पूरी खबर पढ़ें) पूर्व DGP के वकील बेटे की दवा ओवरडोज से मौत:परिवार को बेसुध मिले; मां पंजाब में मंत्री रहीं, लाश सहारनपुर लाई गई सहारनपुर के रहने वाले पंजाब के पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील की दवा की पंचकूला में ओवरडोज लेने के कारण मौत हो गई। घटना गुरुवार रात को हुई। पुलिस को दिए गए बयान में परिवार के सदस्यों ने बताया कि 35 साल के अकील ने गुरुवार को किसी दवा का सेवन किया था। परिवार के लोगों को वे बेसुध हालत में मिले। (पूरी खबर पढ़ें)
पहले जानिए मामला कैसे दर्ज हुआ? अकील की पहचान वाले शमशुद्दीन ने पंचकूला पुलिस कमिश्नर को शिकायत भेजी थी। जिसमें वीडियो का हवाला देते हुए मामले की जांच की मांग की गई थी। अकील का एक बेटा और एक बेटी है। अकील पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते थे। पंचकूला की DCP सृष्टि गुप्ता ने कहा कि ACP रैंक के अधिकारी की अगुआई वाली SIT गठित की गई है। वही इस मामले की जांच करेगी। सवाल. आपके बेटे अकील ने मरने से पहले 1 वीडियो बनाया, इसके गंभीर आरोप लगाए। क्या कहेंगे? पूर्व डीजीपी- मेरे बेटे को करीब 18 साल से साइकोटिक डिसऑर्डर था। वो नशा भी करता था। 2007 में उसकी तबीयत बिगड़नी शुरू हो गई थी। वो कई बार पुलिस कस्टडी में रहा। इलाज के दौरान भी हिंसक हो जाता था। कुछ बातें हैं, जो मैं बता नहीं सकता हूं। बेटे को अपना परिवार ही बुरा लगने लगा था। वो सेंस-लेस हो गया था। 27 अगस्त, 2025 को मेरे बेटे ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, 2 घंटे बाद डिलीट भी कर दिया, मगर कुछ लोगों ने डाउनलोड कर लिया। अब उसका गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। जिन लोगों ने ये वीडियो पोस्ट की थी, उनके खिलाफ मैंने साइबर थाने में शिकायत दी थी, उन्हें तलब किया जा रहा है। सवाल. वीडियो में बेटे ने कहा– वो मेरी नहीं, मेरे डैडी की पत्नी है, ये आरोप कितना सही है? पूर्व डीजीपी- मेरे बेटे अकील की मौत को लेकर लोग राजनीति कर रहे हैं। वो अक्सर नशे की हालत में हिंसक हो जाता था। एक बार मेरी बहू की जान जाते-जाते बची। तब मैंने खुद बेटे को पुलिस के हवाले किया था। लेकिन दोपहर तक उसकी मां, बहू और बहन रोने लगीं। इसके बाद एक बाप का दिल भी पिघल गया। रात तक शिकायत वापस ले ली। 2010 में दोबारा ऐसी ही हरकत की थी। तब भी वहां की लेडी इंस्पेक्टर बेटे को थाने लेकर गई, लेकिन फिर रात को वापस ले आए। सवाल. आपके खिलाफ आरोप लगाने वाले पड़ोसी कितना सच बोल रहे हैं? पूर्व डीजीपी. जो शमशुद्दीन ये दावा कर रहा है कि मैं उनका रिश्तेदार या पड़ोसी हूं, वो सरासर झूठ बोल रहा है। मेरा घर मलेरकोटला विधानसभा क्षेत्र से भी बाहर है। एक बार वो मेरे पास मदद मांगने आया था, जब उसके ऊपर करोड़ों का बैंक फ्रॉड केस था। उसके अलावा कभी कोई संबंध नहीं रहा। वो मेरे घर में भी नहीं घुसा और न ही घुस सकता है। मलेरकोटला के सिटिंग एमएलए का ये व्यक्ति ढाई साल पीए रहा। तब उसने करप्शन किया। आम आदमी पार्टी ने इसे निकाल दिया। फिर ये किसी और बड़े लीडर की गोद में जाकर बैठ गया। उनका मैं नाम नहीं लेना चाहूंगा, वहीं लोग ये गंदी राजनीति कर रहे हैं। सवाल. बेटे की नशे की लत और अब वो इस दुनिया में नहीं है, खुद को कैसे संभाल रहे हैं? पूर्व डीजीपी. मेरे ऊपर बेटे को खोने के गम का पहाड़ टूटा है। इससे बड़ा कोई गम नहीं होता है। कम उम्र में मेरे मां-बाप गुजर गए, लेकिन बेटे के जाने का दुख सबसे बड़ा है। जब एक ही बेटा हो। पूरे पंजाब की पुलिस जानती है कि मेरा बेटा 2007 से गलत आदतों में पड़ गया था। हिंदुस्तान के बेस्ट स्कूल वेल्म में पढ़ता था। वहीं से गलत आदत लगी थी। 18 साल से हम जूझ रहे हैं। बेटा कभी डी-एडिक्शन सेंटर, कभी बाहर और कभी पुलिस की कस्टडी में होता था। सवाल. जिस दिन बेटे अकील की मौत हुई, क्या हुआ था? पूर्व डीजीपी. हादसे वाले दिन शाम को मैं और मेरी पत्नी खाना खा रहे थे। तभी हमारी बात हो रही थी कि हमें अपने बच्चे को बचाना है, क्योंकि अब ये इंजेक्शन लगाने लगा है। 8.30 बजे मैंने अपनी वाइफ के सामने अपने पीए दरबार सिंह को फोन किया। चीमा के डी-एडिक्शन सेंटर में बात करके बेटे को भर्ती कराने की बात की। ये भी कहा कि डबल फीस देंगे, बेटे को बाहर से खाना जाएगा। 18 साल से उसका डेली रूटीन था कि वो दिनभर सोता था और रात को जागता था। उसको मैंने कई वकीलों के साथ रखा। सभी के पास 3-4 दिन रहता था। उसकी हालत खराब थी। शायद उसे पता था कि वो उस स्टेज पर पहुंच गया है, जहां गड़बड़ होनी ही है। उसने खुद बताया था कि मार्फिन लेता था। 20 दिन पहले की बात है, वो डी-एडिक्शन सेंटर गया और रात को वापस आ गया। वो अक्सर शाम को 7 या 7.30 बजे उठ जाता था। लेकिन उस दिन देर हो गई थी, उसकी मां और बहन दरवाजा खटखटा रही थीं। वो बाहर नहीं आ रहा था। मैं दरवाजे के सामने बैठा था। उसकी मां ने मुझे बताया कि लगता है, ये ज्यादा लेने लगा है। कई दिन से खाना भी नहीं खा रहा है। क्योंकि 5 दिन पहले भी ऐसा कर चुका था। तब हमें नहीं पता था कि ये सब हो जाएगा। मेरी बेटी ने बालकनी के दरवाजे से अंदर गई, तब पता चला कि उसकी मौत हो गई थी। सवाल. क्या बेटे के पोस्टमॉर्टम के वक्त भी कोई विवाद हुआ था? पूर्व डीजीपी. नहीं, विवाद जैसा कुछ नहीं था। मेरा परिवार और भाई पोस्टमॉर्टम के लिए मना कर रहे थे, लेकिन मैंने पोस्टमॉर्टम कराने को कहा। क्योंकि हमारे सियासी दुश्मन हैं, वो मेरे बच्चे की कब्र खुदवा देते। वहां की लोकल पुलिस भी कह रही थी कि कोई शिकायत तो है नहीं। तब मैंने कहा कि आपको पता नहीं है कि इसने 27 अगस्त को एक वीडियो जारी किया था। उस बेस पर मेरे दुश्मन फायदा उठाएंगे। मैंने जिद करके पोस्टमॉर्टम कराया। पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आ गई, फाइनल रिपोर्ट आनी है। ओवर डोज के कारण मौत आई है। जांच अधिकारी को भी मौके पर भेजा, हालांकि वो मना कर रहे थे। सवाल. इस वक्त बेटे की मौत को लेकर आपके ऊपर दबाव होंगे, कैसे हैंडल करेंगे? पूर्व डीजीपी. मेरे अंदर बहुत ताकत है, इन लोगों से लड़ने की। झूठ जब सामने हो तो मैं सारी दुनिया से लड़ सकता हूं। 2022 में मेरे ऊपर इल्जाम लगा था। उस वक्त मैंने अपनी स्टेटमेंट में कहा था कि फितनों (उपद्रवी) को सिर उठाने नहीं दूंगा। जलसे नहीं करने दूंगा। लेकिन दिल्ली के एक पार्टी के स्पोक्समैन ने तोड़-मरोड़ के बयान पेश किया। उन्होंने कहा कि मैं हिंदुओं के जलसे नहीं करने दूंगा। तब भी ट्वीट किया था कि मेरी देशभक्ति पर आप उंगली नहीं उठा सकते हैं। मैं और मेरा परिवार राष्ट्रभक्त है और राष्ट्र के लिए लड़ा हूं। लड़ता रहूंगा। रिपोर्ट फोरेंसिक साइंस में गई। सब साफ हो जाएगा। क्योंकि, मैं सच के साथ हूं। मुझे गम है तो अपने बेटे की मौत का है, मुझे इनका डर नहीं है। सवाल. क्या बेटे के 1 से ज्यादा वीडियो हैं? पूर्व डीजीपी. जिस दिन मेरे बेटे की मौत हुई। उस दिन हमें 3 मिनट का वीडियो मिला था। वो 8 अक्टूबर का है। उस 3 मिनट के वीडियो में वो काफी कुछ कहता है। उसने कहा कि मैंने अपने घरवालों के खिलाफ एक वीडियो बनाई थी। ऐसी-ऐसी बातें कही, जो मैं कह नहीं सकता हूं। उस वीडियो में वो सब कुछ कह गया। वो बरी भी हमें कर गया, मरने से पहले। मैं अपने बच्चे के बारे में बुरा नहीं कहूंगा। सवाल. हरियाणा में FIR होने पर क्या कहेंगे? पूर्व डीजीपी. ये अच्छा है कि हरियाणा में मुकदमा दर्ज हुआ है। मैं सेल्यूट करता हूं हरियाणा पुलिस को। ये होना चाहिए, जिसकी शिकायत आए, उसका मुकदमा लिखा जाना चाहिए। ये अच्छा ही हुआ है, जो हरियाणा में हुआ है। यदि पंजाब में ये सब होता तो सबको लगता मेरे रसूख के कारण कुछ नहीं हो रहा है। क्योंकि हरियाणा और पंजाब में किसकी सरकार है, सबको पता है। अकील की पहचान वाले शमशुद्दीन ने की थी शिकायत
अकील की पहचान वाले शमशुद्दीन ने पंचकूला पुलिस कमिश्नर को शिकायत भेजी थी। जिसमें वीडियो का हवाला देते हुए मामले की जांच की मांग की गई थी। अकील का एक बेटा और एक बेटी है। अकील पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते थे। पंचकूला की DCP सृष्टि गुप्ता ने कहा कि ACP रैंक के अधिकारी की अगुआई वाली SIT गठित की गई है। वही इस मामले की जांच करेगी। पंचकूला पुलिस कमिश्नर को सौंपी शिकायत की 3 अहम बातें जिस वीडियो के हवाले से FIR हुई, उसमें अकील ने क्या कहा था अब पढ़िए पूर्व डीजीपी की 4 अहम बातें… जिस मुस्तफा फैमिली पर FIR हुई, उनके बारे में जानिए… 1985 बैच के IPS, कैप्टन अमरिंदर के करीबी रहे मुस्तफा
मोहम्मद मुस्तफा 1985 बैच के IPS रहे। पंजाब में कांग्रेस सरकार के वक्त मुख्यमंत्री रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबियों में मुस्तफा की गिनती होती थी। हालांकि जब कैप्टन ने मुस्तफा को पंजाब पुलिस का DGP नहीं बनाया तो उनके रिश्ते बिगड़ गए। कैप्टन ने जब दिनकर गुप्ता को DGP बना दिया तो सिनियरिटी का हवाला देकर मुस्तफा सुप्रीम कोर्ट तक गए। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। इसके बाद 2021 में मुस्तफा रिटायर हो गए। कांग्रेस ने साल 2021 में कैप्टन अमरिंदर सिंह को CM की कुर्सी से हटाया तो मुस्तफा कांग्रेस में सक्रिय हो गए। उन्होंने खुलकर कैप्टन के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी। इस दौरान वह नवजोत सिद्धू के सलाहकार भी रहे। अब भी वह कांग्रेस नेता के तौर पर राजनीति कर रहे हैं। कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रहीं पत्नी रजिया सुल्ताना
मुस्तफा की पत्नी रजिया सुल्ताना ने साल 2000 की शुरुआत में राजनीति में एंट्री ली। इसके बाद 2002 और 2007 में लगातार 2 बार मालेरकोटला से कांग्रेस की टिकट पर विधायक रहीं। 2012 में वह चुनाव हार गईं लेकिन 2017 में फिर चुनाव जीतकर कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुआई वाली सरकार में मंत्री रहीं। 2021 में कैप्टन की जगह चरणजीत चन्नी सीएम बन गए। फिर से रजिया को मंत्री बनाया गया। इसी बीच चन्नी से नाराज होकर सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस की प्रधानगी पद से इस्तीफा दे दिया। इसके समर्थन में रजिया ने भी मंत्रीपद से इस्तीफा दे दिया। मगर, बाद में एक कैबिनेट मीटिंग में शामिल होकर उन्होंने इसे वापस ले लिया। 2022 के चुनाव में वह आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार से चुनाव हार गईं। बहू रह चुकीं पंजाब वक्फ बोर्ड का चेयरपर्सन
मुस्तफा की बहू को करीब 4 साल पहले को पंजाब वक्फ बोर्ड का चेयरपर्सन बनाया गया था। ये नियुक्ति काफी सुर्खियों में रही थी। उस वक्त पंजाब वक्फ बोर्ड के चेयरपर्सन का पद एक महीने से खाली थी। उनकी नियुक्ति शनिवार यानी छुट्टी वाले दिन हुई थी। ——————————— ये खबरें भी पढ़ें… पंजाब के पूर्व DGP पर FIR कराने वाला सामने आया:बोला- अकील की वीडियो दबाने की कोशिश हुई पंजाब के पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा और उनकी पत्नी व पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना पर हरियाणा के पंचकूला में बेटे की हत्या की FIR दर्ज हुई है। मुस्तफा-रजिया के साथ उनकी बेटी और पुत्रवधू को भी आरोपी बनाया गया है। मंगलवार को दिन भर से चर्चा में चल रहे इस मामले के शिकायतकर्ता शमसुद्दीन चौधरी भी सामने आ गए। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा में पंजाब के पूर्व DGP के बेटे की मौत:दवा ओवरडोज से तोड़ा दम, हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते थे, दो बच्चों के पिता, मां मंत्री रहीं पंजाब के पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील की पंचकूला में दवा की ओवरडोज लेने के कारण मौत हो गई। ये घटना गुरुवार रात को हुई। पुलिस को दिए गए बयान में परिवार के सदस्यों ने बताया कि 35 वर्षीय अकील ने गुरुवार को किसी दवा का सेवन किया था। परिवार के लोगों को वे बेसुध हालत में मिले। (पूरी खबर पढ़ें) पूर्व DGP के वकील बेटे की दवा ओवरडोज से मौत:परिवार को बेसुध मिले; मां पंजाब में मंत्री रहीं, लाश सहारनपुर लाई गई सहारनपुर के रहने वाले पंजाब के पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील की दवा की पंचकूला में ओवरडोज लेने के कारण मौत हो गई। घटना गुरुवार रात को हुई। पुलिस को दिए गए बयान में परिवार के सदस्यों ने बताया कि 35 साल के अकील ने गुरुवार को किसी दवा का सेवन किया था। परिवार के लोगों को वे बेसुध हालत में मिले। (पूरी खबर पढ़ें)