‘अतीक के गुर्गों ने मेरे भाई को मार डाला’:वो हिंदुओं के मकान हड़पते हैं; प्रयागराज में मारे गए रावेंद्र के भाई का दर्द

‘जिन लोगों ने मेरे भाई रावेंद्र की हत्या की है, वो सभी माफिया अतीक के गुर्गे हैं। गोकश और माफिया हैं। आरोपी मेरे गांव के हिंदुओं को पैसे देते हैं, फिर ब्याज वसूलते हैं। जो लोग पैसा देने में देरी करते हैं, उनकी जमीन-मकान हड़प लेते हैं। उन्हें मारते पीटते हैं। उनका शोषण करते हैं। मैं इसका विरोध करता था। इसी वजह से उन लोगों ने मेरे भाई की हत्या कर दी। पहले मेरे भाई को पेट्रोल पंप पर पटक-पटककर मारा। ये प्लांड मर्डर है। हत्या करने वालों का एनकाउंटर होना चाहिए।’ यह कहना है, प्रयागराज में रोडवेज बस ड्राइवर रावेंद्र के भाई राजन उर्फ वीरेंद्र का। उन्होंने कहा कि मैं पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट हूं। हमारी भाभी को भाई की जगह पर नौकरी मिले। मुझे जान का खतरा है। शस्त्र का लाइसेंस दिया जाए। दरअसल, 21 अक्टूबर की सुबह रोडवेज चालक रावेंद्र की ईंटों से हमला कर हत्या कर दी गई थी। पूरी घटना CCTV में कैद हो गई। इससे आरोपियों की पहचान हुई। मामले में 7 नामजद और 6-7 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज हुआ। पोस्टमॉर्टम से साफ हुआ कि सिर के पीछे ईंट लगने से रावेंद्र को ब्रेन हेमरेज हुआ था। इससे उनकी मौत हो गई थी। वहीं, लापरवाही पर धूमनगंज इंस्पेक्टर अमरनाथ राय और चौकी प्रभारी ट्रांसपोर्ट नगर राजेश चौबे को सस्पेंड कर दिया गया। पुलिस ने 7 नामजद आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया है। दैनिक भास्कर की टीम रावेंद्र के घर पहुंची। वहां उनके परिजनों से बात की। घटना के पीछे वजह जानी, पुलिस कार्रवाई से वह कितने संतुष्ट हैं? वो क्या चाहते हैं? इन सवालों पर बात की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… गांववाले बोले- आरोपी पहले पैसे देते फिर हिंदुओं की जमीन कब्जा लेते
कानपुर रोड चुंगी पर सड़क से करीब 1 किलोमीटर दूर मुंडेरा गांव है। यहीं पर रावेंद्र का घर है। उनके घर बाहर करीब 10 पुलिसवाले और पीएसी के दरोगा-सिपाही तैनात हैं। हमारी टीम रावेंद्र के घर के अंदर जाने के लिए आगे बढ़ी, तो पुलिसकर्मियों ने रोका। परिचय देने के बाद अंदर जाने दिया। रावेंद्र के घर रिश्तेदारों के अलावा गांव के लोग थे, जो पीड़ित परिवार को ढांढस बंधा रहे थे। टीम ने गांव के लोगों से बात करने का प्रयास किया, तो कई लोगों ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। नाम नहीं छापने पर एक व्यक्ति ने बताया कि रावेंद्र की हत्या करने वाले शातिर बदमाश हैं। वो लोग आसपास के इलाके में लोगों की जमीन हड़पने के लिए ब्याज पर रुपए देते हैं। फिर जमीन पर कब्जा कर लेते हैं। एक आरोपी इमरान, जो नीम सराय कॉलोनी में एक मकान में किराए पर रहता था, उसने उसी मकान पर कब्जा लिया। मकान मालिक को धमकी देकर अपने मकान नाम करवा लिया। आरोपियों ने मुंडेरा, नीमसराय, पोंगहट और विष्णापुरी कॉलोनी में कई हिंदुओं की जमीन कब्जा रखी हैं। पेट्रोल पंप पर बेरिकेडिंग, पुलिस के जवान तैनात
रावेंद्र के घर से क्राइम स्पाट की दूरी एक किलोमीटर है। क्राइम स्पाट कानपुर रोड का एक पेट्रोल पंप है, जो तीन दिन बाद भी बंद है। पेट्रोल पंप के अंदर और बाहर पुलिस व पीएसी के जवानों का पहरा है। पेट्रोल पंप पर रस्सी से बैरिकेड किया गया है। हमने पेट्रोल पंप के मालिक और काम करने वालों से बात करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने रोक दिया। यहीं से हमें वारदात का एक और सीसीटीवी मिला, जो हत्या करने के ठीक पहले का बताया जा रहा है। इस वीडियो में बदमाश नूरैन और अली रोडवेज बस चालक रावेंद्र के साथ मारपीट करते नजर आ रहे हैं। आरोपियों ने पीट-पीटकर रावेंद्र की शर्ट फाड़ दी थी। भाई बोला- आरोपी गोकश और माफिया हैं, प्लान कर मर्डर किया
भाई राजन ने बताया- रावेंद्र हमसे छोटा भाई था। वह बाइक में पेट्रोल भराने गया था। तभी वहां नूरैन के बेटों अली, कमरान और फैज ने भाई को पकड़ लिया। पेट्रोल पंप पर दौड़ाकर पीटा। फिर उसे जमीन पर पटक-पटक कर मारा। उनके कपड़े फाड़ दिए। इसके बाद जब मेरा भाई बाइक से जाने लगा तो उन लोगों ने दौड़ाकर उसे घेरने का प्रयास किया। भाई ने बचने की कोशिश की, तो उसकी हत्या कर दी। राजन ने बताया कि सभी हमलावर मरियाडीह गांव के रहने वाले हैं। ये गांव माफिया अतीक का गढ़ था। इरफान, नूरैन और हसनैन उसके गुर्गे थे। ये तीनों गोकशी करते हैं। माफिया इरफान ने मकान पर कब्जा किया
राजन ने बताया- इरफान माफिया है, जो लोगों को ब्याज पर पैसा देता है। इसके बाद ब्याज वसूलता है। जो रकम नहीं दे पाता, उसका मकान और जमीन कब्जा लेता है। विरोध पर मारपीट करता है। उसने मेरे गांव के कई लोगों को परेशान कर रखा है। जिस मकान में वह रहता है, वह भी उसने कब्जा किया हुआ है। बाद में उसे खरीद लिया। ये लोग जानबूझकर हिंदुओं को ही ब्याज पर पैसे देते हैं और उनकी जमीन पर कब्जा करते हैं। मैं इसका विरोध करता था। पिता बोले- जब तक आरोपी मारे नहीं जाएंगे, संतोष नहीं मिलेगा
पिता केशव लाल ने बताया- रावेंद्र मेरा दूसरे नंबर का बेटा था। वह प्रयागराज-मिर्जापुर-बनारस रूट पर बस चलाता था। परिवार की जिम्मेदारी उसी पर थी। अब कौन देखेगा, सबको अनाथ करके चला गया। दिवाली की शाम घर आया था। पैर छूकर आशीर्वाद लिया, फिर अपने बच्चों के पास गया और दिवाली मनाई। अगले दिन सुबह घर से निकलते समय 2 मिनट मेरे पास बैठा। मुझसे कहा कि पापा बस चला-चलाकर थक गया हूं, आज ड्यूटी पर जाने का मन नहीं। मैंने कहा कि बेटा जैसा तेरा मन करे। मुझे क्या मालूम था कि वह हमेशा के लिए छोड़कर चला जाएगा। जैसे मेरे बेटे को आरोपियों ने मार दिया, वैसे ही उनको भी मारा जाए। हम संतोष कर लेंगे। अब पुलिस के एक्शन के बारे में पढ़िए- 2 दरोगा सस्पेंड, 7 आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम
घटना वाले दिन पुलिस ने गांव में दबिश दी। पूरा गांव घेर लिया गया। 4 आईपीएस, 4 सीओ और 8 थानों की फोर्स ने दबिश दी। 2 घंटे तक यहां सर्च अभियान चलाया गया। आरोपियों के घर की तलाशी ली गई, लेकिन वो नहीं मिले। इसके बाद भाई राजन की शिकायत पर पुलिस ने हसनैन, नूरैन, अली, हुसैन, कामरान, इरफान, कैफ पर नामजद केस दर्ज किया। इसके अलावा 7 लोग अज्ञात हैं। आरोपियों की अरेस्टिंग के लिए DCP और ADCP के नेतृत्व में कुल 7 टीमें लगाई गई हैं। 3 ACP भी इस केस में लगे हैं। वहीं, लापरवाही मिलने पर पुलिस कमिश्नर जोगेंद्र कुमार ने 22 अक्टूबर को चौकी प्रभारी ट्रांसपोर्ट नगर राजेश चौबे को सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद 23 अक्टूबर को धूमनगंज इंस्पेक्टर अमरनाथ राय को सस्पेंड किया। पुलिस ने 7 नामजद आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया है। जानिए 21 अक्टूबर की दोपहर 1 बजे क्या हुआ… हत्या के बाद 3 घंटे हाईवे जाम, PAC बुलानी पड़ी
प्रयागराज में 21 अक्टूबर की दोपहर एक रोडवेज बस ड्राइवर की हत्या कर दी गई। 7 हमलावरों ने उस पर ईंट-पत्थर बरसाए। एक ईंट उसके सिर पर आकर लगी। इससे वह औंधे मुंह गिर पड़ा और फिर नहीं उठा। लोगों के शोर मचाने पर हमलावर मौके से भाग निकले। मर्डर के बाद परिजन और करीब 1 हजार ग्रामीणों ने 3 घंटे तक प्रयागराज-कानपुर हाईवे को जाम रखा। लाश हाईवे पर रख दी। सड़क किनारे खड़े वाहनों में तोड़फोड़ की। भारत सरकार लिखी एक कार पर गुस्साए लोगों ने पथराव कर दिया। इससे हाईवे पर करीब 3Km लंबा जाम लग गया। जाम खुलवाने के लिए मौके पर PAC बुलानी पड़ी। लोग नारेबाजी करते हुए हाईवे पर डटे रहे। उनका कहना था कि डीएम, एसएसपी मौके पर आएं। जिन लोगों ने हत्या की, उनकी अरेस्टिंग होनी चाहिए। इसके बाद हम लाश को लेकर जाने देंगे। इस हत्या के बाद धूमनगंज इलाके में तनाव का माहौल हो गया। बाजार की दुकानों के शटर गिरा दिए गए। हंगामे के 3 घंटे बाद पुलिस ने परिवारवालों की 3 मांगों को माना। पहली- जिन लोगों ने रावेंद्र की हत्या की, उन्हें अरेस्ट करके जेल भेजा जाए। दूसरी- सुरक्षा के लिए परिवार के लोगों को शस्त्र लाइसेंस दिया जाए। तीसरी- हत्या के बाद परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए। इसके बाद परिजनों ने रावेंद्र की बॉडी को पुलिस के हवाले किया था। पुलिस कमिश्नर बोले- आरोपियों पर गैंगस्टर लगाकर संपत्ति कुर्क करेंगे
इस पूरे मामले पर पुलिस कमिश्नर जोगेंद्र कुमार कहते हैं- CCTV के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई है। इसलिए मरियाडीह गांव में दबिश दी गई। जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। इन पर गैंगस्टर लगाकर उनकी संपत्ति भी कुर्क की जाएगी। ————————- ये खबर भी पढ़िए- प्रयागराज में सिर पर ईंट मारी, ब्रेन हेमरेज से मौत, डेढ़ महीने पहले भाई ने पुलिस से कहा था- अतीक के इलाके के बदमाशों से खतरा प्रयागराज में रोडवेज ड्राइवर रावेंद्र का मर्डर विवाद के बाद अचानक हुआ या साजिशन किया गया, पुलिस को कुछ अहम क्लू मिले हैं। CCTV फुटेज देखने से ऐसा लग रहा था कि विवाद के बाद अचानक हत्या कर दी गई। मगर 2 अहम फैक्ट ऐसे सामने आए हैं, जो साजिशन मर्डर की तरफ इशारा करते हैं। पहला- टीपीनगर चौकी पर डेढ़ महीने पहले रावेंद्र के भाई ने एक शिकायत दी थी। उसमें हत्यारोपियों के खिलाफ शिकायत की गई थी। मतलब, हत्यारोपियों से विवाद पुराना चला आ रहा था। पढ़ें पूरी खबर