प्रयागराज में सिर पर ईंट मारी, ब्रेन हेमरेज से मौत:डेढ़ महीने पहले भाई ने पुलिस से कहा था- अतीक के इलाके के बदमाशों से खतरा

प्रयागराज में रोडवेज ड्राइवर रावेंद्र का मर्डर विवाद के बाद अचानक हुआ या साजिशन किया गया, पुलिस को कुछ अहम क्लू मिले हैं। CCTV फुटेज देखने से ऐसा लग रहा था कि विवाद के बाद अचानक हत्या कर दी गई। मगर 2 अहम फैक्ट ऐसे सामने आए हैं, जो साजिशन मर्डर की तरफ इशारा करते हैं। पहला- टीपीनगर चौकी पर डेढ़ महीने पहले रावेंद्र के भाई ने एक शिकायत दी थी। उसमें हत्यारोपियों के खिलाफ शिकायत की गई थी। मतलब, हत्यारोपियों से विवाद पुराना चला आ रहा था। दूसरा- मर्डर करने वाले रावेंद्र के घर से 10Km दूर मरियाडीह में रहते हैं। ये माफिया अतीक अहमद का इलाका है। सभी 7 आरोपी खास गद्दी बिरादरी से आते हैं। आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। रावेंद्र के परिजनों ने पुलिस को बयान दिया… 21 अक्टूबर की सुबह रावेंद्र गाड़ी लेकर पेट्रोल भरवाने के लिए गए थे। वह जब नहीं लौटे, तो कई बार उन्हें फोन किया गया। फिर हमें पंप के पास विवाद और उन्हें मार दिए जाने की सूचना दी गई। CCTV से आरोपियों की पहचान हो सकी। हत्या के 24 घंटे बाद 4 IPS, 4 CO ने 8 थानों की फोर्स के साथ मरियाडीह इलाके में सातों आरोपियों के घर पर दबिश दी। घरों में सिर्फ उनके परिवार के लोग मिले, आरोपी भागे हुए थे। पोस्टमॉर्टम से साफ हुआ कि सिर के पीछे ईट लगने से रावेंद्र को ब्रेन हेमरेज हुआ था, इससे उनकी मौत हो गई। हत्या की हकीकत को समझने के लिए दैनिक भास्कर टीम रावेंद्र के घर पहुंची। पढ़िए रिपोर्ट… गांव का माहौल बहन बोली- रावेंद्र तुम, भाईदूज से 2 दिन पहले चले गए
रावेंद्र कुमार उर्फ मुन्नू (40) धूमनगंज इलाके के गांव नीमसराय में रहते थे। वो रोडवेज में संविदा पर ड्राइवर थे। उनका घर बहुत सामान्य था। वहां पहुंचकर समझ आया कि रावेंद्र का परिवार मध्यमवर्गीय है। घर के कंपाउंड में उनके परिवार की महिलाएं रो रही थीं। रिश्तेदारों ने बताया कि रावेंद्र के परिवार में उनकी पत्नी निशा देवी और 2 बच्चे हैं। बड़ी बेटी रिया (15) और छोटा बेटा सोनू (8) का है। रावेंद्र 6 भाई-बहन में दूसरे नंबर पर थे। इस हत्या के बाद परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल था। पड़ोसी और रिश्तेदारों के परिवार की महिलाएं उन्हें संभाल रही थीं। बुधवार को उनकी बहनें सावित्री, गुड़िया और सरिता फूट-फूटकर रो रही थीं। बिलखते हुए वह यही कहती रहीं- भैया दूज से सिर्फ 2 दिन पहले हत्यारों ने मेरा भाई छीन लिया। काश…मैं उनका टीका कर पातीं, भगवान से उनकी लंबी उम्र की कामना कर पातीं। रावेंद्र की तीनों बहनों की शादी हो चुकी है। यहां हमने परिजनों से बातचीत का प्रयास किया, मगर रिश्तेदारों ने मना कर दिया। चूंकि घर के पुरुष सदस्य पोस्टमॉर्टम हाउस गए हुए थे। इसलिए हमारी टीम भी वहां पहुंची। भाई बोले- हंगामा नहीं चाहते, आरोपियों के घर पर बुलडोजर चले
पोस्टमॉर्टम हाउस पर हमारी मुलाकात रावेंद्र के भाई राजन से हुई। यहां कुछ रिश्तेदार भी मौजूद थे। राजन कहते हैं- हम हंगामा नहीं करना चाहते थे। मगर हमारे भाई को कैसे मारा, ये पूरी दुनिया ने देखा। जिन 7 लोगों ने उन्हें मारा है, उनके घरों पर बुलडोजर चलना चाहिए। यूपी की पुलिस तो एनकाउंटर के लिए जानी जाती है, तो मेरे भाई के हत्यारों का एनकाउंटर करना चाहिए। मुझे योगी सरकार पर पूरा भरोसा है। हमारे भाई रोडवेज में संविदा पर काम करते थे। उनके 2 छोटे बच्चे हैं। हम चाहते हैं कि उनकी जगह पर भाभी को जॉब दी जाए। चूंकि जिन लोगों ने भाई को मारा है, वो मरियाडीह के रहने वाले हैं, इसलिए हमें शस्त्र लाइसेंस दिए जाएं, ताकि हम अपनी सुरक्षा कर सके। रिश्तेदार बोले- पुलिस लेट पहुंची, बचाने की कोशिश नहीं की
रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि वारदात होने के बाद पुलिस काफी देर तक मौके पर ही नहीं पहुंची। पहले प्राइवेट हॉस्पिटल फिर SRN हॉस्पिटल ले जाया गया, जब कहीं सुनवाई नहीं हुई, तब परिवार के लोग 10 km दूर मुंडेरा चुंगी पर लाश लेकर पहुंचे थे। प्रयागराज-कानपुर हाईवे को जाम कर दिया। 3 घंटे तक लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बनी रही। अब जानिए कि FIR में क्या लिखा गया… आरोपियों ने जातिसूचक शब्द बोले, सिर पर पत्थर मारे
प्रयागराज के नीम सराय में रहने वाले नरेन्द्र कुमार उर्फ राजन पासी लिखते हैं- 21 अक्टूबर को 1.15 बजे मेरा भाई रावेंद्र कुमार अपने घर से मुंडेरा चुंगी पर पेट्रोल भरवाने के लिए गए थे। वहीं पर पहले से ही घात लगाए हसनैन, नूरैन, अली, हुसैन, कामरान, इरफान, कैफ ने मेरे भाई को गाली देते हुए जाति सूचक शब्द बोले। मेरे भाई के सिर पर पत्थर मारे। बोला- मार डालो, तब सभी ने ईंट मारकर उसको जान से मार डाला। इससे पहले भी मैंने पुलिस को जानकारी दी थी। कभी भी हमारे साथ घटना घट सकती है, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। चौकी इंचार्ज सस्पेंड, विभागीय जांच हो रही इस मामले में शुरुआती जांच के बाद टीपीनगर चौकी प्रभारी राजेश कुमार चौबे को सस्पेंड कर दिया गया है। अफसरों ने कहा- जब पीड़ित के परिवार की तरफ से पहले ही बताया गया कि आरोपियों से खतरा है। वो लोग दबंग हैं, तो शिकायत के बावजूद कार्रवाई क्यों नहीं की गई? इससे ऐसा लगता है कि चौकी इंचार्ज ने अपनी जिम्मेदारी को सही तरीके से नहीं निभाया है। अतीक के गढ़ मरियाडीह के है आरोपी
आरोपी मरियाडीह गांव के रहने वाले हैं, जो कभी अतीक अहमद का गढ़ हुआ करता था। यह पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र में आता है, जो पहले कौशाम्बी जिले में आता था। रावेंद्र के परिजनों का आरोप है कि आरोपी गद्दी बिरादरी के हैं। बता दें कि इस बिरादरी के बहुत से लोग अतीक के आईएस–227 गैंग के सदस्य थे और उसके बेहद करीबी भी रहे। 2012 में इसी गांव में जुए की दबिश पर पहुंची फोर्स पर हमला कर दिया गया था। पुलिसकर्मियों काे दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया था। SP सिटी के गनर की कारबाइन छीन ली गई थी। बम्हरौली पुलिस चौकी भी फूंक दी गई थी। 2 घंटे का सर्च ऑपरेशन, कोई नहीं मिला
मर्डर केस 2 समुदाय के बीच का है। मरने वाला रावेंद्र हैं, जबकि मारने वाले मुस्लिम धर्म से आते हैं। साथ ही उनका मरियाडीह से कनेक्शन है। इसके बाद बुधवार को पुलिस ने गांव में दबिश दी। पूरा गांव घेर लिया गया। 4 आईपीएस, 4 सीओ और 8 थानों की फोर्स ने दबिश दी। 2 घंटे तक यहां सर्च अभियान चलाया गया। आरोपियों के घर की तलाशी ली गई। परिवार से सवाल पूछे गए। मगर कोई सुराग नहीं मिला। इस ऑपरेशन को खुद पुलिस कमिश्नर जोगेंद्र कुमार ने लीड किया। साथ में एडिशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर डॉ. अजयपाल शर्मा, डीसीपी मनीष शांडिल्य, एडीसीपी पुष्कर वर्मा मौजूद रहे। जानिए 21 अक्टूबर की दोपहर 1 बजे क्या हुआ… हत्या के बाद 3 घंटे हाईवे जाम, PAC बुलानी पड़ी
प्रयागराज में मंगलवार की दोपहर एक रोडवेज ड्राइवर की हत्या कर दी गई। 7 हमलावरों ने ड्राइवर पर ईंट-पत्थर बरसाए। एक ईंट ड्राइवर के सिर पर आकर लगी। इससे वह औंधे मुंह गिर पड़ा और फिर नहीं उठा। लोगों के शोर मचाने पर हमलावर मौके से भाग निकले। मर्डर के बाद परिजन और करीब 1 हजार ग्रामीणों ने 3 घंटे तक प्रयागराज-कानपुर हाईवे को जाम रखा। लाश हाईवे पर रख दी। सड़क किनारे खड़े वाहनों में तोड़फोड़ की। भारत सरकार लिखी एक कार पर गुस्साए लोगों ने पथराव कर दिया। हाईवे पर करीब 3Km लंबा जाम लग गया। जाम खुलवाने के लिए मौके पर PAC बुलानी पड़ी। लोग नारेबाजी करते हुए हाईवे पर डटे रहे। उनका कहना था कि डीएम, एसएसपी मौके पर आएं। जिन लोगों ने हत्या की है, उनकी अरेस्टिंग होनी चाहिए। इसके बाद हम लाश को लेकर जाने देंगे। इस हत्या के बाद धूमनगंज इलाके में तनाव का माहौल हो गया है। बाजार की दुकानों के शटर गिरा दिए गए थे। इस हत्या के बाद लोगों में गुस्सा है। 3 घंटे बाद पुलिस ने परिवार की 3 मांगों को माना है। पहली- जिन लोगों ने रावेंद्र की हत्या कर दी, उन्हें अरेस्ट करके जेल भेजा जाए। दूसरी- सुरक्षा के लिए परिवार के लोगों को शस्त्र लाइसेंस दिया जाए। तीसरी- हत्या के बाद परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए। इसके बाद परिजनों ने रावेंद्र की बॉडी को पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पुलिस कमिश्नर बोले- आरोपियों पर गैंगस्टर लगाकर संपत्ति कुर्क करेंगे
इस पूरे मामले पर पुलिस कमिश्नर जोगेंद्र कुमार कहते हैं- CCTV के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई है। हत्यारोपी चिह्नित किए गए हैं, इसलिए मरियाडीह गांव में दबिश दी गई। DCP और ADCP के नेतृत्व में कुल 7 टीमें लगाई गई हैं। 3 ACP को भी इस केस पर लगा दिया है। जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। इन पर गैंगस्टर लगाकर उनकी संपत्ति भी कुर्क की जाएगी। ………………….
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