यूपी में 7 एयरपोर्ट उद्घाटन के बाद बंद:PM ने 6 का इनॉगरेशन चुनावों से पहले किया; कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से विदेश नहीं गई फ्लाइट

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 10 मार्च, 2024 को पीएम नरेंद्र मोदी ने चित्रकूट एयरपोर्ट का वर्चुअल उद्घाटन किया। इस तरह से यूपी के बुंदेलखंड को अपना पहला एयरपोर्ट मिल गया। शुरुआत में चित्रकूट से लखनऊ की उड़ानें शुरू हुईं। हफ्ते में 4 दिन उड़ानें होती थीं, लेकिन धीरे-धीरे ये कम होती गईं। 4 महीने बीते और एयरपोर्ट से उड़ानें पूरी तरह से बंद हो गईं। पिछले करीब 1 साल से यहां से कोई यात्री विमान उड़ान नहीं भर सका। 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने 20 अक्टूबर, 2021 को कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन किया। भोजपुरी में कहा- रउआ सबनीं के सपना पूरा हो गइल। मंच पर सीएम योगी और उस वक्त के नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे। जनता ने एयरपोर्ट की इस सौगात का तालियां बजाकर स्वागत किया। 47 महीने बीत गए। आज तक इस एयरपोर्ट से कोई भी विमान विदेश के लिए उड़ान नहीं भर सका। यूपी में एक के बाद एक बनते एयरपोर्ट के बीच पहले से बने एयरपोर्ट से उड़ानें बंद हो रही हैं। अब तक 6 घरेलू एयरपोर्ट और 1 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से उड़ानें बंद हो गई हैं। इन सभी का पीएम मोदी ने इनॉगरेशन किया था। अभी जहां-जहां एयरपोर्ट निर्माण का काम चल रहा, वहां भी इस बात की आशंका है कि बहुत ज्यादा उड़ानें नहीं हो पाएंगी। क्योंकि, उनके पास के जिले से पहले ही उड़ानें जारी हैं। अब सवाल है, फिर क्या सोचकर यूपी में एक के बाद एक एयरपोर्ट बनाए जा रहे हैं? जब इनका सर्वे होता है, तो किन चीजों का ख्याल रखना होता है? जिन जगहों से उड़ानें बंद हो गईं, उसकी बड़ी वजह क्या है? संडे बिग स्टोरी में हम इन सवालों के जवाब तलाशेंगे… चित्रकूट एयरपोर्ट: आज से शुरू होनी थी उड़ान 10 मार्च 2024 को पीएम नरेंद्र मोदी ने चित्रकूट के देवांगना टेबल टॉप हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। यह एयरपोर्ट 146 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुआ था। 12 मार्च को पहली बार यहां से 19 सीटर एयर-क्रॉफ्ट ने लखनऊ के लिए उड़ान भरी। एयरबिग कंपनी यहां विमानों का संचालन कर रही थी। 250 किलोमीटर का सफर 55 मिनट में पूरा होता था। विमान चित्रकूट से लखनऊ जाता और फिर उसी दिन लखनऊ से चित्रकूट वापस आता था। शुरुआत में हफ्ते में 2 दिन विमान उड़ान भरता था। बाद में 4 दिन हो गया। लेकिन, 16 दिसंबर, 2024 से उड़ानें बंद हो गईं। चित्रकूट एयरपोर्ट के डायरेक्टर आलोक सिंह कहते हैं- 26 अक्टूबर यानी आज से उड़ानें शुरू होनी थीं। कंपनी एयरबिग ने संपर्क किया था, तो हम लोगों ने एयरपोर्ट रेडी-टू-फ्लाई कर दिया था। लेकिन, बाद में उन्होंने उड़ान रोक दी। यह उनका फैसला था। हमने कारण जानना चाहा तो आलोक सिंह कहते हैं- यहां कुछ ऑपरेशनल इश्यू है। इसलिए उन्होंने नहीं शुरू किया। विजिबिलिटी की भी दिक्कत है। बाकी जो कंपनी फ्लाइट शुरू करती है, वह पहले सर्वे करवाती है। एयरबिग ने भी करवाया था, यात्रियों की दिक्कत तो नहीं थी। इस वक्त चित्रकूट एयरपोर्ट में करीब 70 कर्मचारी कार्यरत हैं। इनमें सुरक्षा के लिए तैनात करीब 40 सीआईएसएफ के जवान हैं। बाकी एयरपोर्ट से जुड़े लोग हैं। ये सभी लगातार अपनी ड्यूटी के लिए एयरपोर्ट आते रहते हैं। लेकिन, यहां से विमान उड़ान नहीं भर रहा। कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से कोई विमान विदेश नहीं गया 20 अक्टूबर, 2021 से पहले यूपी में सिर्फ 2 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट लखनऊ और वाराणसी थे। इसी दिन यूपी के तीसरे एयरपोर्ट के रूप में कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी ने किया। इस एयरपोर्ट को बनाने में कुल लागत करीब 260 करोड़ रुपए आई थी। उद्घाटन वाले दिन श्रीलंका के कोलंबो से उस वक्त के खेल मंत्री नमल राजपक्षे समेत 125 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आया था। इसमें ज्यादातर बौद्ध भिक्षु थे। यहां के बौद्ध स्थलों पर जाने के बाद सभी वाराणसी पहुंचे। मार्च- 2022 में भी कुछ लोगों को लेकर एक विमान वियतनाम से यहां पहुंचा था। 26 नवंबर, 2021 को पहली बार दिल्ली से कुशीनगर के लिए स्पाइस जेट का विमान 75 यात्रियों को लेकर पहुंचा। उसी दिन 78 यात्रियों को लेकर दिल्ली रवाना हुआ। 10 जनवरी, 2022 को कुशीनगर से मुंबई के लिए ऑनलाइन टिकटों की बिक्री शुरू हुई, लेकिन उड़ान कभी नहीं शुरू हो पाई। 27 मार्च से 30 मार्च, 2022 के बीच कुशीनगर से कोलकाता की 4 फ्लाइट चलीं, लेकिन बाद में वो भी बंद हो गईं। 7 नवंबर, 2023 को कुशीनगर-दिल्ली फ्लाइट भी बंद हो गई। इन सबके पीछे जो मुख्य वजह है, वह यात्रियों का नहीं मिलना है। एयरपोर्ट डायरेक्टर बोले- आगे कब शुरू होगा, अभी तय नहीं कुशीनगर एयरपोर्ट के डायरेक्टर प्रणेश कुमार रॉय से हमने बात की। वह कहते हैं- हमारे यहां ILS यानी इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम नहीं लग पाया है। यहीं 6 घर बने थे, जिसका मामला कोर्ट में चला गया था। कोर्ट के आदेश के बाद अब उन घरों को तोड़ा गया है। अब ILS लगाया जाएगा। इसके लग जाने के बाद लैंडिंग और टेकऑफ में मदद मिलेगी। इसके बाद फ्लाइट कंपनियां संपर्क करेंगी और उड़ानें शुरू होंगी। अभी यह नहीं बताया जा सकता कि फ्लाइट कब से शुरू होगी। कुशीनगर एयरपोर्ट से करीब 170 कर्मचारी हैं। इसमें करीब 150 सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ के जवान हैं। करीब 20 एयरपोर्ट के कर्मचारी हैं। ये सभी लोग नियमित रूप से एयरपोर्ट पर अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। 4 और एयरपोर्ट, जो शुरू हुए और बंद हो गए 10 मार्च, 2024 को पीएम नरेंद्र मोदी ने देशभर में 12 हवाई अड्डे के टर्मिनल भवनों का उद्घाटन किया। इसमें यूपी के चित्रकूट, आजमगढ़, श्रावस्ती, मुरादाबाद, अलीगढ़ के रूप में 5 हवाई अड्डे शामिल थे। चित्रकूट के बारे में हमने आपको शुरुआत में बता दिया। आजमगढ़ में 23 नवंबर, 2024 तक आजमगढ़ से लखनऊ की उड़ानें चलीं। लेकिन, इसके बाद यहां भी फ्लाई बिग कंपनी ने उड़ान स्थगित कर दी। यहां किराया 1100 से लेकर 1500 रुपए के बीच था। शुरुआत में तो लोग आए, लेकिन बाद में कहा जाता है कि यात्री मिलना बंद हो गए। ज्यादातर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के जरिए ही लखनऊ पहुंचने लगे। अलीगढ़ एयरपोर्ट से अलीगढ़-लखनऊ के बीच उड़ान शुरू हुई। लेकिन, शुरुआत के एक महीने बाद ही यहां उड़ानों को बंद कर दिया गया। मुरादाबाद से लखनऊ के लिए शुरुआत में 4 दिन विमान का शेड्यूल रखा गया। लेकिन, बाद के दिनों में यहां भी उड़ानों को बंद कर दिया गया। इस उड़ान में 75 मिनट लगते थे। शुरुआत में इसका किराया 1348 रुपए रखा गया था। यह इसलिए, ताकि अधिक संख्या में लोग हवाई यात्रा कर सकें। श्रावस्ती में रेलवे स्टेशन नहीं, लेकिन एयरपोर्ट बना यूपी के श्रावस्ती में भी एक एयरपोर्ट बनकर तैयार हुआ है। राजधानी लखनऊ से इस जिले की दूरी 153 किलोमीटर है। श्रावस्ती के पास अपना कोई रेलवे स्टेशन नहीं है। श्रावस्ती के लोग बलरामपुर या फिर बहराइच में ट्रेन से उतरकर अपने घरों तक पहुंचते हैं। श्रावस्ती में कोई सरकारी बस अड्डा भी नहीं है। कुछ वक्त के पहले जिला मुख्यालय भिनगा में बस अड्डे का उद्घाटन किया गया था, लेकिन वह शुरू नहीं हो सका था। 10 मार्च, 2024 को पीएम नरेंद्र मोदी ने श्रावस्ती एयरपोर्ट का उद्घाटन किया। इसके बाद यहां से लखनऊ के लिए 19 सीटर फ्लाइट शुरू हुई। इसका किराया 523 रुपए रखा गया था। लेकिन, बाद के दिनों में यहां से भी उड़ान को बंद कर दिया गया। वजह यात्रियों की कमी निकलकर सामने आई। एक बड़ी वजह यह थी कि लोग सड़क मार्ग से श्रावस्ती से लखनऊ 3 घंटे में आ जाते थे। फ्लाइट के लिए उन्हें डेढ़ से 2 घंटे पहले एयरपोर्ट जाना पड़ता था। इसके बाद लखनऊ एयरपोर्ट से भी निकलने में वक्त लगता था। दूसरा- अन्य जिलों की उड़ान भी नहीं थी। सहारनपुर में उद्घाटन हुआ, लेकिन आज तक एक भी उड़ान नहीं 20 अक्टूबर, 2024 को पीएम नरेंद्र मोदी ने सहारनपुर एयरपोर्ट का वर्चुअल उद्घाटन किया। यह एयरपोर्ट 65 एकड़ जमीन पर 55 करोड़ की लागत से बना है। दुर्भाग्य यह कि एक साल बीत गया, लेकिन आज तक एक भी फ्लाइट यहां से उड़ान नहीं भर सकी। यहां के व्यापारी कहते हैं- जिस वक्त उद्घाटन हुआ, उस समय उम्मीद जगी कि व्यापार के लिए अब दिल्ली या फिर देहरादून से फ्लाइट नहीं पकड़नी पड़ेगी। अपने जिले से ही मिल जाएगी। लेकिन, यह सपना अब सपना ही लगता है। 5 जगह एयरपोर्ट प्रस्तावित, काम भी चल रहा यूपी के 5 अन्य जिलों में भी एयरपोर्ट प्रस्तावित हैं। उन पर काम भी हो रहा है। इनमें मेरठ, ललितपुर, सोनभद्र, लखीमपुर खीरी, नोएडा शामिल है। मेरठ के परतापुर में पिछले महीने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और जिला प्रशासन ने हवाई अड्डे का निरीक्षण किया। कहा कि मौजूदा 40 मीटर चौड़ी हवाई पट्टी को 75 मीटर करना होगा। हवाई पट्टी की लंबाई भी 1500 मीटर से बढ़ाकर 1800 मीटर करनी होगी। हवाई पट्टी के पास की कुछ इमारतों को हटाना होगा। इसके बाद यहां 19 से 40 सीटर के विमान उड़ाने का प्रयास किया जा सकता है। 26 नवंबर, 2021 को पीएम नरेंद्र मोदी ने नोएडा में जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास किया। यह एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। यहां एक साथ 178 विमान खड़े हो सकते हैं। कुल 6 रनवे बनाए जाएंगे। यह एयरपोर्ट 1334 हेक्टेयर जमीन पर बनाया जा रहा है। पहले चरण का काम लगभग पूरा हो गया है। इस एयरपोर्ट को 4 चरणों में तैयार किया जाएगा। पूरा निर्माण 6,500 हेक्टेयर में होगा। इसमें करीब 29 हजार 650 करोड़ रुपए खर्च होने वाले हैं। 30 अक्टूबर, 2025 को इसका उद्घाटन होगा। लखीमपुर के पलिया में भी हवाई पट्टी बनी है। 25 नवंबर, 2024 को पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह और वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने यहां से उड़ान का शुभारंभ किया था। कोशिश थी कि लखनऊ से जिन्हें दुधवा जाना होगा, इस हवाई यात्रा का फायदा उठाएगा। 15 दिसंबर को पहली फ्लाइट निकली। जेट सर्व एविएशन की इस फ्लाइट में लखनऊ से कोई यात्री नहीं था। सिर्फ चालक दल के सदस्य और टेक्निकल टीम के लोग थे। विमान ने एक घंटे बाद वापसी के लिए उड़ान भरी, वहां से सिर्फ एक यात्री मिला। मार्च, 2021 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने ललितपुर में एयरपोर्ट बनाने का ऐलान किया। 2 सितंबर, 2021 को कैबिनेट में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण को मंजूरी मिल गई। प्रशासन ने हवाई पट्टी के लिए 390 एकड़ की जमीन का अधिग्रहण शुरू किया। इसके लिए करीब 86 करोड़ रुपए खर्च हुए। जो विवादित जमीन थी, उनका मामला भी कोर्ट के जरिए हल हुआ। अब निर्माण शुरू हो गया है। ऐसा कहा जा रहा कि डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर और ड्रग पार्क के चलते यह एयरपोर्ट भविष्य में जरूरी होगा। सोनभद्र के म्योरपुर में भी एयरपोर्ट का काम जारी है। सोनभद्र का यह एयरपोर्ट 2022 में ही बन जाना था। लेकिन, पार्किंग से जुड़ी जमीन का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया। कोर्ट में लंबे वक्त तक स्टे रहा। अप्रैल- 2025 में स्टे हटा और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने निर्माण का काम शुरू किया। पिछले महीने यूपी सरकार के मंत्री रवींद्र जायसवाल यहां पहुंचे थे। उन्होंने कहा था- यूपी सरकार हर मंडल में एयरपोर्ट का निर्माण करना चाहती है। मिर्जापुर मंडल का यह हवाई अड्डा भी जल्द शुरू करने का प्रयास चल रहा है। 5 एयरपोर्ट, जो नियमित चल रहे यूपी में इस वक्त 3 इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाराणसी, लखनऊ और अयोध्या से लगातार फ्लाइट उड़ान भर रही हैं। इसके अलावा 5 घरेलू एयरपोर्ट से अलग-अलग शहरों के लिए लगातार फ्लाइट जा रही हैं। इनमें प्रयागराज, कानपुर, गोरखपुर, गाजियाबाद और बरेली के एयरपोर्ट शामिल हैं। यहां से अलग-अलग फ्लाइंग कंपनियों के विमान लगातार उड़ान भर रहे हैं। जो एयरपोर्ट उद्घाटन के बाद बंद हुए हैं, उनमें से ज्यादातर इन्हीं के आसपास बने हैं। इस वजह से भी वहां यात्रियों की संख्या विमान के लिए पर्याप्त नहीं हो पा रही है। इसे उदाहरण से समझिए… प्रयागराज एयरपोर्ट से चित्रकूट की दूरी महज 101 किलोमीटर है। इसी तरह गोरखपुर एयरपोर्ट से आजमगढ़ की दूरी 116 किलोमीटर है। गोरखपुर एयरपोर्ट से तो कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की दूरी महज 51 किलोमीटर ही है। इसी तरह लखनऊ से श्रावस्ती की दूरी करीब 170 किलोमीटर है। अयोध्या एयरपोर्ट से तो श्रावस्ती महज 110 किलोमीटर ही है। लखनऊ से पलिया की दूरी 160 किलोमीटर है। आगरा एयरपोर्ट से अलीगढ़ की दूरी 90 किलोमीटर है। इसी तरह मुरादाबाद से नोएडा और गाजियाबाद की भी दूरी 200 किलोमीटर से कम है। इन सारे एयरपोर्ट से उड़ानों के बंद होने के पीछे पहले से चल रहे एयरपोर्ट भी बड़ी वजह हैं। व्यापारी बोले- हमारे साथ तो धोखा हुआ
सहारनपुर में रायवाला कपड़ा मार्केट एशिया स्तर पर बड़ी मार्केट मानी जाती है। इसके संरक्षक राधेश्याम नारंग कहते हैं- सहारनपुर में एयरपोर्ट का उद्घाटन करके फ्लाइट नहीं शुरू करना हम लोगों के साथ धोखा है। पहले तो कहा गया कि यहां से सूरत और मुंबई की फ्लाइट शुरू करेंगे। लेकिन, अब तक कहीं की भी शुरुआत नहीं की। हम तो यही चाहते हैं कि यहां से जल्दी फ्लाइट शुरू करनी चाहिए। लखनऊ एयरपोर्ट में तैनात एक अफसर कहते हैं- जहां के एयरपोर्ट बंद हुए, वहां से एक रूट पर ही फ्लाइट का संचालन शुरू हुआ था। सभी जगहों से फ्लाइट लखनऊ आ रही थी। यात्रियों की कमी होना स्वाभाविक था। कई एयरपोर्ट ऐसे हैं जो शुरू तो हो गए हैं, लेकिन वहां ऑपरेशनल इश्यू है। आगे उन्हें सही किया जाएगा। अफसर कहते हैं- छोटे शहरों से फ्लाइट की सेवा तो शुरू कर दी गई, लेकिन वहां के लोग इसे लेकर अभ्यस्त नहीं हैं। वह एयरपोर्ट पर 2 घंटे इंतजार नहीं कर पाते। उन्हें लगता है कि इतने वक्त में तो वह श्रावस्ती से लखनऊ पहुंच जाते। फिर दूसरी चीज किराया भी एक वजह थी। हवाई जहाज का किराया स्वाभाविक रूप से सड़क मार्ग के किराए से अधिक होगा। अभी तक यह देखा गया है कि इसमें बैठने वाले इस माइंड सेट के साथ बैठे हैं कि चलो पहली बार हवाई जहाज पर बैठ लिया जाए। ———————- ये खबर भी पढ़ें… सहारनपुर के रहने वाले पूर्व DGP के बेटे की डेथ-मिस्ट्री, SIT को घर से मिली अकील की डायरी पंजाब के पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा के बेटे की मौत की गुत्थी सुलझाने में लगी एसआईटी शुक्रवार देर रात यूपी के सहारनपुर पहुंची। पूर्व डीजीपी, सहारनपुर के ही रहने वाले हैं। यहां पहुंची पंचकूला एसआईटी ने उस डायरी को अपने कब्जे में ले लिया जिसमें सुसाइड नोट होने का दावा किया जा रहा। पढ़ें पूरी खबर