झांसी में 69 लाख रुपए जमीन में गाड़ दिए:अय्याशी के लिए रेलवे से लेकर भागा था, सजा सुनकर फूट-फूटकर रोया

‘मम्मी-पापा और सभी घरवाले मुझसे परेशान थे। वे बात तक नहीं करते थे। मैंने दोस्त की हेल्प से मई 2025 को सीएमएस इंफो लिमिटेड कंपनी में जॉब पा ली। मेरा काम रेलवे का पैसा बैंक में जमा करने का था। नौकरी तो मिली, मगर मेरी आदतों में सुधार नहीं आया। इसलिए घरवालों ने प्रॉपर्टी से बेदखल कर दिया। मेरे ऊपर कर्ज था और मुझे अय्याशी का भी शौक था। तब मैं रेलवे के 69.78 लाख रुपए लेकर भाग गया। साजिश में मेरे मामा भी शामिल थे। उन्हीं के गोदाम में जमीन खोदकर रकम दबाई थी। वहां से घूमने के लिए नोएडा चला गया। अब बची रकम सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने आया तो पकड़ा गया।’ ये कबूलनामा आरोपी अंशुल साहू का है। जो 13 अक्टूबर को रेलवे के 69.78 लाख लेकर भाग गया था। उसे रविवार तड़के पुलिस ने मुठभेड़ में पैर में गोली मारकर पकड़ लिया था। साजिश में शामिल मामा जीवन साहू भी पकड़ा गया। जब अंशुल साहू काे पता चला कि केस में बीएनएस की धारा 316 (5) लगी है। जिसमें 10 साल से लेकर उम्रकैद तक हो सकती है। ये सुनकर वो खूब रोया। 3 दिन के टिकट कलेक्शन का पैसा था
प्रेमनगर के नगरा कसाई बाबा का रहने वाला अंशुल साहू सीएमएस इन्फो लिमिटेड कंपनी में कलेक्शन एजेंट था। वो उत्तर मध्य रेलवे के टिकट कलेक्शन का पैसा स्टेशन रोड पर भारतीय स्टेट बैंक में जमा करने का काम करता था। 13 अक्टूबर को वह झांसी रेल कार्यालय पहुंचा। यहां से अंशुल 69 लाख 78 हजार 642 रुपए लेकर बैंक में जमा करने के लिए निकल गया। मगर वो रकम को जमा करने बैंक नहीं गया, बल्कि पूरा पैसा लेकर भाग गया। तब कंपनी के मैनेजर गौतम गर्ग ने नवाबाद थाने में अंशुल के खिलाफ मामला दर्ज कराया। सबसे ज्यादा मामा से करता था बात
अंशुल की तलाश में स्वाट समेत 6 टीमें लगी थीं। परिजनों से पूछताछ पर अंशुल के मामा जीवन साहू का नाम सामने आया। लेकिन, जीवन ने अंशुल के बारे में कुछ भी नहीं बताया। पुलिस ने जब जीवन की कॉल डिटेल खंगाली तो मालूम चला कि कई माह से उसकी सबसे अधिक बात अंशुल से ही हुई है। जीवन पर निगरानी रखने पर अंशुल का सुराग मिल गया। 26 अक्टूबर यानी रविवार सुबह अंशुल मामा के पास रखी रकम लेने पहुंचा था। दोनों कार से छतरपुर भागने की फिराक में थे। सुबह करीब 5:30 बजे पुलिस टीम ने दोनों को भगवंतपुरा के पास रोक लिया। पुलिस को देख अंशुल ने तमंचे से फायर झोंक दिया। जवाबी फायरिंग में अंशुल पैर में गोली लगने से घायल हो गया। जबकि, मामा जीवन को पुलिस ने घेरकर पकड़ लिया। अय्याशी के लिए अंशुल ने वारदात
एसएसपी बीबी जीटीएस मूर्ति ने बताया कि अंशुल पर काफी कर्ज था। साथ ही वो अय्याशी में भी पैसा उड़ाता था। वेतन से उसकी जरूरतें पूरी नहीं हो रही थी। उसकी नौकरी रेलवे का कैश बैंक में जमा कराने की थी। रोजाना मोटी रकम देख उसके मन में लालच आ गया। उसने यह बात अपने मामा जीवन साहू को बताई। इसके बाद दोनों ने प्लान बनाया। इसके बाद मौके का इंतजार करने लगा। 13 अक्तूबर को स्टेशन पर 69,78,642 रुपए जमा थे। यह रकम देखकर उसकी नीयत खराब हो गई। उसने तुरंत मामा को बताया। अंशुल ने कैश बैंक में पैसा जमा नहीं कराया और पूरी रकम लेकर भाग गया। मोबाइल भी बंद कर लिया। मामा के गोदाम के अंदर जमीन खोदकर छिपाई थी रकम
अंशुल ने पूछताछ के दौरान बताया कि स्टेशन से रकम लेकर सबसे पहले वह रेलवे कॉलोनी में रहने वाले अपने दोस्त के मामा के घर पहुंचा। स्कूटी खड़ी कर पहले से तय प्लान के मुताबिक मामा जीवन के सफा स्थित गोदाम पहुंचा। जीवन गल्ले का काम करता है। गल्ला रखने के लिए गोदाम बनाया है। गोदाम के भीतर उन दोनों ने जमीन खोदकर पूरी रकम छिपा दी। यहां से ललितपुर चला गया। अगले दिन झांसी आया और फिर राजस्थान होते हुए घूमने के लिए नोएडा पहुंच गया। अब उसने देखा माहौल शांत हो गया तो रुपए को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए आया था। यहां मामा के साथ पकड़ा गया। दोनों से पूरी रकम, कार, तमंचा और कारतूस बरामद हुई है। ——————————– ये खबर भी पढ़ें… कांग्रेस नेत्री पूनम पंडित बोलीं- दीपक से शादी होकर रहेगी:मुकदमों से हमारा रिश्ता नहीं टूटेगा, सपा नेता पर लगे आरोप झूठे ‘मेरी शादी कोई नहीं तोड़ सकता। वह महिला जितना चाहे दम लगा ले, हमारा रिश्ता नहीं टूटेगा। महिला ने मुझ पर, मेरे मंगेतर और उनके परिवार पर झूठा मुकदमा लिखवाया है। इन मुकदमों से भी हमारी शादी नहीं रुकेगी। भले पैरोल पर आकर हमें शादी करनी पड़े। पढ़ें पूरी खबर..