लखनऊ में हल्की बारिश, 11 जिलों में अलर्ट:झांसी में 40MM पानी बरसा, प्रदेश में अगले 3 दिन ऐसा ही रहेगा मौसम

यूपी में आज यानी मंगलवार को 11 जिलों में बारिश के आसार हैं। बादल छाए हुए हैं। लखनऊ में तड़के हल्की बारिश हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक, 20 से ज्यादा जिलों में बादल छाए रहेंगे। 25 दिन बाद अचानक यूपी में मौसम बदल गया है। जबकि सोमवार को कानपुर, झांसी, बदायूं में रुक-रुक कर बारिश हुई थी। मथुरा, वाराणसी, लखनऊ, कानपुर में भी बूंदाबांदी हुई थी। बारिश से किसानों की फसलों को नुकसान हुआ। जौनपुर, बहराइच समेत पूर्वांचल के कई जिलों में बादल छाए रहे। बता दें कि आखिरी बार दशहरा के दिन प्रदेश में बारिश हुई थी। काशी के मौसम वैज्ञानिक अतुल सिंह ने कहा- बंगाल की खाड़ी से चक्रवाती तूफान उठा है। इसके चलते यूपी का मौसम बदला है। अगले तीन दिनों तक ऐसा ही मौसम बने रहने की संभावना है। बारिश के कारण आने वाले दिनों में तापमान तेजी से गिरेगा। तस्वीरें देखिए- किन-किन शहरों में बारिश हुई पढ़िए आगे जानिए, इस साल मानसून में कितनी बारिश हुई? यूपी में इस साल मानसून सीजन में पश्चिम से लेकर पूर्वांचल तक जमकर बरसात देखने को मिली। इसकी वजह से मानसून सीजन में बारिश का कोटा पूरा हो गया। मानसून सीजन में ( 1 जून से 30 सितंबर) तक औसत 701.6 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि 1 से 10 अक्टूबर के बीच राज्य में 42.3 मिमी बारिश हुई। यानी पूरे सीजन में कुल 743.9 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य बारिश 746.2 के लगभग बराबर है। मानसून के चार महीने में प्रदेश के 13 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई, जबकि 30 जिलों में कोटे से सामान्य बारिश दर्ज की गई। ज्यादा बारिश की वजह
एटा उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में आने के बावजूद कभी-कभी पूर्वी या पश्चिमी मोड़ वाली मानसूनी हवाएं इस क्षेत्र में अधिक नमी लेकर आती हैं, जिससे बारिश बढ़ जाती है। कभी-कभी उत्तर भारत में बना लो प्रेशर या पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) एटा के ऊपर से गुजरते समय वहां भारी बारिश कर देता है। इस बारिश के बाद अब ठंड ज्यादा पड़ेगी एक्सपर्ट मानते हैं कि अच्छी बारिश से ठंड भी अच्छी पड़ती है। बारिश से जमीन का तापमान ठंडा हो जाता है जिसकी वजह से ठंड भी ज्यादा पड़ती है। हालांकि यह सिर्फ एक फैक्टर नहीं है जिस पर ठंड निर्भर करती है। इस बार ला-नीना के चलते वैसे ही ज्यादा ठंड पड़ने का अनुमान है। नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन यानी NOAA ने कहा है कि अक्टूबर से दिसंबर के बीच ला नीना के बनने की 71% संभावना है, जबकि दिसंबर से फरवरी के बीच यह संभावना 54% रहेगी। एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि ये भूमध्य सागर से उठने वाले बर्फीले तूफान यानी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस को और मजबूत बनाएगा। इससे उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बहुत ज्यादा बर्फबारी होगी और मैदानी इलाकों में ठंडी हवाएं चलेंगी, कोहरा और धुंध बनी रहेगी। ——————————- ये खबर भी पढ़ें… कांग्रेस नेत्री पूनम पंडित बोलीं- दीपक से शादी होकर रहेगी:मुकदमों से हमारा रिश्ता नहीं टूटेगा, सपा नेता पर लगे आरोप झूठे मेरी शादी कोई नहीं तोड़ सकता। वह महिला जितना चाहे दम लगा ले, हमारा रिश्ता नहीं टूटेगा। महिला ने मुझ पर, मेरे मंगेतर और उनके परिवार पर झूठा मुकदमा लिखवाया है। इन मुकदमों से भी हमारी शादी नहीं रुकेगी। भले पैरोल पर आकर हमें शादी करनी पड़े। पढ़ें पूरी खबर..