‘मैं एक घंटे तक लेडी लायल हॉस्पिटल में मेडिकल के लिए रही। इस दौरान मेरा मनोबल कई बार तोड़ा गया। डॉक्टर ने पूरा मामला पूछकर कहा– तुम्हें इस लफड़े में नहीं पड़ना चाहिए, कोई फायदा नहीं। मूव ऑन करो…क्यों इस पचड़े में पड़ रही हो? मुझसे पेपर पर साइन करवाए कि मैं इंटरनल जांच नहीं कराना चाहती हूं। मुझे मिस गाइड करते रहे।’ ये कहना है PHD स्कॉलर का, जिसने आगरा के डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर प्रो. जैसवार गौतम पर शारीरिक शोषण के आरोप लगाए हैं। प्रोफेसर पर FIR लिखी गई है। आगरा के सिकंदरा इलाके की कॉलोनी में पुलिस पहुंची। पत्नी ने कहा– घर में मैं और मेरे 2 बच्चे हैं। प्रोफेसर तो 2 दिन से घर में नहीं हैं। वो कहां गए हैं, ये मुझे भी नहीं पता है। उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ है। इधर, डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की कुलपति ने प्रोफेसर को सस्पेंड कर दिया है। दूसरी तरफ, पीड़ित परिवार के आरोप है कि 3 प्रोफेसर अब उन पर केस वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। परिवार ने दबाव बनाने वालों की पहचान भी पुलिस को बता दी है, जल्द इनसे पूछताछ हो सकती है। PHD स्कॉलर के साथ क्या हुआ? प्रोफेसर ने कैसे छात्रा को अपने जाल में फंसाया? ये जानने के लिए दैनिक भास्कर ने स्कॉलर से बात की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… मुझे इंटरनल जांच करानी है, डॉक्टर ने कहा- तुम बालिग हो…
दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने छात्रा से पूछा- क्या इस मामले में आपको सपोर्ट मिल रहा है? छात्रा ने कहा, पुलिस को छोड़िए, मेडिकल करने वाले डॉक्टर भी मुझ पर प्रेशर बना रहे हैं। हमने पूछा- कैसे? छात्रा ने कहा- मैं 28 अक्टूबर को 12 बजे मेडिकल के लिए लेडी लायल हॉस्पिटल में पहुंची थी। दोपहर एक से दो बजे के बीच में मेरा मेडिकल का प्रोसेस शुरू हुआ। मेडिकल करने वाली डॉक्टर ने पूछा- क्या मामला है? मैंने उन्हें पूरे 2 साल की कहानी सुना दी। मैंने कहा कि मुझे अपनी पूरी जांच (इंटरनल) करानी है। इस पर डॉक्टर ने मुझे बहलाना शुरू कर दिया। कहा कि मेडिकल जांच में यह नहीं आएगा कि वो (प्रोफेसर) गिल्टी है। तुम्हारा नीचे का हिस्सा हमेशा के लिए खराब हो जाएगा, बहुत पेन होगा। डॉक्टर आगे कहते हैं- अपने करियर पर फोकस करो, मूव ऑन करो। क्यों मुकदमे में पड़ रही हो? छात्रा ने कहा- फिर मुझसे मेडिकल रिपोर्ट पर साइन करवा लिए कि मैं अंदरूनी जांच नहीं करवाना चाहती हूं। मेरे साथ कई उल्टी सीधी बातें कीं। कहा कि पहले रिलेशन में रहते हैं, फिर कहते हैं कि बलात्कार हो गया। डॉक्टर के साथ एक और डॉक्टर थीं, जिन्होंने कहा कि तुम 30 साल की हो। तुम्हें कौन बहला फुसला सकता है। तुम बालिग हो। तीन, चार और पांच साल की बच्चियों के मेडिकल होते हैं। तुम बालिग हो। पहले राजीखुशी, फिर मुकदमा लगा देती हो। छात्रा का कहना है कि मैंने उसी समय री-मेडिकल के लिए कहा था, लेकिन डॉक्टर ने मुझसे कहा कि ऐसा नहीं होता। बच्चियों का मेडिकल होता है। रेप का आरोप लगाने आ जाती हैं….। प्रोफेसर ने पत्नी की इतनी बुराई की, मुझे लगा कि ये मेरे साथ घर बसाएंगे
भास्कर रिपोर्टर ने छात्रा से कहा- आप जिसके अंडर में रिसर्च कर रही थीं, उसने ऐसा क्यों किया? छात्रा का कहना है- प्रो. जैसवार पीएचडी के को-सुपरवाइजर हैं। शुरुआत में वो एक अच्छे व्यक्ति लगे। ठीक से पढ़ाई में मदद करते थे। खंदारी परिसर के बेसिक साइंस विभाग में केमिस्ट्री के प्रोफेसर ने मेरे सामने प्रपोजल रखा था। वो मुझे ठीक व्यक्ति लगते थे, इसलिए मैंने मना नहीं किया। छात्रा ने कहा- वो कई बार अपनी पत्नी की बुराई करते थे, ऐसा दिखाते थे कि अपनी शादीशुदा जिंदगी से बहुत परेशान थे। कहते– वो (पत्नी) हर रोज मुझे तंग करती है, मेरा तो घर जाने को भी मन नहीं करता है। मैं तुमसे ही शादी कर लूंगा। फिर उन्होंने खजुराहो (मध्य प्रदेश) घूमने का प्लान किया। मुझसे कहा कि घर पर झगड़ा हो गया है, घर नहीं जाएंगे, इसलिए चलो घूमने चलते हैं। फिर हम खजुराहो के एक होटल में 3 दिन तक रहे। वहां उन्होंने पहली बार मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाए। 2025 में मथुरा घुमाने ले गए। वहां भी एक होटल बुक किया था। यहां भी कई बार शारीरिक संबंध बनाए थे। मैंने शादी के लिए कहा, तो ऑफिस बुलाकर थप्पड़ मारे
हमने पूछा- जब सब कुछ सही चल रहा था, तो प्रोफेसर के खिलाफ FIR क्यों करवाई? छात्रा कहती हैं- मैं कह रही थी कि जब वो अपनी बीवी को छोड़ना ही चाहते हैं, तो मेरे साथ शादी कर लें। हमने पूछा- फिर क्या हुआ? छात्रा ने कहा- प्रोफेसर हर रविवार को खंदारी परिसर स्थित ऑफिस में दोपहर 2 से 6 बजे तक बुलाते थे। 25 अक्टूबर को भी प्रोफेसर ने मुझे ऑफिस में बुलाया। हमारी शादी के मुद्दे पर झगड़ा हुआ। उन्होंने मुझे थप्पड़ मारे…धक्का देकर गिरा दिया। धमकी दी कि अगर हमारे अफेयर के बारे में किसी को पता चला, तो तुम पीएचडी नहीं कर सकोगी। मैंने कहा- चाहे जो भी हो, अब या तो मुझसे शादी कर लो, नहीं तो पुलिस ही मुझे इंसाफ दिलाएगी। तब प्रोफेसर नाराज हो गए। उन्होंने मेरा मोबाइल छीनकर तोड़ने की कोशिश की। इसके बाद मैं कमरे से बाहर आ गई। चूंकि प्रोफेसर का असली चेहरा मेरे सामने आ चुका था। मैं जान गई थी कि वो सिर्फ मेरा फायदा उठा रहे हैं, इसलिए मैं पुलिस के पास गई। प्रोफेसर के खिलाफ मेरे पास कई डिजिटल साक्ष्य थे, मोबाइल की चैट, कॉल रिकॉर्डिंग और कुछ तस्वीरें पुलिस को सौंप दी। इसी आधार पर पुलिस ने मेरी FIR दर्ज की। विश्वविद्यालय की समिति के सामने छात्रा ने बयान दर्ज कराए
पीएचडी स्कॉलर से संबंध बनाने के मामले में लखनऊ से राजभवन ने भी आगरा विश्वविद्यालय से रिपोर्ट तलब की है। इसके बाद विश्वविद्यालय ने एक कमेटी बना दी है। कमेटी के सदस्यों ने छात्रा की पूरी कहानी सुनी। इस दौरान वीडियोग्राफी भी हुई। कमेटी ने छात्रा से कहा कि आप क बार री-मेडिकल के लिए अप्लाई कर दीजिए। आरोप- 3 प्रोफेसर दे रहे हैं आरोपी का साथ
छात्रा के परिजनों का कहना है- हमारे ऊपर दबाव बनाया जा रहा है। इसमें आगरा कॉलेज के कुछ प्रोफेसर के अलावा खंदारी परिसर के एक प्रोफेसर भी दबाव बना रहे हैं। 3 लोग पैसे लेकर मामले को खत्म करने के लिए कह रहे हैं। प्रोफेसर की पत्नी ने कहा- वो कहां है, ये आप मुझे बताइए
पुलिस प्रोफेसर को ढूंढने के लिए प्रोफेसर के घर पहुंची। घर की तलाशी के बाद जब प्रोफेसर की पत्नी से पूछा गया कि प्रोफेसर कहां है? पत्नी ने कहा- मैं आपके साथ थाने चलती हूं। मुझसे पूछ लीजिए, जो पूछना है। वो कहां हैं, मुझे नहीं पता। मेरा उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। आप बताइए कि वो कहां हैं? बता दें कि प्रोफेसर सिकंदरा क्षेत्र में एक कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रहते हैं। परिवार में पत्नी के अलावा दो बच्चे हैं। एक बच्ची लगभग 18 साल और बेटा लगभग 15 साल का बताया जा रहा है। आजमगढ़ के पास एक गांव के मूल रूप से रहने वाले हैं। ससुराल लखनऊ में है। उनका एक घर मुंबई में भी है। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. आशु रानी ने कहा- पुलिस से जानकारी मिलने के बाद मामले की निष्पक्ष जांच के लिए ICC का गठन किया गया है, जिसमें महिला वकील और विशेषज्ञ शामिल हैं। जांच में यदि प्रोफेसर दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ टर्मिनेशन यानी नौकरी से निकालने तक की कार्रवाई की जाएगी। …….. ये भी पढ़ें –
UPSC स्टूडेंट की कातिल यूपी की रहने वाली गर्लफ्रेंड:तेल-घी और शराब डालकर लाश जलाई; बोली- अश्लील वीडियो डिलीट नहीं किए देश की राजधानी दिल्ली में UPSC स्टूडेंट रामकेश मीना की हत्या उसकी लिव-इन पार्टनर ने की थी। गर्लफ्रेंड ने अपने एक्स ब्वॉयफ्रेंड और उसके दोस्त के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। तीनों ने मिलकर फिल्मी स्टाइल में पूरा मर्डर प्लान किया, जिससे हत्या नहीं हादसा लगे।गर्लफ्रेंड अमृता चौहान मुरादाबाद की रहने वाली है और फोरेंसिक साइंस से बीएससी कर रही है। पुलिस ने 18 अक्टूबर को अमृता को अरेस्ट कर लिया। इसके बाद सोमवार को उसके 2 साथियों सुमित कश्यप और संदीप कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया। पढ़िए पूरी खबर…
दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने छात्रा से पूछा- क्या इस मामले में आपको सपोर्ट मिल रहा है? छात्रा ने कहा, पुलिस को छोड़िए, मेडिकल करने वाले डॉक्टर भी मुझ पर प्रेशर बना रहे हैं। हमने पूछा- कैसे? छात्रा ने कहा- मैं 28 अक्टूबर को 12 बजे मेडिकल के लिए लेडी लायल हॉस्पिटल में पहुंची थी। दोपहर एक से दो बजे के बीच में मेरा मेडिकल का प्रोसेस शुरू हुआ। मेडिकल करने वाली डॉक्टर ने पूछा- क्या मामला है? मैंने उन्हें पूरे 2 साल की कहानी सुना दी। मैंने कहा कि मुझे अपनी पूरी जांच (इंटरनल) करानी है। इस पर डॉक्टर ने मुझे बहलाना शुरू कर दिया। कहा कि मेडिकल जांच में यह नहीं आएगा कि वो (प्रोफेसर) गिल्टी है। तुम्हारा नीचे का हिस्सा हमेशा के लिए खराब हो जाएगा, बहुत पेन होगा। डॉक्टर आगे कहते हैं- अपने करियर पर फोकस करो, मूव ऑन करो। क्यों मुकदमे में पड़ रही हो? छात्रा ने कहा- फिर मुझसे मेडिकल रिपोर्ट पर साइन करवा लिए कि मैं अंदरूनी जांच नहीं करवाना चाहती हूं। मेरे साथ कई उल्टी सीधी बातें कीं। कहा कि पहले रिलेशन में रहते हैं, फिर कहते हैं कि बलात्कार हो गया। डॉक्टर के साथ एक और डॉक्टर थीं, जिन्होंने कहा कि तुम 30 साल की हो। तुम्हें कौन बहला फुसला सकता है। तुम बालिग हो। तीन, चार और पांच साल की बच्चियों के मेडिकल होते हैं। तुम बालिग हो। पहले राजीखुशी, फिर मुकदमा लगा देती हो। छात्रा का कहना है कि मैंने उसी समय री-मेडिकल के लिए कहा था, लेकिन डॉक्टर ने मुझसे कहा कि ऐसा नहीं होता। बच्चियों का मेडिकल होता है। रेप का आरोप लगाने आ जाती हैं….। प्रोफेसर ने पत्नी की इतनी बुराई की, मुझे लगा कि ये मेरे साथ घर बसाएंगे
भास्कर रिपोर्टर ने छात्रा से कहा- आप जिसके अंडर में रिसर्च कर रही थीं, उसने ऐसा क्यों किया? छात्रा का कहना है- प्रो. जैसवार पीएचडी के को-सुपरवाइजर हैं। शुरुआत में वो एक अच्छे व्यक्ति लगे। ठीक से पढ़ाई में मदद करते थे। खंदारी परिसर के बेसिक साइंस विभाग में केमिस्ट्री के प्रोफेसर ने मेरे सामने प्रपोजल रखा था। वो मुझे ठीक व्यक्ति लगते थे, इसलिए मैंने मना नहीं किया। छात्रा ने कहा- वो कई बार अपनी पत्नी की बुराई करते थे, ऐसा दिखाते थे कि अपनी शादीशुदा जिंदगी से बहुत परेशान थे। कहते– वो (पत्नी) हर रोज मुझे तंग करती है, मेरा तो घर जाने को भी मन नहीं करता है। मैं तुमसे ही शादी कर लूंगा। फिर उन्होंने खजुराहो (मध्य प्रदेश) घूमने का प्लान किया। मुझसे कहा कि घर पर झगड़ा हो गया है, घर नहीं जाएंगे, इसलिए चलो घूमने चलते हैं। फिर हम खजुराहो के एक होटल में 3 दिन तक रहे। वहां उन्होंने पहली बार मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाए। 2025 में मथुरा घुमाने ले गए। वहां भी एक होटल बुक किया था। यहां भी कई बार शारीरिक संबंध बनाए थे। मैंने शादी के लिए कहा, तो ऑफिस बुलाकर थप्पड़ मारे
हमने पूछा- जब सब कुछ सही चल रहा था, तो प्रोफेसर के खिलाफ FIR क्यों करवाई? छात्रा कहती हैं- मैं कह रही थी कि जब वो अपनी बीवी को छोड़ना ही चाहते हैं, तो मेरे साथ शादी कर लें। हमने पूछा- फिर क्या हुआ? छात्रा ने कहा- प्रोफेसर हर रविवार को खंदारी परिसर स्थित ऑफिस में दोपहर 2 से 6 बजे तक बुलाते थे। 25 अक्टूबर को भी प्रोफेसर ने मुझे ऑफिस में बुलाया। हमारी शादी के मुद्दे पर झगड़ा हुआ। उन्होंने मुझे थप्पड़ मारे…धक्का देकर गिरा दिया। धमकी दी कि अगर हमारे अफेयर के बारे में किसी को पता चला, तो तुम पीएचडी नहीं कर सकोगी। मैंने कहा- चाहे जो भी हो, अब या तो मुझसे शादी कर लो, नहीं तो पुलिस ही मुझे इंसाफ दिलाएगी। तब प्रोफेसर नाराज हो गए। उन्होंने मेरा मोबाइल छीनकर तोड़ने की कोशिश की। इसके बाद मैं कमरे से बाहर आ गई। चूंकि प्रोफेसर का असली चेहरा मेरे सामने आ चुका था। मैं जान गई थी कि वो सिर्फ मेरा फायदा उठा रहे हैं, इसलिए मैं पुलिस के पास गई। प्रोफेसर के खिलाफ मेरे पास कई डिजिटल साक्ष्य थे, मोबाइल की चैट, कॉल रिकॉर्डिंग और कुछ तस्वीरें पुलिस को सौंप दी। इसी आधार पर पुलिस ने मेरी FIR दर्ज की। विश्वविद्यालय की समिति के सामने छात्रा ने बयान दर्ज कराए
पीएचडी स्कॉलर से संबंध बनाने के मामले में लखनऊ से राजभवन ने भी आगरा विश्वविद्यालय से रिपोर्ट तलब की है। इसके बाद विश्वविद्यालय ने एक कमेटी बना दी है। कमेटी के सदस्यों ने छात्रा की पूरी कहानी सुनी। इस दौरान वीडियोग्राफी भी हुई। कमेटी ने छात्रा से कहा कि आप क बार री-मेडिकल के लिए अप्लाई कर दीजिए। आरोप- 3 प्रोफेसर दे रहे हैं आरोपी का साथ
छात्रा के परिजनों का कहना है- हमारे ऊपर दबाव बनाया जा रहा है। इसमें आगरा कॉलेज के कुछ प्रोफेसर के अलावा खंदारी परिसर के एक प्रोफेसर भी दबाव बना रहे हैं। 3 लोग पैसे लेकर मामले को खत्म करने के लिए कह रहे हैं। प्रोफेसर की पत्नी ने कहा- वो कहां है, ये आप मुझे बताइए
पुलिस प्रोफेसर को ढूंढने के लिए प्रोफेसर के घर पहुंची। घर की तलाशी के बाद जब प्रोफेसर की पत्नी से पूछा गया कि प्रोफेसर कहां है? पत्नी ने कहा- मैं आपके साथ थाने चलती हूं। मुझसे पूछ लीजिए, जो पूछना है। वो कहां हैं, मुझे नहीं पता। मेरा उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। आप बताइए कि वो कहां हैं? बता दें कि प्रोफेसर सिकंदरा क्षेत्र में एक कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रहते हैं। परिवार में पत्नी के अलावा दो बच्चे हैं। एक बच्ची लगभग 18 साल और बेटा लगभग 15 साल का बताया जा रहा है। आजमगढ़ के पास एक गांव के मूल रूप से रहने वाले हैं। ससुराल लखनऊ में है। उनका एक घर मुंबई में भी है। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. आशु रानी ने कहा- पुलिस से जानकारी मिलने के बाद मामले की निष्पक्ष जांच के लिए ICC का गठन किया गया है, जिसमें महिला वकील और विशेषज्ञ शामिल हैं। जांच में यदि प्रोफेसर दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ टर्मिनेशन यानी नौकरी से निकालने तक की कार्रवाई की जाएगी। …….. ये भी पढ़ें –
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