बाराबंकी में तहसील परिसर में धर्म परिवर्तन को लेकर हिंदू संगठनों ने हंगामा किया। मुस्लिम महिला से शादी के 3 साल बाद पति आधिकारिक रूप से अपना धर्म बदलने तहसील पहुंचा था। साथ में ससुराल वाले भी थे। जैसे ही ये बात हिंदू संगठनों को पता चली, वह तहसील पहुंच गए और हंगामा करने लगे। उन्होंने पति-पत्नी और उसके घरवालों को पकड़ लिया। लड़की के पिता के साथ मारपीट की। बुर्का पहने लड़की को साड़ी पहनवाई गई। इसके बाद दोनों की मंदिर में हिंदू–रीति रिवाज से शादी करा दी गई। इस पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है। मामला रामसनेहीघाट थाना क्षेत्र का है। अब जानिए पूरा मामला… 4 साल से जानते थे, एक साल बाद की शादी
दरअसल, थाना टिकटनगर के खेतासराय निवासी रिंकू रावत पुत्र रतिपाल ने 3 साल पहले अयोध्या के देवपुर मजरे मोहम्मदपुर की रहने वाली साहिबा पुत्री कबीर से शादी की थी। रिंकू रावत दिल्ली में रहता था। 4 साल पहले दोनों की बात फोन पर शुरू हुई थी। साहिबा के पिता ने इसका विरोध किया। साहिबा, रिंकू के साथ दिल्ली चली गई। शादी के बाद रिंकू ने नाम बदलकर इसरार रख लिया
3 साल पहले दोनों ने निकाह कर लिया। रिंकू ने खुद भी मुस्लिम धर्म अपनाकर अपना नाम मोहम्मद इसरार रख लिया था। बताया जा रहा है कि रिंकू ने अपना खतना भी करवा लिया। अब दोनों की एक संतान भी है। शुक्रवार दोपहर एक बजे को दंपती परिजनों के साथ तहसील मुख्यालय पहुंचे। यहां रिंकू उर्फ इसरार का मुस्लिम धर्म में आधिकारिक रूप से परिवर्तन कराने की प्रक्रिया चल रही थी। मुस्लिम धर्म में शामिल करने की सुनियोजित कोशिश
इसी बीच सूचना पाकर विश्व हिंदू परिषद धर्म यात्रा महासंघ और हिंदू युवा वाहिनी के पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम का विरोध शुरू कर दिया और कहा कि यह कि हिंदू युवक को मुस्लिम धर्म में शामिल करने की सुनियोजित कोशिश है। हिंदू संगठनों ने तहसील परिसर में हंगामा करते हुए पूरी कार्रवाई रोक दी। शादी के बाद लड़की, लड़के के धर्म में जाती है
विश्व हिंदू परिषद धर्म यात्रा महासंघ के जिला प्रमुख विनय सिंह राजपूत ने कहा, विवाह के बाद सामान्य रूप से लड़की अपने पति के धर्म में जाती है, लेकिन यहां उल्टा किया जा रहा था। हिंदू युवक को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा था। यह साजिश किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लड़की का नाम बदलकर शांति देवी रखा
इस दौरान तहसील परिसर में हंगामा, धक्का-मुक्की और मारपीट की स्थिति बन गई। लड़की के पिता और युवक के साथ हिंदू संगठन के लोगों ने मारपीट भी की। अंत में कार्यकर्ता दोनों को बाबा रामसनेहीघाट मंदिर लेकर पहुंचे। यहां मंत्रोच्चारण के साथ सिंदूर भरवाकर और वरमाला पहनाकर दोनों की दोबारा शादी कराई। महिला तहसील पहुंची थी तब वह बुर्के में थी, लेकिन मंदिर में साड़ी पहनाकर शांति देवी नाम से हिंदू विवाह कराया गया। करीब दो घंटे तक तहसील परिसर में बवाल चला। साहिबा उर्फ शांति ने बताया- रिंकू मेरे गांव शादी में आए थे। यहीं हमारी पहली मुलाकात हुई थी। हमने एक-दूसरे का नंबर ले लिया। बातचीत शुरू हो गई। मैंने 8वीं की पढ़ाई की है। रिंकू पढ़ा लिखा नहीं है। हम आज तहसील में बेटे का आधार कार्ड बनवाने आए थे। रामसनेहीघाट के थाना प्रभारी अंकित त्रिपाठी ने कहा- मुझे मामले की जानकारी नहीं है। किसी ने कोई प्रार्थना पत्र नहीं दिया है। अगर, शिकायत आती है तो जांच कर कार्रवाई करेंगे। ————————————— ये खबर भी पढ़ें सोनभद्र में मंत्री पर हमला, शीशे पर मुक्के मारे:फ्लीट के सामने आया हमलावर, मंत्री ने कहा- गाड़ी भगाओ; थाने जाकर रुकवाई समाज कल्याण राज्यमंत्री संजीव सिंह गोंड के काफिले पर गुरुवार रात हमला किया गया। सोनभद्र के रॉबर्ट्सगंज से अपने घर डाला लौटते समय यह हमला हुआ। मंत्री ने बताया- एक गाड़ी ने पहले उनके काफिले को ओवरटेक किया और फिर रोक कर अभद्रता की गई। पूरी खबर पढ़ें
दरअसल, थाना टिकटनगर के खेतासराय निवासी रिंकू रावत पुत्र रतिपाल ने 3 साल पहले अयोध्या के देवपुर मजरे मोहम्मदपुर की रहने वाली साहिबा पुत्री कबीर से शादी की थी। रिंकू रावत दिल्ली में रहता था। 4 साल पहले दोनों की बात फोन पर शुरू हुई थी। साहिबा के पिता ने इसका विरोध किया। साहिबा, रिंकू के साथ दिल्ली चली गई। शादी के बाद रिंकू ने नाम बदलकर इसरार रख लिया
3 साल पहले दोनों ने निकाह कर लिया। रिंकू ने खुद भी मुस्लिम धर्म अपनाकर अपना नाम मोहम्मद इसरार रख लिया था। बताया जा रहा है कि रिंकू ने अपना खतना भी करवा लिया। अब दोनों की एक संतान भी है। शुक्रवार दोपहर एक बजे को दंपती परिजनों के साथ तहसील मुख्यालय पहुंचे। यहां रिंकू उर्फ इसरार का मुस्लिम धर्म में आधिकारिक रूप से परिवर्तन कराने की प्रक्रिया चल रही थी। मुस्लिम धर्म में शामिल करने की सुनियोजित कोशिश
इसी बीच सूचना पाकर विश्व हिंदू परिषद धर्म यात्रा महासंघ और हिंदू युवा वाहिनी के पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम का विरोध शुरू कर दिया और कहा कि यह कि हिंदू युवक को मुस्लिम धर्म में शामिल करने की सुनियोजित कोशिश है। हिंदू संगठनों ने तहसील परिसर में हंगामा करते हुए पूरी कार्रवाई रोक दी। शादी के बाद लड़की, लड़के के धर्म में जाती है
विश्व हिंदू परिषद धर्म यात्रा महासंघ के जिला प्रमुख विनय सिंह राजपूत ने कहा, विवाह के बाद सामान्य रूप से लड़की अपने पति के धर्म में जाती है, लेकिन यहां उल्टा किया जा रहा था। हिंदू युवक को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा था। यह साजिश किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लड़की का नाम बदलकर शांति देवी रखा
इस दौरान तहसील परिसर में हंगामा, धक्का-मुक्की और मारपीट की स्थिति बन गई। लड़की के पिता और युवक के साथ हिंदू संगठन के लोगों ने मारपीट भी की। अंत में कार्यकर्ता दोनों को बाबा रामसनेहीघाट मंदिर लेकर पहुंचे। यहां मंत्रोच्चारण के साथ सिंदूर भरवाकर और वरमाला पहनाकर दोनों की दोबारा शादी कराई। महिला तहसील पहुंची थी तब वह बुर्के में थी, लेकिन मंदिर में साड़ी पहनाकर शांति देवी नाम से हिंदू विवाह कराया गया। करीब दो घंटे तक तहसील परिसर में बवाल चला। साहिबा उर्फ शांति ने बताया- रिंकू मेरे गांव शादी में आए थे। यहीं हमारी पहली मुलाकात हुई थी। हमने एक-दूसरे का नंबर ले लिया। बातचीत शुरू हो गई। मैंने 8वीं की पढ़ाई की है। रिंकू पढ़ा लिखा नहीं है। हम आज तहसील में बेटे का आधार कार्ड बनवाने आए थे। रामसनेहीघाट के थाना प्रभारी अंकित त्रिपाठी ने कहा- मुझे मामले की जानकारी नहीं है। किसी ने कोई प्रार्थना पत्र नहीं दिया है। अगर, शिकायत आती है तो जांच कर कार्रवाई करेंगे। ————————————— ये खबर भी पढ़ें सोनभद्र में मंत्री पर हमला, शीशे पर मुक्के मारे:फ्लीट के सामने आया हमलावर, मंत्री ने कहा- गाड़ी भगाओ; थाने जाकर रुकवाई समाज कल्याण राज्यमंत्री संजीव सिंह गोंड के काफिले पर गुरुवार रात हमला किया गया। सोनभद्र के रॉबर्ट्सगंज से अपने घर डाला लौटते समय यह हमला हुआ। मंत्री ने बताया- एक गाड़ी ने पहले उनके काफिले को ओवरटेक किया और फिर रोक कर अभद्रता की गई। पूरी खबर पढ़ें