बांके बिहारी मंदिर में दर्शन समय में फिर बदलाव की तैयारी है। 3 नवंबर से 45 मिनट पहले ठाकुरजी के कपाट खोले जाएंगे। 8 बजे से शुरू होने वाले दर्शन की खिलाफत मंदिर के सेवायत कर रहे हैं। दूसरी तरफ, बांके बिहारी के तहखाने में कोई खास खजाना कमेटी को नहीं मिला है, ऐसे में 12 बैंकों में जमा 350 करोड़ रुपए का पूरा ब्योरा बैंकों से मांग लिया गया है। तैयारी है कि हर दिन मंदिर में आने वाले फंड की लिस्टिंग की जाए। ये रुपया कैसे खर्च किया जा रहा है? इसका ब्योरा भी तैयार हो। हर महीने की 30 तारीख को इसका ऑडिट किया जाएगा। बता दें कि गर्भगृह के नीचे के तहखाना से एक सोने की छड़ी, तीन चांदी की छड़ियां, दो तांबे के सिक्के और कुछ पुराने बर्तन मिले हैं। जबकि कीमती जवाहरात और अन्य सामान वाले कई बॉक्स खाली पाए गए हैं। ऐसे में वृंदावन के संत ही अब CBI जांच की मांग करने लगे हैं। श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष समिति के अध्यक्ष दिनेश फलाहारी ने PM मोदी को लेटर भेजा है। अब बांके बिहार में चल रहे विवादों को समझिए… वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में इस वक्त 3 विवाद चल रहे हैं। पहले पक्ष में मंदिर के 400 सेवायतों का परिवार है। दूसरे पक्ष में श्री बांके बिहारी मंदिर हाई पावर्ड कमेटी के पदाधिकारी है। ये विवाद हैं- 1. बांके बिहारी का खजाना 2. बांके बिहारी कॉरिडोर का निर्माण 3. बांके बिहारी के दर्शन का समय श्री बांके बिहारी मंदिर हाई पावर्ड कमेटी का कहना है कि हर दिन 1 से 2 लाख लोग वृंदावन पहुंच रहे हैं। दर्शन सरलता और सुरक्षित माहौल में करवाने के लिए ही व्यवस्थाओं में बदलाव किया जा रहा है। कमेटी ने 2 टूक कह दिया है कि बांके बिहारी मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को 3 नवंबर से नए समय के अनुसार ही दर्शन कराया जाएगा। दरअसल, शीतकाल में ठाकुरजी को आराम देने के लिए मंदिर में दर्शन 8.45 बजे से शुरू किया जा रहा है। 3 नवंबर से कपाट 8 बजे खुलने हैं। सेवायत फिर इसका विरोध कर रहे हैं। सेवायत बोले- सर्दियों में ठाकुरजी को आराम कैसे मिलेगा
मंदिर के सेवायत चाहते हैं कि सर्दियों में ठाकुरजी को विश्राम दिया जाए, इसलिए सुबह 8:45 से दोपहर 1 बजे तक दर्शन करवाएं जाएं। फिर शाम को 4:30 बजे से रात 8:30 तक दर्शन करवाकर कपाट बंद करवा दिए जाएं। सेवायत रजत गोस्वामी ने कमेटी के सामने सुझाव दिया कि दर्शन स्लॉट बुक करने के लिए ई-रजिस्ट्रेशन लागू किया जाए। श्रद्धालु निश्चित स्लॉट बुक करके आए, दर्शन करें और चले जाएं। इससे मथुरा-वृंदावन के और मंदिरों में घूमने के लिए उन्हें समय मिल जाएगा। सेवायत ये भी चाहते हैं कि उनके यजमानों को VIP लेन में दर्शन करने दिया जाए, क्योंकि वह पीढ़ियों से यजमानों को दर्शन कराते आ रहे हैं। साथ ही, जो लोग सेवा में हैं, उनके कर्मचारी ड्रेस में पहचान पत्र के साथ आएं। जिनकी सेवा नहीं है, उनके एक कर्मचारी को ड्रेस और पहचान पत्र से प्रवेश मिलता रहे। जबकि कमेटी चाहती है, मंदिर में दर्शन श्रद्धालुओं को पंक्ति में कराया जाए। 2 नंबर गेट से आने वाले श्रद्धालु 1 नंबर गेट से बाहर निकले और 3 नंबर गेट से आने वाले श्रद्धालु 4 नंबर गेट से बाहर निकल जाएं। 5 नंबर गेट VIP और सेवायतों के लिए सुरक्षित रखे जाएं। ठाकुरजी के 350 करोड़ की MOD टूटेगी
मथुरा-वृंदावन के 12 बैंक में श्री बांके बिहारी मंदिर के खाते हैं। इनमें 350 करोड़ रुपए जमा हैं। सबसे ज्यादा फंड भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और केनरा बैंक में हैं। श्री बांके बिहारी मंदिर हाई पावर्ड कमेटी के अध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया- फंड मल्टी ऑप्शनल डिपॉजिट (एमओडी) में जमा हैं, इसमें ब्याज कम मिलता है। अब इस फंड को फिक्स डिपॉजिट (एफडी) में कन्वर्ट किया जाएगा। अध्यक्ष रिटायर्ड जज अशोक कुमार सहित अन्य सदस्यों की 30 अक्टूबर को बैंक अधिकारियों के साथ बैठक हुई। बैंकों से सेविंग अकाउंट की डिटेल भी मांगी गई है। इनके भी ऑडिट किए जाएंगे। बता दें कि हाई पावर्ड कमेटी और सेवायतों के बीच खजाने को लेकर तनातनी का माहौल चला आ रहा है। स्थिति यहां तक आ गई कि तहखाना खुलने के मामले में कमेटी के विरोध में मंदिर में नारेबाजी की गई। 30 अक्टूबर को दोबारा कमेटी के पदाधिकारियों और सेवायतों के बीच बहस हो गई। हर दिन कितना रुपया मंदिर में आया, रिपोर्ट तैयार होगी
कमेटी में मंदिर के फंड का पूरा ब्योरा तैयार होगा। प्रबंधन रिकॉर्ड तैयार करेगा कि मंदिर में आने वाले भक्तों से कितना रुपया आ रहा है। इनमें कितना फंड मंदिर की व्यवस्थाओं पर खर्च किया जा रहा है। बचा हुआ फंड किन बैंक अकाउंट में डिपॉजिट हो रहा है। प्रबंधन इसकी रिपोर्ट बनाकर कमेटी को सौंपेगी। हर महीने की आखिरी तारीख में इस ब्योरा का कमेटी ऑडिट भी करेगी। इस पूरे मामले में कमेटी के अध्यक्ष अशोक कुमार कहते हैं- सेवायतों से बातचीत के बाद ही व्यवस्थाएं बनाई जा रही हैं। सेवायतों ने 3 बड़े पॉइंट हमारे सामने रखे हैं। 1. ई-रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था। 2. सुबह के वक्त मंदिर की गलियों में सफाई। 3. ई-रिक्शा चालकों को नियंत्रित करना। इन पर काम शुरू कर दिया गया है। मंदिर परिसर में 2 बंद कमरे हैं। यहां मेडिकल स्टाफ को बैठाया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को कैंपस में ही ट्रीटमेंट दिया जा सके। कमेटी ने फैसले लिए- वृंदावन में संत बोले- CBI जांच नहीं, तो अनशन करेंगे
ठाकुर जी के खजाने का विवाद अब संतों के बीच भी पहुंच गया है। वृंदावन के उड़िया बाबा मंदिर में संत समाज की बैठक हुई। संतों ने सीबीआई जांच की मांग रखी। साध्वी इंदु लेखा ने कहा- राजाओं और भक्तों ने जो दान किया, वह खजाना सनातन धर्म की धरोहर है, इसे लूटने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। संतों ने चेतावनी दी है कि अगर सीबीआई जांच नहीं हुई, तो आमरण अनशन किया जाएगा। इस बैठक में साध्वी इंदु लेखा, अनिल कृष्ण शास्त्री, राजेश पाठक और महामंडलेश्वर रामदास महाराज मौजूद रहे। श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष समिति के अध्यक्ष दिनेश फलाहारी महाराज ने PM नरेंद्र मोदी को लेटर लिखा। खजाने के तालों पर सरकारी सील नहीं होने का फायदा उठाकर कुछ मंदिर व्यवस्थापकों ने श्रद्धालुओं की दान की गई संपत्ति चुरा ली है। पूरे मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच होनी चाहिए। दोषी अधिकारियों की व्यक्तिगत संपत्ति की भी तुरंत जांच की जाए। यह करोड़ों भक्तों की आस्था का सवाल है। मंदिर में आने वाली भेंट चोरी नहीं होनी चाहिए…
सेवायत दिनेश गोस्वामी ने श्री बांकेबिहारी मंदिर की हाई पॉवर्ड कमेटी के सामने 1 लेटर रखा। इसमें श्रद्धालुओं के फेवर में कुछ मांगे की गई। दिनेश गोस्वामी खुद भी कमेटी के सदस्य हैं। उन्होंने प्रसाद की शुद्धता, परिक्रमा रूट को दोबारा बनवाने और राधाकुंड स्थित कुंज बिहारी मंदिर की मरम्मत कराई जाए। उन्होंने कहा- ——————————— ये पढ़े- ‘मकबरे पर कलश, DNA हो- डायलॉग पर बजी तालियां:आगरा में ‘द ताज स्टोरी’ मूवी के फ्री टिकट बांटे; सिनेमाघरों में जयकारे लगे अभिनेता परेश रावल स्टारर ‘द ताज स्टोरी’ मूवी आज, शुक्रवार को रिलीज हो गई। ताजमहल एक मकबरा है या तेजोमहालय… मूवी इसी पॉइंट के इर्द-गिर्द फिल्माई गई है। आगरा के विमल सिनेप्लेक्स में सिर्फ 5 लोग पहला शो देखने पहुंचे, जबकि सर्व मल्टीप्लेक्स में पहला शो हाउसफुल रहा। पढ़िए पूरी खबर…
मंदिर के सेवायत चाहते हैं कि सर्दियों में ठाकुरजी को विश्राम दिया जाए, इसलिए सुबह 8:45 से दोपहर 1 बजे तक दर्शन करवाएं जाएं। फिर शाम को 4:30 बजे से रात 8:30 तक दर्शन करवाकर कपाट बंद करवा दिए जाएं। सेवायत रजत गोस्वामी ने कमेटी के सामने सुझाव दिया कि दर्शन स्लॉट बुक करने के लिए ई-रजिस्ट्रेशन लागू किया जाए। श्रद्धालु निश्चित स्लॉट बुक करके आए, दर्शन करें और चले जाएं। इससे मथुरा-वृंदावन के और मंदिरों में घूमने के लिए उन्हें समय मिल जाएगा। सेवायत ये भी चाहते हैं कि उनके यजमानों को VIP लेन में दर्शन करने दिया जाए, क्योंकि वह पीढ़ियों से यजमानों को दर्शन कराते आ रहे हैं। साथ ही, जो लोग सेवा में हैं, उनके कर्मचारी ड्रेस में पहचान पत्र के साथ आएं। जिनकी सेवा नहीं है, उनके एक कर्मचारी को ड्रेस और पहचान पत्र से प्रवेश मिलता रहे। जबकि कमेटी चाहती है, मंदिर में दर्शन श्रद्धालुओं को पंक्ति में कराया जाए। 2 नंबर गेट से आने वाले श्रद्धालु 1 नंबर गेट से बाहर निकले और 3 नंबर गेट से आने वाले श्रद्धालु 4 नंबर गेट से बाहर निकल जाएं। 5 नंबर गेट VIP और सेवायतों के लिए सुरक्षित रखे जाएं। ठाकुरजी के 350 करोड़ की MOD टूटेगी
मथुरा-वृंदावन के 12 बैंक में श्री बांके बिहारी मंदिर के खाते हैं। इनमें 350 करोड़ रुपए जमा हैं। सबसे ज्यादा फंड भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और केनरा बैंक में हैं। श्री बांके बिहारी मंदिर हाई पावर्ड कमेटी के अध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया- फंड मल्टी ऑप्शनल डिपॉजिट (एमओडी) में जमा हैं, इसमें ब्याज कम मिलता है। अब इस फंड को फिक्स डिपॉजिट (एफडी) में कन्वर्ट किया जाएगा। अध्यक्ष रिटायर्ड जज अशोक कुमार सहित अन्य सदस्यों की 30 अक्टूबर को बैंक अधिकारियों के साथ बैठक हुई। बैंकों से सेविंग अकाउंट की डिटेल भी मांगी गई है। इनके भी ऑडिट किए जाएंगे। बता दें कि हाई पावर्ड कमेटी और सेवायतों के बीच खजाने को लेकर तनातनी का माहौल चला आ रहा है। स्थिति यहां तक आ गई कि तहखाना खुलने के मामले में कमेटी के विरोध में मंदिर में नारेबाजी की गई। 30 अक्टूबर को दोबारा कमेटी के पदाधिकारियों और सेवायतों के बीच बहस हो गई। हर दिन कितना रुपया मंदिर में आया, रिपोर्ट तैयार होगी
कमेटी में मंदिर के फंड का पूरा ब्योरा तैयार होगा। प्रबंधन रिकॉर्ड तैयार करेगा कि मंदिर में आने वाले भक्तों से कितना रुपया आ रहा है। इनमें कितना फंड मंदिर की व्यवस्थाओं पर खर्च किया जा रहा है। बचा हुआ फंड किन बैंक अकाउंट में डिपॉजिट हो रहा है। प्रबंधन इसकी रिपोर्ट बनाकर कमेटी को सौंपेगी। हर महीने की आखिरी तारीख में इस ब्योरा का कमेटी ऑडिट भी करेगी। इस पूरे मामले में कमेटी के अध्यक्ष अशोक कुमार कहते हैं- सेवायतों से बातचीत के बाद ही व्यवस्थाएं बनाई जा रही हैं। सेवायतों ने 3 बड़े पॉइंट हमारे सामने रखे हैं। 1. ई-रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था। 2. सुबह के वक्त मंदिर की गलियों में सफाई। 3. ई-रिक्शा चालकों को नियंत्रित करना। इन पर काम शुरू कर दिया गया है। मंदिर परिसर में 2 बंद कमरे हैं। यहां मेडिकल स्टाफ को बैठाया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को कैंपस में ही ट्रीटमेंट दिया जा सके। कमेटी ने फैसले लिए- वृंदावन में संत बोले- CBI जांच नहीं, तो अनशन करेंगे
ठाकुर जी के खजाने का विवाद अब संतों के बीच भी पहुंच गया है। वृंदावन के उड़िया बाबा मंदिर में संत समाज की बैठक हुई। संतों ने सीबीआई जांच की मांग रखी। साध्वी इंदु लेखा ने कहा- राजाओं और भक्तों ने जो दान किया, वह खजाना सनातन धर्म की धरोहर है, इसे लूटने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। संतों ने चेतावनी दी है कि अगर सीबीआई जांच नहीं हुई, तो आमरण अनशन किया जाएगा। इस बैठक में साध्वी इंदु लेखा, अनिल कृष्ण शास्त्री, राजेश पाठक और महामंडलेश्वर रामदास महाराज मौजूद रहे। श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष समिति के अध्यक्ष दिनेश फलाहारी महाराज ने PM नरेंद्र मोदी को लेटर लिखा। खजाने के तालों पर सरकारी सील नहीं होने का फायदा उठाकर कुछ मंदिर व्यवस्थापकों ने श्रद्धालुओं की दान की गई संपत्ति चुरा ली है। पूरे मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच होनी चाहिए। दोषी अधिकारियों की व्यक्तिगत संपत्ति की भी तुरंत जांच की जाए। यह करोड़ों भक्तों की आस्था का सवाल है। मंदिर में आने वाली भेंट चोरी नहीं होनी चाहिए…
सेवायत दिनेश गोस्वामी ने श्री बांकेबिहारी मंदिर की हाई पॉवर्ड कमेटी के सामने 1 लेटर रखा। इसमें श्रद्धालुओं के फेवर में कुछ मांगे की गई। दिनेश गोस्वामी खुद भी कमेटी के सदस्य हैं। उन्होंने प्रसाद की शुद्धता, परिक्रमा रूट को दोबारा बनवाने और राधाकुंड स्थित कुंज बिहारी मंदिर की मरम्मत कराई जाए। उन्होंने कहा- ——————————— ये पढ़े- ‘मकबरे पर कलश, DNA हो- डायलॉग पर बजी तालियां:आगरा में ‘द ताज स्टोरी’ मूवी के फ्री टिकट बांटे; सिनेमाघरों में जयकारे लगे अभिनेता परेश रावल स्टारर ‘द ताज स्टोरी’ मूवी आज, शुक्रवार को रिलीज हो गई। ताजमहल एक मकबरा है या तेजोमहालय… मूवी इसी पॉइंट के इर्द-गिर्द फिल्माई गई है। आगरा के विमल सिनेप्लेक्स में सिर्फ 5 लोग पहला शो देखने पहुंचे, जबकि सर्व मल्टीप्लेक्स में पहला शो हाउसफुल रहा। पढ़िए पूरी खबर…