BJP सांसद बोले-उमा भारती क्या, झांसी से सभी लड़ना चाहेंगे:2024 लोकसभा चुनाव में कई ने टिकट मांगा, लेकिन मुझे ही मिला

पार्टी अगर चाहेगी तो 2029 लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार नहीं करूंगी। मगर सिर्फ झांसी सीट से चुनाव लड़ूंगी। अब पार्टी क्या कहती है, इसका इंतजार रहेगा। BJP नेता उमा भारती के इस स्टेटमेंट के बाद यूपी की सियासत में नई बहस छिड़ गई। लोकसभा चुनाव 2029 भले ही अभी दूर हैं, मगर बुंदेलखंड की अहम सीट पर BJP का चेहरा कौन होगा, इसे लेकर चर्चा तेज हो गई है। दैनिक भास्कर ने उमा भारती के सियासी बयान के मायने तलाशने के लिए BJP के मौजूदा सांसद अनुराग शर्मा से बात की। वो हंसते हुए कहते हैं- झांसी से तो BJP के सारे कार्यकर्ता चुनाव लड़ना चाहते हैं। 2024 के चुनाव में 35 से 38 कार्यकर्ताओं ने टिकट मांगा था। झांसी सीट की सियासत को समझने के लिए हमने BJP सांसद अनुराग शर्मा से 3 सवाल पूछे। पढ़िए पूरी बातचीत… सवाल. उमा भारती झांसी से चुनाव लड़ना चाहती है, आप क्या कहना चाहेंगे? जवाब. मुझे तो लगता है कि झांसी से BJP के सारे कार्यकर्ता चुनाव लड़ना चाहते हैं। सारे कार्यकर्ताओं को हक है, सारे कार्यकर्ताओं का स्वागत है। पिछली बार भी 35 से 38 लोगों ने टिकट मांगा था। इस बार भी मांगेंगे। अभी तो ये बात 4 साल दूर की है। सवाल. 2019 और 2024, दो चुनाव आप लड़े हैं, आपका वोटिंग परसेंटेज कम हुआ है। क्या संगठन आने वाले चुनाव में नया फैसला कर सकता है? जवाब. मेरे ख्याल से पूरे बुंदेलखंड से एक मैं ही सांसद हूं, जो जीता है। उस रूपरेखा में देखेंगे तो बहुत शानदार जीत रही है। यूपी के नतीजों में चौथे पायदान पर रहा था। क्योंकि, 2024 लोकसभा चुनाव यूपी में हमारे (BJP) के पक्ष में नहीं गया था। हर चुनाव का माहौल अलग होता है। उसी आधार पर देखना चाहिए, बाकी सब लोगों की अपनी-अपनी सोच रहती है। सवाल. अगर BJP उमा भारती को टिकट देती है, तो आप किस सीट से चुनाव लड़ना चाहेंगे? जवाब. 2029 के लिए मैं भविष्यवाणी नहीं कर सकता। अभी तो 2027 विधानसभा चुनाव के लिए BJP संगठन जिन लोगों पर भरोसा जता रहा है, मैं उनके लिए मेहनत कर रहा हूं। 20 अक्टूबर को टीकमगढ़ से भोपाल जाने के दौरान उमा भारती यूपी के ललितपुर पहुंचीं थीं। वह यहां 20 मिनट तक PWD गेस्ट हाउस में रुकीं। मीडिया से उमा भारती की कही हुई 4 अहम बातें पढ़िए… उमा भारती का सियासी करियर जानिए
2014 के बाद चुनाव नहीं लड़ा, कहा- बीमारी की वजह से फैसला लिया
भारत की राजनीति में उमा भारती बड़ा चेहरा रही हैं। उन्होंने 1989 में पहला चुनाव खजुराहो सीट से जीता था। फिर 3 चुनाव जीतती रहीं, फिर 1999 में उन्होंने अपनी सीट बदली और भोपाल से चुनाव जीता। अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने मानव संसाधन विकास, पर्यटन, युवा मामले और खेल मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली। 2014 में नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद, उन्हें जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नियुक्त किया गया। वे सितंबर 2017 तक इस पद पर रहीं। 2003 में उन्हें मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया। 2004 में उन्होंने CM पद से इस्तीफा दे दिया। 2014 में उमा भारती ने झांसी सीट से चुनाव लड़ा और सांसद बनी। इसके बाद उन्होंने कहा- मेरी कमर और घुटनों की बीमारी चलने फिरने नहीं दे रही हैं। इस कारण मैंने निर्णय लिया है कि मैं अब अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगी। बीजेपी में जब सिर्फ दो सांसद थे तब से लेकर अब तक पार्टी के लिए काम कर रही हूं। पार्टी के लिए कई सालों तक कड़ी मेहनत की है। 54 साल की उम्र में शरीर जवाब दे गया है। मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि बीजेपी देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन गई है। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में केवल प्रचारक की भूमिका में रहूंगी। ना ही मुझे अब कहीं का सीएम बनना है और मैं ऐसी किसी दौड़ में शामिल भी नहीं हूं।
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