योगी के कार से उतरते ही गाय पहुंची, सुपरवाइजर सस्पेंड:CM की ओर दौड़ी तो जवानों ने रोका, 20 दिन में तीसरी बार सुरक्षा में लापरवाही

गोरखपुर में सीएम योगी की सुरक्षा में लापरवाही का मामला सामने आया है। सीएम शुक्रवार शाम गोरखनाथ ओवरब्रिज का उद्घाटन करने पहुंचे थे। उनकी कार रुकी तो पहले सांसद रवि किशन उतरे, फिर सीएम। इसी दौरान एक गाय दौड़ती हुई कार के पास पहुंच गई। वह सीएम की तरफ बढ़ रही थी। यह देखकर सुरक्षा में तैनात 15 जवान अलर्ट हो गए। उन्होंने गाय को घेरकर रोका और दूसरी तरफ भगा दिया। शुरुआती जांच में गोरखनाथ इलाके के नगर निगम के सुपरवाइजर अरविंद कुमार की लापरवाही सामने आई है। उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। अरविंद पर पूरे एरिया में नगर निगम से जुड़े कामों की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी थी। इस घटना का आज वीडियो सामने आया है। नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल के निर्देश पर इंटरनल जांच भी शुरू हो गई है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि सुरक्षा घेरा होने के बावजूद गाय अंदर कैसे पहुंच गई। बता दें कि VVIP मूवमेंट से पहले पूरे रास्ते और कार्यक्रम स्थल की जांच की जाती है। पिछले 20 दिनों में योगी की सुरक्षा में लापरवाही की यह तीसरी घटना है। 2 तस्वीरें देखिए- योगी के उतरने के 4 सेकेंड बाद ही गाय पहुंची
25 सेकेंड के वीडियो में दिख रहा है कि 6 सेकेंड पर कार से सांसद रवि किशन उतरते हैं। फिर 10 सेकेंड पर उसी कार से सीएम योगी उतरते हैं। योगी के उतरने के 4 सेकेंड बाद ही गाय उनकी कार के पास पहुंच जाती है। हालांकि, सीएम की सुरक्षा में तैनात जवान उसे घेरकर रोक लेते हैं। नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने कहा- VVIP सुरक्षा से जुड़ी किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था की पूरी समीक्षा की जाएगी। आने वाले समय में VVIP कार्यक्रमों के दौरान निगरानी और सतर्कता को और सख्त किया जाएगा। 20 दिनों में तीसरी बार सुरक्षा में लापरवाही पहली घटना: 2 दिसंबर को वाराणसी में काशी-तमिल संगमम के चौथे संस्करण के शुभारंभ के मौके पर एक शराबी युवक सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए सीएम योगी के मंच के पास पहुंच गया। युवक सीएम तक पहुंचता, इससे पहले कमांडोज ने झपट्टा मारकर उसे पकड़ लिया। दूसरी घटना: 4 दिसंबर को जब मुख्यमंत्री, स्पोर्ट्स कॉलेज से एयरपोर्ट जा रहे थे, तब असुरन इलाके में वॉर्निंग पॉइंट के आगे अचानक एक बस पहुंच गई थी। उस मामले में भी सुरक्षा में लापरवाही पाए जाने पर संबंधित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई थी। जिस ओवरब्रिज का उद्घाटन हुआ, उसे जानिए- गोरखपुर शहर को 19 दिसंबर को एक नया ओवरब्रिज मिल गया है। नाम है- गोरखनाथ ओवरब्रिज। इस रूट पर पहले से एक ओवरब्रिज था। इस तरह अब यह शहर का पहला डबल लेन का पुल चालू हो गया है। मतलब- लेन 1. गोरखनाथ मंदिर से धर्मशाला की तरफ आती है। लेन 2. धर्मशाला की तरफ से गोरखनाथ मंदिर की तरफ जाती है। बीच में रेलवे लाइन के ऊपर 76 मीटर लंबे स्टील के स्पॉन लगाए गए हैं, ये गर्डर 750 टन भारी हैं। इस ओवरब्रिज ने गोरखपुर के 10 लाख लोगों को राहत दी है। नेपाल तक कनेक्टिविटी बेहतर हो गई है। अड़चनों को कैसे दूर किया?
गोरखनाथ क्रॉसिंग पर पहला ओवरब्रिज 1980 में बनाया गया था। मगर, जाम की समस्या सॉल्व नहीं हुई। 8 जुलाई, 2023 को एक और ओवरब्रिज के लिए 137.83 करोड़ की लागत स्वीकृत कर ली गई। ये प्रोजेक्ट रेलवे की मदद से बनना था। मगर, ओवरब्रिज का काम शुरू होने के बाद रेलवे इस प्रोजेक्ट से बैकफुट हो गया। स्टेट गवर्नमेंट ने पूरा बजट दिया। 10 अक्टूबर, 2024 को आदेश जारी होने के बाद ओवरब्रिज का काम दोबारा शुरू हो सका। ओवरब्रिज का फायदा- कैसे शुरू हुआ था प्रोजेक्ट?
CM योगी आदित्यनाथ ने विकास कामों की समीक्षा बैठक के दौरान नए ओवरब्रिज के निर्माण के निर्देश दिए थे। लखनऊ–गोरखपुर रेल मार्ग के डोमिनगढ़ और गोरखपुर जंक्शन के बीच पहले से बना ओवरब्रिज जाम का बड़ा कारण बन चुका था। इसलिए उसी के पास दूसरा आरओबी बनाने का निर्णय लिया गया। इसके बाद उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड, गोरखपुर इकाई ने इस परियोजना की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की। ————————- ये खबर भी पढ़िए- यूपी में SI- ASI के 537 पदों पर भर्ती निकली: सबसे ज्यादा दरोगा क्लर्क की पोस्ट; जानिए सिलेक्शन और अप्लाई करने का प्रोसेस यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर की भर्ती निकली है। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPBPB) ने शनिवार को 537 पदों पर सीधी भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।सब इंस्पेक्टर (गोपनीय यानी कॉन्फिडेंशियल), असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (क्लर्क या स्टेनो) और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (अकाउंटेंट) के लिए भर्ती होनी है। पढ़ें पूरी खबर…