श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अब तक का पूरा लेखा-जोखा पेश किया है। 13 दिसंबर को हुई कार्यकारिणी बैठक में यह जानकारी सामने आई कि अब तक ट्रस्ट को कुल 4575 करोड़ रुपए मिले हैं। पिछले 5 साल 9 महीने में मंदिर निर्माण, श्रीराम जन्मभूमि परिसर के विस्तार, जमीन और भवन की खरीद सहित अन्य कई कामों पर खर्च किए गए हैं। अब ट्रस्ट के पास लगभग 2100 करोड़ रुपए बचे हैं। बताया गया कि बची हुई राशि का बड़ा हिस्सा सुरक्षित निवेश के रूप में रखा गया है। इसमें भारतीय स्टेट बैंक, अयोध्या शाखा में 889.52 करोड़ रुपए, बैंक ऑफ बड़ौदा में 313.87 करोड़ रुपए और पंजाब नेशनल बैंक में 694.49 करोड़ रुपए सावधि जमा (एफडीआर) के रूप में हैं। इसके अलावा ट्रस्ट ने 87 करोड़ रुपए म्यूचुअल फंड में और 40 करोड़ रुपए ऑटो स्वीप खाते में निवेश किए हैं। यह लेखा-जोखा 5 फरवरी 2020 से 30 नवंबर 2025 तक की कुल आय पेश किया गया है। राम मंदिर को बैंक से मिला 2 करोड़ रुपए का ब्याज
ट्रस्ट के सेविंग अकाउंट में फिलहाल लगभग 89 लाख रुपए मौजूद हैं, जबकि बैंक से ब्याज के रूप में करीब 2 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं। इस तरह, विभिन्न बैंकों में जमा एफडीआर, कैपिटल इन्वेस्टमेंट और अन्य सुरक्षित निवेशों को मिलाकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पास कुल लगभग 2100 करोड़ रुपए की राशि है। इस राशि का इस्तेमाल भविष्य में मंदिर परिसर के विकास और अन्य योजनाओं में किया जाएगा। 1 अप्रैल से 31 अगस्त 2025 तक राम मंदिर की आय 104.96 करोड़ नए वित्तीय वर्ष (1 अप्रैल से 31 अगस्त 2025) में राम मंदिर को अब तक 104.96 करोड़ रुपए की आय हुई। इसमें 31.22 करोड़ रुपए दान से और 73.74 करोड़ रुपए बैंक ब्याज से मिले। वित्तीय साल 2024-25 का दान ब्योरा दान काउंटर- 34.99 करोड़ दान पात्र- 105.38 करोड़ ऑनलाइन-12.80 करोड़ एफसीआरए- 0.54 लाख कुल दान- 153.71 करोड़ रुपए रामलला का रोजाना 80 हजार श्रद्धालु करते हैं दर्शन
राम मंदिर में रोजाना औसतन 70 से 80 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। पर्व, त्योहार और वीकेंड पर यह संख्या दो से तीन गुना तक बढ़ जाती है। बढ़ती श्रद्धालु संख्या के साथ ही दान की रफ्तार भी तेज बनी हुई है। 5 फरवरी 2020 को बना था श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार ने 5 फरवरी 2020 को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन की घोषणा की थी। केंद्र सरकार ने ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष के रूप में केशव पारासरन सहित कुल नौ सदस्यों की नियुक्ति की थी। इसी दिन शाम को श्रीराम जन्मभूमि के अधिग्रहीत क्षेत्र के तत्कालीन रिसीवर और मंडलायुक्त मनोज कुमार मिश्र ने बैंक खातों सहित समस्त प्रभार ट्रस्ट के प्रमुख सदस्य और अयोध्या नरेश विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र को सौंप दिया था। हालांकि, ट्रस्ट की पहली औपचारिक बैठक 20 फरवरी 2020 को हुई थी, जिसमें मणिराम छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष और विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय को महासचिव चुना गया। ———————- ये भी पढ़ें- योगी के कार से उतरते ही गाय पहुंची, सुपरवाइजर सस्पेंड:CM की ओर दौड़ी तो जवानों ने रोका, 17 दिन में तीसरी बार सुरक्षा में लापरवाही गोरखपुर में सीएम योगी की सुरक्षा में लापरवाही का मामला सामने आया है। सीएम शुक्रवार शाम गोरखनाथ ओवरब्रिज का उद्घाटन करने पहुंचे थे। उनकी कार रुकी तो पहले सांसद रवि किशन उतरे, फिर सीएम योगी। इसी दौरान एक गाय दौड़ती हुई कार के पास पहुंच गई। वह सीएम की तरफ बढ़ रही थी। यह देखकर सुरक्षा में तैनात 15 जवान अलर्ट हो गए। उन्होंने गाय को घेरकर रोका और दूसरी तरफ भगा दिया। पढ़िए पूरी खबर…
ट्रस्ट के सेविंग अकाउंट में फिलहाल लगभग 89 लाख रुपए मौजूद हैं, जबकि बैंक से ब्याज के रूप में करीब 2 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं। इस तरह, विभिन्न बैंकों में जमा एफडीआर, कैपिटल इन्वेस्टमेंट और अन्य सुरक्षित निवेशों को मिलाकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पास कुल लगभग 2100 करोड़ रुपए की राशि है। इस राशि का इस्तेमाल भविष्य में मंदिर परिसर के विकास और अन्य योजनाओं में किया जाएगा। 1 अप्रैल से 31 अगस्त 2025 तक राम मंदिर की आय 104.96 करोड़ नए वित्तीय वर्ष (1 अप्रैल से 31 अगस्त 2025) में राम मंदिर को अब तक 104.96 करोड़ रुपए की आय हुई। इसमें 31.22 करोड़ रुपए दान से और 73.74 करोड़ रुपए बैंक ब्याज से मिले। वित्तीय साल 2024-25 का दान ब्योरा दान काउंटर- 34.99 करोड़ दान पात्र- 105.38 करोड़ ऑनलाइन-12.80 करोड़ एफसीआरए- 0.54 लाख कुल दान- 153.71 करोड़ रुपए रामलला का रोजाना 80 हजार श्रद्धालु करते हैं दर्शन
राम मंदिर में रोजाना औसतन 70 से 80 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। पर्व, त्योहार और वीकेंड पर यह संख्या दो से तीन गुना तक बढ़ जाती है। बढ़ती श्रद्धालु संख्या के साथ ही दान की रफ्तार भी तेज बनी हुई है। 5 फरवरी 2020 को बना था श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार ने 5 फरवरी 2020 को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन की घोषणा की थी। केंद्र सरकार ने ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष के रूप में केशव पारासरन सहित कुल नौ सदस्यों की नियुक्ति की थी। इसी दिन शाम को श्रीराम जन्मभूमि के अधिग्रहीत क्षेत्र के तत्कालीन रिसीवर और मंडलायुक्त मनोज कुमार मिश्र ने बैंक खातों सहित समस्त प्रभार ट्रस्ट के प्रमुख सदस्य और अयोध्या नरेश विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र को सौंप दिया था। हालांकि, ट्रस्ट की पहली औपचारिक बैठक 20 फरवरी 2020 को हुई थी, जिसमें मणिराम छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष और विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय को महासचिव चुना गया। ———————- ये भी पढ़ें- योगी के कार से उतरते ही गाय पहुंची, सुपरवाइजर सस्पेंड:CM की ओर दौड़ी तो जवानों ने रोका, 17 दिन में तीसरी बार सुरक्षा में लापरवाही गोरखपुर में सीएम योगी की सुरक्षा में लापरवाही का मामला सामने आया है। सीएम शुक्रवार शाम गोरखनाथ ओवरब्रिज का उद्घाटन करने पहुंचे थे। उनकी कार रुकी तो पहले सांसद रवि किशन उतरे, फिर सीएम योगी। इसी दौरान एक गाय दौड़ती हुई कार के पास पहुंच गई। वह सीएम की तरफ बढ़ रही थी। यह देखकर सुरक्षा में तैनात 15 जवान अलर्ट हो गए। उन्होंने गाय को घेरकर रोका और दूसरी तरफ भगा दिया। पढ़िए पूरी खबर…