झांसी में अपनी सास सुशीला देवी की हत्या कराने वाली बहू पूजा जाटव की हिस्ट्री बहुत चौंकाने वाली है। सिर्फ 29 साल की पूजा ग्वालियर और झांसी में 3 लोगों के साथ शादी या लिव इन में भी रही। एक शातिर क्रिमिनल की तरह स्ट्रैटजी बनाने वाली पूजा का जब अपने पहले पति से झगड़ा हुआ, तो उसने उस पर गोली चलवा दी। कोर्ट की तारीखों पर आते-जाते पूजा की मुलाकात कल्याण से हुई। पहले दोस्ती, फिर प्यार हुआ। कल्याण के सामने पूजा ने अपनी कहानी में पहले पति को नेगेटिव किरदार में रखा। दूसरी शादी के 6 साल के अंदर कल्याण की रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई। तब वह कल्याण के बड़े भाई संतोष के टच में आई। संतोष पहले से शादीशुदा था, मगर घर में प्रॉपर्टी थी, इसलिए पूजा पहले संतोष के साथ लिव इन में रही। फिर घर में पत्नी की तरह हक जताने लगी। जब संतोष के पहली पत्नी से झगड़े बढ़े, तब पूजा ने नया पैतरा अपनाया। 18 बीघा जमीन में 50% जमीन मांग ली। इस पर संतोष और उसके पिता तैयार भी हो गए थे। मगर सास सुशीला देवी को पूजा पर भरोसा नहीं था। पूजा समझ गई कि संतोष उसकी जिंदगी से दूर जा चुका है, अब कल्याण के हिस्से की जमीन वो नहीं छोड़ना चाहती थी। इसलिए पूजा ने अपनी छोटी बहन कमला उर्फ कामिनी और उसके बॉयफ्रेंड अनिल को प्लान में शामिल किया। सुशीला को कैसे मारना है? ये पूजा ने प्लान किया। 125Km दूर कामिनी और अनिल को भेजा। नशे का इंजेक्शन देकर दोनों ने मिलकर सुशीला का गला घोट दिया। मगर पुलिस सबूतों का पीछा करती हुई, पूजा और कामिनी तक पहुंच गई। दोनों जेल में हैं, बॉयफ्रेंड तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है। कामिनी ने मर्डर प्लान कैसे बनाया? उसके पहले पति पर गोली चलवाने की कहानी क्या है? ये समझने के लिए दैनिक भास्कर ने केस से जुड़े किरदारों और अधिकारियों से बात की। पढ़िए रिपोर्ट… पहले पूजा जाटव के पहले पति की कहानी… झगड़ों के बाद पूजा ने अपने पहले पति पर गोली चलवाई
अरेस्ट होने के बाद पूजा ने अपने पहले पति की कहानी भी पुलिस को सुनाई। पूजा जाटव मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रहती थी। उसकी पहली शादी 11 साल पहले ओरछा के रमेश से हुई। वो प्राइवेट जॉब करता था। शादी के बाद पूजा और उसके पति के बीच झगड़े होने लगे। पूजा शुरू से गुस्सैल स्वभाव की थी। उसने सुपारी देकर अपने पहले पति पर ही गोली चलवा दी थी। पति ने पूजा के खिलाफ ही केस दर्ज कराया, इसका मुकदमा कोर्ट तक पहुंचा। अब ग्वालियर कोर्ट परिसर में पूजा को महीने की 1 से 2 तारीखों पर आना होता था। यहीं पर पहली बार उसकी मुलाकात कल्याण से हुई। कल्याण पर उस वक्त लूट, मारपीट और धोखाधड़ी के 6 केस चल रहे थे। वह भी सुनवाई के दौरान झांसी से कोर्ट पहुंचता था। यहां पूजा और कल्याण के बीच पहले दोस्ती, फिर प्यार हो गया। कोर्ट कैंपस में दोनों ने तय किया कि अब आगे की जिंदगी साथ बिताएंगे। कल्याण राजपूत झांसी के टहरौली इलाके के कुम्हरिया गांव में रहता था। कल्याण पूजा को अपने घर लेकर नहीं जा सकता था। इसलिए उसने महानगर इलाके में किराये का एक मकान लिया और पूजा के साथ लिव इन में रहने लगा। पूजा के बारे में कल्याण के परिवार को जानकारी थी, मगर कभी भी पूजा की कल्याण के घर में एंट्री नहीं हो सकी। दोनों 6 साल तक साथ रहे, मगर उनके कोई संतान भी नहीं हुई। इस बीच कल्याण की एक रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई। पूजा ने पुलिस को बताया कि मैं अकेले महानगर वाले घर में रहती थी। फिर कल्याण के बड़े भाई संतोष और ससुर अजय मुझसे मिलने आए। उन्होंने कहा- कल्याण की पत्नी हो तो घर में चलकर रहो। तब तक मेरी और कल्याण की शादी नहीं हुई थी। इसलिए मैं भी चुपचाप उनके घर जाकर रहने लगी। मेरे जेठ संतोष पहले से शादीशुदा थे, मगर वह मुझे पसंद करने लगे। हमारे संबंध बने, बाद में हमने शादी कर ली। फिर हमारे एक बेटी भी हुई। मेरी ससुर से भी अच्छी बनती थी। मगर सास सुशीला देवी मुझे पसंद नहीं करती थीं। संतोष से कहा- 8 बीघा जमीन दे दो, तो कुछ काम कर सकूं
पूजा ने पुलिस को बताया- मार्च, 2024 से घर में विवाद होने लगे। संतोष की पहली पत्नी रागिनी नहीं चाहती थी कि मैं घर में रहूं। इसलिए 9 महीने पहले मैं अपने मायके में चली गई। मगर अपना खर्च चलाने के लिए मुझे पैसों की जरूरत थी। इसलिए मैंने संतोष को कॉल किया। कहा कि मैं कैसे आपकी बेटी को पालूं। मेरे पास पैसे नहीं है। आप कल्याण के हिस्से की 8 बीघा जमीन मुझे दे दें, तो उसको बेचकर मैं ग्वालियर में कुछ कामकाज शुरू कर सकूं। इसको लेकर संतोष और ससुर, दोनों लोग तैयार हो गए। मैं झांसी वाले घर गई तो सास ने मुझसे झगड़ा किया। मैं गुस्सा होकर ग्वालियर वापस चली आई। मैं बहुत गुस्से में थी, इसलिए सोच लिया कि सास को रास्ते से हटाना है। मैंने अपनी छोटी बहन कमला और उसके बॉयफ्रेंड अनिल वर्मा से बात की। उन्हें कहा कि अगर वो लोग सुशीला को मार देते हैं, तो फिर 8 बीघा को बेचकर जो भी पैसा मिलेगा, उसका आधा उन्हें दे देंगे। ससुर को बर्थडे, पति को गर्भवती हूं, कहकर बुलाया
एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया- प्लान के तहत पूजा ने अपने ससुर अजय को फोन करके कहा कि बेटी का जन्मदिन है, इसलिए आपको ग्वालियर आना होगा। अजय 22 जून को ग्वालियर पहुंच गए। पूजा ने संतोष को भी कॉल किया। संतोष ललितपुर के शराब के ठेके पर काम करता है, वह भी 23 जून को ग्वालियर पूजा के पास पहुंच गया। संतोष से पूजा ने कहा कि वो फिर से गर्भवती है, अब ये बच्चा नहीं चाहिए। इसलिए उसको आना होगा। इस तरह से सास सुशीला घर पर अकेली रह गईं। 24 जून को पूजा की बहन कमला और उसका बॉयफ्रेंड अनिल बाइक से कुम्हरिया गांव पहुंचे। गांव के बाहर बाइक खड़ी की और पैदल ही सुशीला के घर पहुंच गए। वहां सुशीला उनको देखकर नाराज हो गई। विवाद के बीच कमला सुशीला को घसीटकर अंदर कमरे में लेकर गई। दोनों ने मिलकर सास को बेहोशी का इंजेक्शन लगा दिया। बेहोश होने पर उसके मुंह में कपड़े ठूंस दिए और फिर गला घोंटकर हत्या कर दी। इस घटना को लूट दिखाने के लिए अलमारी में रखे जेवर और कैश भी निकाल लिए। इसके बाद दोनों ग्वालियर आ गए। पड़ोसियों ने कहा- आपके घर दो लोग आए थे
24 जून की शाम को अजय राजपूत ग्वालियर से झांसी के घर पहुंच। उन्होंने देखा कि घर की कुंडी बाहर से बंद थी। कुंडी खोलकर अंदर गए, तो सामान बिखरा हुआ था। कमरे के बेड पर पत्नी सुशीला की लाश पड़ी थी। उन्होंने शोर मचाया। बातचीत में पड़ोसियों ने बताया कि जब आप घर पर नहीं थे, एक महिला और एक युवक आपके घर आए थे। अजय का पहला शक अपनी बड़ी बहू रागिनी पर गया। उन्होंने रागिनी और उसके भाई आकाश पर हत्या का केस दर्ज करा दिया। उन्होंने पुलिस को बताया- 8 महीने से रागिनी मायके में है और उससे विवाद चल रहा था। इसके बाद दो घटनाक्रम हुए, जिससे पुलिस की जांच को नई दिशा मिली- पहली- मुकदमे की खबर लगते ही रागिनी और उसका भाई शाम को सीधे थाने पहुंच गए और खुद को बेकसूर बताया। दूसरी- बहू होते हुए पूजा सास की मौत के बाद भी घर नहीं आई। पूजा पुलिस को भी गुमराह करती रही
अब पुलिस ने ग्वालियर से पूजा को हिरासत में लिया। पूजा शुरुआत में पुलिस को गुमराह करती रही। बोली- साहब…जब सास की हत्या हुई, पति और ससुर मेरे घर पर थे। मुझे क्या पता, किसने मेरी सास को मार डाला। मगर जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो पूजा ने हकीकत बता दी। कहा- मैंने ही ग्वालियर के हजीरा में रहने वाली छोटी बहन कमला उर्फ कामिनी और उसके प्रेमी अनिल वर्मा से सास की हत्या कराई थी। पुलिस ने पूजा और कमला को गिरफ्तार कर लिया। नशे की इंजेक्शन की सीरिंज बरामद कर ली है, जबकि आरोपी अनिल वर्मा की तलाश की जा रही है, वो पुलिस के पहुंचने से पहले ही भाग गया था। संतोष ने कहा- वो सीसीटीवी में ग्वालियर की तरफ जाती दिखी
संतोष ने बताया- मेरे भाई कल्याण पर कई केस दर्ज थे, वो तारीख पर कोर्ट में जाता था। जहां पूजा भी अपने पति पर गोली चलवाने के केस में तारीख पर आती थी। दोनों में दोस्ती और प्यार हो गया। बाद में कल्याण की मौत हो गई। पूजा भी गोली चलवाने के केस में बरी हो गई थी। हम उसे घर लाए। मगर उसने मेरी मां का ही मर्डर कर दिया। मौत पर वह घर नहीं आई। पूछा तो बोली- तबीयत खराब है। जिस बाइक से हत्यारे आए थे, वो भी सीसीटीवी कैमरों में ग्वालियर की ओर जाते दिखी। इससे पूजा पर शक हो गया था। …………………… यह भी पढ़ें : सास जमीन नहीं बेचने दे रही थी…बहू ने सुपारी दी:झांसी में छोटी बहन और उसके प्रेमी से हत्या करवाई, नशीला इंजेक्शन लगाकर गला घोटा झांसी की पैतृक जमीन बेचकर बहू ग्वालियर में रहना चाहती थी। सास जमीन नहीं बेचने दे रही थी। इस पर बहू ने प्रॉपर्टी में हिस्सा देने की बात कहकर अपनी छोटी बहन और उसके प्रेमी को हायर किया। 24 जून को सास की हत्या करवा दी। सास की मौत के बाद जब बहू घर नहीं आई तो पुलिस को शक हुआ। पुलिस ने बहू पूजा काे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया। पूजा ने कहा कि मैंने ही ग्वालियर के हजीरा निवासी छोटी बहन कमला उर्फ कामिनी और उसके प्रेमी अनिल वर्मा से सास की हत्या कराई थी। पढ़िए पूरी खबर…
अरेस्ट होने के बाद पूजा ने अपने पहले पति की कहानी भी पुलिस को सुनाई। पूजा जाटव मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रहती थी। उसकी पहली शादी 11 साल पहले ओरछा के रमेश से हुई। वो प्राइवेट जॉब करता था। शादी के बाद पूजा और उसके पति के बीच झगड़े होने लगे। पूजा शुरू से गुस्सैल स्वभाव की थी। उसने सुपारी देकर अपने पहले पति पर ही गोली चलवा दी थी। पति ने पूजा के खिलाफ ही केस दर्ज कराया, इसका मुकदमा कोर्ट तक पहुंचा। अब ग्वालियर कोर्ट परिसर में पूजा को महीने की 1 से 2 तारीखों पर आना होता था। यहीं पर पहली बार उसकी मुलाकात कल्याण से हुई। कल्याण पर उस वक्त लूट, मारपीट और धोखाधड़ी के 6 केस चल रहे थे। वह भी सुनवाई के दौरान झांसी से कोर्ट पहुंचता था। यहां पूजा और कल्याण के बीच पहले दोस्ती, फिर प्यार हो गया। कोर्ट कैंपस में दोनों ने तय किया कि अब आगे की जिंदगी साथ बिताएंगे। कल्याण राजपूत झांसी के टहरौली इलाके के कुम्हरिया गांव में रहता था। कल्याण पूजा को अपने घर लेकर नहीं जा सकता था। इसलिए उसने महानगर इलाके में किराये का एक मकान लिया और पूजा के साथ लिव इन में रहने लगा। पूजा के बारे में कल्याण के परिवार को जानकारी थी, मगर कभी भी पूजा की कल्याण के घर में एंट्री नहीं हो सकी। दोनों 6 साल तक साथ रहे, मगर उनके कोई संतान भी नहीं हुई। इस बीच कल्याण की एक रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई। पूजा ने पुलिस को बताया कि मैं अकेले महानगर वाले घर में रहती थी। फिर कल्याण के बड़े भाई संतोष और ससुर अजय मुझसे मिलने आए। उन्होंने कहा- कल्याण की पत्नी हो तो घर में चलकर रहो। तब तक मेरी और कल्याण की शादी नहीं हुई थी। इसलिए मैं भी चुपचाप उनके घर जाकर रहने लगी। मेरे जेठ संतोष पहले से शादीशुदा थे, मगर वह मुझे पसंद करने लगे। हमारे संबंध बने, बाद में हमने शादी कर ली। फिर हमारे एक बेटी भी हुई। मेरी ससुर से भी अच्छी बनती थी। मगर सास सुशीला देवी मुझे पसंद नहीं करती थीं। संतोष से कहा- 8 बीघा जमीन दे दो, तो कुछ काम कर सकूं
पूजा ने पुलिस को बताया- मार्च, 2024 से घर में विवाद होने लगे। संतोष की पहली पत्नी रागिनी नहीं चाहती थी कि मैं घर में रहूं। इसलिए 9 महीने पहले मैं अपने मायके में चली गई। मगर अपना खर्च चलाने के लिए मुझे पैसों की जरूरत थी। इसलिए मैंने संतोष को कॉल किया। कहा कि मैं कैसे आपकी बेटी को पालूं। मेरे पास पैसे नहीं है। आप कल्याण के हिस्से की 8 बीघा जमीन मुझे दे दें, तो उसको बेचकर मैं ग्वालियर में कुछ कामकाज शुरू कर सकूं। इसको लेकर संतोष और ससुर, दोनों लोग तैयार हो गए। मैं झांसी वाले घर गई तो सास ने मुझसे झगड़ा किया। मैं गुस्सा होकर ग्वालियर वापस चली आई। मैं बहुत गुस्से में थी, इसलिए सोच लिया कि सास को रास्ते से हटाना है। मैंने अपनी छोटी बहन कमला और उसके बॉयफ्रेंड अनिल वर्मा से बात की। उन्हें कहा कि अगर वो लोग सुशीला को मार देते हैं, तो फिर 8 बीघा को बेचकर जो भी पैसा मिलेगा, उसका आधा उन्हें दे देंगे। ससुर को बर्थडे, पति को गर्भवती हूं, कहकर बुलाया
एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया- प्लान के तहत पूजा ने अपने ससुर अजय को फोन करके कहा कि बेटी का जन्मदिन है, इसलिए आपको ग्वालियर आना होगा। अजय 22 जून को ग्वालियर पहुंच गए। पूजा ने संतोष को भी कॉल किया। संतोष ललितपुर के शराब के ठेके पर काम करता है, वह भी 23 जून को ग्वालियर पूजा के पास पहुंच गया। संतोष से पूजा ने कहा कि वो फिर से गर्भवती है, अब ये बच्चा नहीं चाहिए। इसलिए उसको आना होगा। इस तरह से सास सुशीला घर पर अकेली रह गईं। 24 जून को पूजा की बहन कमला और उसका बॉयफ्रेंड अनिल बाइक से कुम्हरिया गांव पहुंचे। गांव के बाहर बाइक खड़ी की और पैदल ही सुशीला के घर पहुंच गए। वहां सुशीला उनको देखकर नाराज हो गई। विवाद के बीच कमला सुशीला को घसीटकर अंदर कमरे में लेकर गई। दोनों ने मिलकर सास को बेहोशी का इंजेक्शन लगा दिया। बेहोश होने पर उसके मुंह में कपड़े ठूंस दिए और फिर गला घोंटकर हत्या कर दी। इस घटना को लूट दिखाने के लिए अलमारी में रखे जेवर और कैश भी निकाल लिए। इसके बाद दोनों ग्वालियर आ गए। पड़ोसियों ने कहा- आपके घर दो लोग आए थे
24 जून की शाम को अजय राजपूत ग्वालियर से झांसी के घर पहुंच। उन्होंने देखा कि घर की कुंडी बाहर से बंद थी। कुंडी खोलकर अंदर गए, तो सामान बिखरा हुआ था। कमरे के बेड पर पत्नी सुशीला की लाश पड़ी थी। उन्होंने शोर मचाया। बातचीत में पड़ोसियों ने बताया कि जब आप घर पर नहीं थे, एक महिला और एक युवक आपके घर आए थे। अजय का पहला शक अपनी बड़ी बहू रागिनी पर गया। उन्होंने रागिनी और उसके भाई आकाश पर हत्या का केस दर्ज करा दिया। उन्होंने पुलिस को बताया- 8 महीने से रागिनी मायके में है और उससे विवाद चल रहा था। इसके बाद दो घटनाक्रम हुए, जिससे पुलिस की जांच को नई दिशा मिली- पहली- मुकदमे की खबर लगते ही रागिनी और उसका भाई शाम को सीधे थाने पहुंच गए और खुद को बेकसूर बताया। दूसरी- बहू होते हुए पूजा सास की मौत के बाद भी घर नहीं आई। पूजा पुलिस को भी गुमराह करती रही
अब पुलिस ने ग्वालियर से पूजा को हिरासत में लिया। पूजा शुरुआत में पुलिस को गुमराह करती रही। बोली- साहब…जब सास की हत्या हुई, पति और ससुर मेरे घर पर थे। मुझे क्या पता, किसने मेरी सास को मार डाला। मगर जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो पूजा ने हकीकत बता दी। कहा- मैंने ही ग्वालियर के हजीरा में रहने वाली छोटी बहन कमला उर्फ कामिनी और उसके प्रेमी अनिल वर्मा से सास की हत्या कराई थी। पुलिस ने पूजा और कमला को गिरफ्तार कर लिया। नशे की इंजेक्शन की सीरिंज बरामद कर ली है, जबकि आरोपी अनिल वर्मा की तलाश की जा रही है, वो पुलिस के पहुंचने से पहले ही भाग गया था। संतोष ने कहा- वो सीसीटीवी में ग्वालियर की तरफ जाती दिखी
संतोष ने बताया- मेरे भाई कल्याण पर कई केस दर्ज थे, वो तारीख पर कोर्ट में जाता था। जहां पूजा भी अपने पति पर गोली चलवाने के केस में तारीख पर आती थी। दोनों में दोस्ती और प्यार हो गया। बाद में कल्याण की मौत हो गई। पूजा भी गोली चलवाने के केस में बरी हो गई थी। हम उसे घर लाए। मगर उसने मेरी मां का ही मर्डर कर दिया। मौत पर वह घर नहीं आई। पूछा तो बोली- तबीयत खराब है। जिस बाइक से हत्यारे आए थे, वो भी सीसीटीवी कैमरों में ग्वालियर की ओर जाते दिखी। इससे पूजा पर शक हो गया था। …………………… यह भी पढ़ें : सास जमीन नहीं बेचने दे रही थी…बहू ने सुपारी दी:झांसी में छोटी बहन और उसके प्रेमी से हत्या करवाई, नशीला इंजेक्शन लगाकर गला घोटा झांसी की पैतृक जमीन बेचकर बहू ग्वालियर में रहना चाहती थी। सास जमीन नहीं बेचने दे रही थी। इस पर बहू ने प्रॉपर्टी में हिस्सा देने की बात कहकर अपनी छोटी बहन और उसके प्रेमी को हायर किया। 24 जून को सास की हत्या करवा दी। सास की मौत के बाद जब बहू घर नहीं आई तो पुलिस को शक हुआ। पुलिस ने बहू पूजा काे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया। पूजा ने कहा कि मैंने ही ग्वालियर के हजीरा निवासी छोटी बहन कमला उर्फ कामिनी और उसके प्रेमी अनिल वर्मा से सास की हत्या कराई थी। पढ़िए पूरी खबर…