दूल्हे ने खाने को मारी लात, दुल्हन ने तोड़ी शादी:मैनपुरी में लोग समझाते रहे, नहीं मानी; लड़की पक्ष ने खर्च के पैसे भी मांगे

मैनपुरी में दुल्हन ने जयमाल के बाद शादी से इनकार कर दिया। उसने कहा- बारात आने के बाद पापा दूल्हे के लिए खाना लेकर गए। उसने प्लेट पर लात मार दी। कार में जाकर बैठ गया। कहा कि मुझे शादी नहीं करनी। तभी मैंने सोच लिया था, अब मैं इससे खुद शादी नहीं करूंगी। तभी जयमाल के बाद सबके सामने शादी से मना किया। दुल्हन के इतना कहने पर शादी में बवाल होने लगा। दोनों पक्षों के लोग दुल्हन को समझाने लगे, लेकिन दुल्हन नहीं मानी। गांव में पंचायत हुई। उसमें भी दुल्हन ने शादी करने से मना किया। जिसके बाद लड़की पक्ष ने अपने खर्च की लिस्ट पंचायत को दे दी। कहा कि लड़के वालों ने जो सामान दिए हैं, वो हम लौटा देंगे। शादी के इंतजाम में हमारे 1 लाख 70 हजार रुपए खर्च हुए हैं, जो लड़के वाले दे दें। अब पढ़िए पूरा मामला… 1 साल पहले तय हुई थी शादी
मामला मैनपुरी के किशनी थाना क्षेत्र के कछपुरा महोली गांव का है। लड़की का नाम कल्पना है। कल्पना की शादी 1 साल पहले एलाऊ थाना क्षेत्र के अजीतगंज निवासी रमेश चंद के बेटे शिशुपाल से तय हुई थी। 4 जुलाई को बारात महोली गांव पहुंची। 5 जुलाई को दुल्हन के बिना बारात वापस लौट गई। दुल्हन बोली- तिलक पर मेरे घरवालों को खाना तक नहीं खिलाया
कल्पना ने बताया- 1 साल पहले शादी तय हुई थी। उसके बाद शिशुपाल ने मुझे एक फोन दिया था। इसके बाद हम दोनों फोन पर बात करने लगे। तभी शिशुपाल अजीब बातें करता था। फिर अभी शादी से दो दिन पहले मेरे परिवार के लोग उसके घर तिलक लेकर गए। वहां उसने किसी बात पर मेरे पापा का हाथ पकड़कर उनको पीछे कर दिया। इसके परिवार ने मेरे घरवालों को खाना तक नहीं खिलाया। तब भी मैंने कुछ नहीं कहा। फिर जब बारात लेकर आया तो किसी से बात नहीं कर रहा था। शादी तय होने के बाद से ही उसका रवैया ऐसा ही रहा है। वो मेरे परिवार की इज्जत नहीं करता है। समय-समय पर मेरे पापा को बेइज्जत करता रहा है। अजीब-अजीब हरकतें करता रहा है। जो मेरे पापा के साथ ऐसा कर सकता है, वो मेरा क्या हाल करेगा। मैं ये शादी नहीं करूंगी। भाई बोला- हम लोगों ने दीदी का साथ दिया
लड़की के भाई अर्पित ने बताया कि ये लड़का लगातार हम लोगों की बेइज्जती कर रहा था। हम नहीं चाह रहे थे हमारी बहन ऐसे घर जाए, जहां उसके साथ गलत व्यवहार हो। तभी हम लोगों ने भी दीदी का साथ दिया। तिलक के समय में भी छोटी सी बात पर इस लड़के ने पापा को बेइज्जत किया। पता नहीं, ये दीदी के साथ आगे क्या करता। दीदी ने सही फैसला लिया है। शादी टूटने के बाद दहेज में देने के लिए लाया गया सारा सामान वापस घर में रखवा लिया गया है। पापा गाड़ी, अलमारी, पलंग, फ्रिज, कपड़े समेत काफी सामान लाए थे। 5 महीने पहले मां की हो चुकी है मौत
दूल्हा शिशुपाल प्राइवेट नौकरी करता है। वह 12वीं तक पढ़ा है। लड़की भी 12वीं तक पढ़ी हुई है। कल्पना अपने दो भाइयों की इकलौती बहन है। पिता खेती-किसानी करते हैं। कल्पना की मां की 5 महीने पहले कैंसर की बीमारी के चलते मौत हो चुकी है। परिवार को संभालने के लिए कल्पना ने अपनी पढ़ाई छोड़ दी थी। ——————- यह खबर भी पढ़ें- मंच पर दम घुटने लगा, मैं खुद धक्का मारकर हटा:अखिलेश के सामने धकियाए गए आलमबदी बोले- यह लोगों को अपमान दिख रहा जितनी इज्जत मुझे मुलायम सिंह यादव देते थे उतनी ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी देते हैं। मैं ही उस दिन भीड़ से निकलने की कोशिश कर रहा था, लेकिन लोगों को अपमानित दिखाई दे रहा। मेरे साथ कोई धक्का-मुक्की नहीं हुई। समाजवादी पार्टी सबको इज्जत देने का काम करती है। यहां पढ़ें पूरी खबर