‘बेटी को बचाने में 13.20 लाख गंवा दिए। कर्जा हो गया, जिसे चुकाने में शोरूम भी बिक गया। हम अंदर से पूरी तरह से दहल चुके हैं। हम यही चाहते हैं कि कोई और न ठगा जाए। पुलिस कड़ा एक्शन ले, हमारा पैसा वापस दिलाए।’ ये कहना है, बीमारी से जान गंवाने वाली रितु कुमारी की मां मंजू देवी का। उन्होंने बेटी को बचाने के लिए तंत्र-मंत्र का सहारा लिया। खुद को तांत्रिक बताने वाले 5 लोग आगरा के घर, श्मशान और बिजनौर के आश्रम में पूजा का ड्रामा करते रहे। लेकिन, 9 जनवरी, 2025 को 15 साल की रितु की मौत हो गई। बेटी की जिंदगी की आस में दौड़-भाग कर रहे परिवार को इस वक्त एहसास हुआ कि उनके साथ धोखा हुआ है। पुलिस ने 6 जुलाई को 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया। इनमें 4 लोग बिजनौर के हैं। पुलिस की एक टीम आगरा से बिजनौर भेजी गई है। बेटी खोने वाले इस परिवार का दर्द बांटने के लिए दैनिक भास्कर टीम आगरा के नैनाना जाट में शिव टाउन पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पिता बोले- रिपोर्ट नॉर्मल थीं, डॉक्टर कहते- भोजन नली चिपक गई
शिव टाउन कॉलोनी में एक दो मंजिला घर में हमारी मुलाकात उदयभान और उनकी पत्नी मंजू से हुई। वह उस दिन को कोसते दिखे, जिस दिन ठग तांत्रिक के जाल में फंसे। मां मंजू कहती हैं- जब भी बेटी की फोटो देखती हूं, तो लगता है कि मेरी फूल-सी बेटी की हत्या कर दी गई। उदयभान कहते हैं- मुझे शक था कि ये लोग झूठे हैं, लेकिन पत्नी और घरवालों के आगे मेरी चली नहीं। शोरूम का मालिक था, आज 15 हजार रुपए की नौकरी करता हूं। बातचीत में सामने आया कि उदयभान और मंजू देवी के 2 बच्चे थे। बड़ी बेटी रितु कुमारी साल- 2020 में लॉक डाउन तक बिल्कुल स्वस्थ थी, स्कूल जाती थी। लॉक डाउन में उसकी तबीयत खराब होने लगी। डॉक्टरों को दिखाया, तो पता चला कि खाने वाली नली चिपक गई है। वो खाना नहीं खा पाती थी। फिर उसके हाथ-पैर कांपने लगे। अलग-अलग डॉक्टरों ने टेस्ट कराए, मगर रिपोर्ट नॉर्मल आई। डॉक्टरों ने कहा कि खून में इन्फेक्शन है, उसका कोई इलाज नहीं। जहां तक नली की बात है, उसका ऑपरेशन हो सकता है। लेकिन बच्ची कमजोर है, ऑपरेशन रिस्की है। हरिद्वार फिर बिजनौर बुलाकर पूजा की, 4 लाख रुपए लिए
मां मंजू देवी ने बताया- डॉक्टर का इलाज चल रहा था, मगर आराम नहीं मिल रहा था। हम उसे जयपुर के डॉक्टर के पास भी लेकर गए थे। इसी बीच एक परिचित ने मोबाइल नंबर दिया। कहा कि इतनी दौड़-भाग कर रहे हो, तो इनसे भी बात कर लो। ये देवी के उपासक हैं। पूजा करेंगे और बच्ची को आराम मिल जाएगा। फोन नंबर पर सचिन नाम के व्यक्ति से बात शुरू हुई। उसने आश्वासन दिया कि गुरुजी पूजा करेंगे, तो बच्ची को आराम मिल जाएगा। हम अपनी बच्ची को लेकर बहुत परेशान थे, डूबते को तिनके का सहारा चाहिए था। सचिन ने हमें हरिद्वार बुलाया। हम वहां बच्ची को लेकर पहुंचे। पिता ने बताया कि हरिद्वार पहुंचने से पहले ही सचिन हमें खुर्जा से आगे गढ़ जगह पर मिल गया था। हमारे साथ बस में हरिद्वार गया। वहां पहुंचे तो बोला कि गुरुजी बिजनौर चले गए हैं। हम गाड़ी से बिजनौर से 35 किलोमीटर दूर गांव नूरपूर पहुंचे। रात में 2 बजे हम वहां पहुंचे थे। वहां कल्लन गुरुजी ने हमारी पूजा कराई। पहले बार हरिद्वार जाकर हमने पैसे दिए
मंजू देवी ने बताया- बिजनौर के गांव में पूजा करने के बाद हम आगरा लौट आए। इसके बाद हमसे सचिन और कल्लन गुरु ने 4 लाख रुपए और मांगे। कहा कि बेटी पर खतरा है, पूजा होगी, तो सही हो जाएगी। हम डर गए। हालांकि, हमने कहा कि हमारे पास पैसा नहीं है। फिर कल्लन गुरु और सचिन हमारे घर आए। हमसे कहा कि माता सारे कष्ट दूर करेंगी। इसके बाद हमने अक्टूबर, 2021 में हरिद्वार जाकर 4 लाख रुपए दिए। उदयभान सिंह ने बताया कि इसके बाद से ही पैसे मांगने का सिलसिला शुरू हो गया। 6 महीने बाद 3 लाख 20 हजार रुपए मांगे। फिर 3 महीने बाद आगरा आकर हमसे 3 लाख रुपए और लिए। इसके बाद 3 लाख रुपए और पूजा करते रहने के लिए दिए। 2021 से अब तक हम उसे लगभग 13 लाख रुपए दे चुके हैं। इसके अलावा गाड़ी का खर्च, एक मोबाइल और सिम, मिठाई और पूजा का सामान आदि भी हम ही देते थे। पिता बोले- मजबूरी में 2 करोड़ के स्टॉक वाला शोरूम 64 लाख में बेचा
पूजा के नाम पर लगातार पैसों की मांग को पूरा करने के लिए उदयभान सिंह ने पहले अपने शोरूम के पेपर रखकर 10 लाख रुपए उधार लिए। बताते हैं- अकोला में 3 मंजिला कपड़ों का शोरूम था। बेटी की वजह से शोरूम पर ध्यान नहीं दे पा रहा था। पहले 10 लाख के 25 लाख रुपए चुकाए। बैंक से 30 लाख का लोन था, वो चुकाना था। इसके लिए अपने गारमेंट शोरूम को स्टॉक के साथ 2023 में 64 लाख रुपए में बेच दिया, जबकि शोरूम में लगभग 2 करोड़ रुपए का माल था। अब मैं एक प्राइवेट कंपनी में काम करता हूं। कभी चौकीदारी करता हूं, कभी सुपरवाइजरी कर लेता हूं। तांत्रिक के कहने पर डॉक्टर का इलाज बंद किया
मां कहती हैं- मेरी बेटी बहुत प्यारी थी। इन लोगों ने पता नहीं मुझ पर क्या जादू किया था कि मैं सिर्फ इनकी बात सुनती थी। उन्होंने मुझे कहा कि बेटी को डॉक्टर को मत दिखाओ तो मैंने उसका इलाज बंद कर दिया। जब बेटी की मौत हुई, वो 15 साल 11 दिन की थी। 30 दिसंबर को उसका बर्थडे था। उसकी इच्छा थी कि मेरा आखिरी बर्थडे मना दो। 1 जनवरी, 2025 से उसने बिल्कुल बोलना बंद कर दिया था। 9 जनवरी को उसकी मौत हो गई। उदयभान की पत्नी मंजू देवी ने 6 जुलाई को मुकदमा दर्ज कराया है। बताया कि बेटी की मौत के बाद भी साढ़े 3 लाख रुपए मांग रहे थे। धमका रहे थे कि अगर पैसे नहीं दोगे तो पूरा परिवार खत्म हो जाएगा। बेटा मर जाएगा, पति मर जाएगा। 4 आरोपी बिजनौर के हैं। जहां पूजा, वहीं श्मशान में अंतिम संस्कार किया
उदयभान ने कहा- बेटी के लिए ठगों ने 5 बार हरिद्वार में बुलवाकर पूजा कराई। 3 बार घर पर पूजा की। एक बार घर के सामने ही श्मशान पर पूजा कराई। पूजा में मंत्र नहीं, सिर्फ जय माता की का जाप करते थे। फिर 9 जनवरी, 2025 को बेटी की मौत हो गई। जिस जगह श्मशान में पूजा कराई थी, बेटी की मौत के बाद वहीं उसका अंतिम संस्कार किया। ———————– ये खबर भी पढ़ें : मेरठ में मां-बेटी का अफेयर, दोनों ने अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर करा दी सुभाष की हत्या मेरठ में एक महिला ने अपने प्रेमी साथ मिलकर पति की हत्या करा दी। वारदात में बेटी भी शामिल रही। दोनों ने अपने-अपने प्रेमियों को हत्या के लिए उकसाया। हत्या का पूरा प्लान बनाया। इसके बाद दोनों युवकों ने मिलकर गोली मारकर हत्या कर दी। पढ़िए पूरी खबर…
शिव टाउन कॉलोनी में एक दो मंजिला घर में हमारी मुलाकात उदयभान और उनकी पत्नी मंजू से हुई। वह उस दिन को कोसते दिखे, जिस दिन ठग तांत्रिक के जाल में फंसे। मां मंजू कहती हैं- जब भी बेटी की फोटो देखती हूं, तो लगता है कि मेरी फूल-सी बेटी की हत्या कर दी गई। उदयभान कहते हैं- मुझे शक था कि ये लोग झूठे हैं, लेकिन पत्नी और घरवालों के आगे मेरी चली नहीं। शोरूम का मालिक था, आज 15 हजार रुपए की नौकरी करता हूं। बातचीत में सामने आया कि उदयभान और मंजू देवी के 2 बच्चे थे। बड़ी बेटी रितु कुमारी साल- 2020 में लॉक डाउन तक बिल्कुल स्वस्थ थी, स्कूल जाती थी। लॉक डाउन में उसकी तबीयत खराब होने लगी। डॉक्टरों को दिखाया, तो पता चला कि खाने वाली नली चिपक गई है। वो खाना नहीं खा पाती थी। फिर उसके हाथ-पैर कांपने लगे। अलग-अलग डॉक्टरों ने टेस्ट कराए, मगर रिपोर्ट नॉर्मल आई। डॉक्टरों ने कहा कि खून में इन्फेक्शन है, उसका कोई इलाज नहीं। जहां तक नली की बात है, उसका ऑपरेशन हो सकता है। लेकिन बच्ची कमजोर है, ऑपरेशन रिस्की है। हरिद्वार फिर बिजनौर बुलाकर पूजा की, 4 लाख रुपए लिए
मां मंजू देवी ने बताया- डॉक्टर का इलाज चल रहा था, मगर आराम नहीं मिल रहा था। हम उसे जयपुर के डॉक्टर के पास भी लेकर गए थे। इसी बीच एक परिचित ने मोबाइल नंबर दिया। कहा कि इतनी दौड़-भाग कर रहे हो, तो इनसे भी बात कर लो। ये देवी के उपासक हैं। पूजा करेंगे और बच्ची को आराम मिल जाएगा। फोन नंबर पर सचिन नाम के व्यक्ति से बात शुरू हुई। उसने आश्वासन दिया कि गुरुजी पूजा करेंगे, तो बच्ची को आराम मिल जाएगा। हम अपनी बच्ची को लेकर बहुत परेशान थे, डूबते को तिनके का सहारा चाहिए था। सचिन ने हमें हरिद्वार बुलाया। हम वहां बच्ची को लेकर पहुंचे। पिता ने बताया कि हरिद्वार पहुंचने से पहले ही सचिन हमें खुर्जा से आगे गढ़ जगह पर मिल गया था। हमारे साथ बस में हरिद्वार गया। वहां पहुंचे तो बोला कि गुरुजी बिजनौर चले गए हैं। हम गाड़ी से बिजनौर से 35 किलोमीटर दूर गांव नूरपूर पहुंचे। रात में 2 बजे हम वहां पहुंचे थे। वहां कल्लन गुरुजी ने हमारी पूजा कराई। पहले बार हरिद्वार जाकर हमने पैसे दिए
मंजू देवी ने बताया- बिजनौर के गांव में पूजा करने के बाद हम आगरा लौट आए। इसके बाद हमसे सचिन और कल्लन गुरु ने 4 लाख रुपए और मांगे। कहा कि बेटी पर खतरा है, पूजा होगी, तो सही हो जाएगी। हम डर गए। हालांकि, हमने कहा कि हमारे पास पैसा नहीं है। फिर कल्लन गुरु और सचिन हमारे घर आए। हमसे कहा कि माता सारे कष्ट दूर करेंगी। इसके बाद हमने अक्टूबर, 2021 में हरिद्वार जाकर 4 लाख रुपए दिए। उदयभान सिंह ने बताया कि इसके बाद से ही पैसे मांगने का सिलसिला शुरू हो गया। 6 महीने बाद 3 लाख 20 हजार रुपए मांगे। फिर 3 महीने बाद आगरा आकर हमसे 3 लाख रुपए और लिए। इसके बाद 3 लाख रुपए और पूजा करते रहने के लिए दिए। 2021 से अब तक हम उसे लगभग 13 लाख रुपए दे चुके हैं। इसके अलावा गाड़ी का खर्च, एक मोबाइल और सिम, मिठाई और पूजा का सामान आदि भी हम ही देते थे। पिता बोले- मजबूरी में 2 करोड़ के स्टॉक वाला शोरूम 64 लाख में बेचा
पूजा के नाम पर लगातार पैसों की मांग को पूरा करने के लिए उदयभान सिंह ने पहले अपने शोरूम के पेपर रखकर 10 लाख रुपए उधार लिए। बताते हैं- अकोला में 3 मंजिला कपड़ों का शोरूम था। बेटी की वजह से शोरूम पर ध्यान नहीं दे पा रहा था। पहले 10 लाख के 25 लाख रुपए चुकाए। बैंक से 30 लाख का लोन था, वो चुकाना था। इसके लिए अपने गारमेंट शोरूम को स्टॉक के साथ 2023 में 64 लाख रुपए में बेच दिया, जबकि शोरूम में लगभग 2 करोड़ रुपए का माल था। अब मैं एक प्राइवेट कंपनी में काम करता हूं। कभी चौकीदारी करता हूं, कभी सुपरवाइजरी कर लेता हूं। तांत्रिक के कहने पर डॉक्टर का इलाज बंद किया
मां कहती हैं- मेरी बेटी बहुत प्यारी थी। इन लोगों ने पता नहीं मुझ पर क्या जादू किया था कि मैं सिर्फ इनकी बात सुनती थी। उन्होंने मुझे कहा कि बेटी को डॉक्टर को मत दिखाओ तो मैंने उसका इलाज बंद कर दिया। जब बेटी की मौत हुई, वो 15 साल 11 दिन की थी। 30 दिसंबर को उसका बर्थडे था। उसकी इच्छा थी कि मेरा आखिरी बर्थडे मना दो। 1 जनवरी, 2025 से उसने बिल्कुल बोलना बंद कर दिया था। 9 जनवरी को उसकी मौत हो गई। उदयभान की पत्नी मंजू देवी ने 6 जुलाई को मुकदमा दर्ज कराया है। बताया कि बेटी की मौत के बाद भी साढ़े 3 लाख रुपए मांग रहे थे। धमका रहे थे कि अगर पैसे नहीं दोगे तो पूरा परिवार खत्म हो जाएगा। बेटा मर जाएगा, पति मर जाएगा। 4 आरोपी बिजनौर के हैं। जहां पूजा, वहीं श्मशान में अंतिम संस्कार किया
उदयभान ने कहा- बेटी के लिए ठगों ने 5 बार हरिद्वार में बुलवाकर पूजा कराई। 3 बार घर पर पूजा की। एक बार घर के सामने ही श्मशान पर पूजा कराई। पूजा में मंत्र नहीं, सिर्फ जय माता की का जाप करते थे। फिर 9 जनवरी, 2025 को बेटी की मौत हो गई। जिस जगह श्मशान में पूजा कराई थी, बेटी की मौत के बाद वहीं उसका अंतिम संस्कार किया। ———————– ये खबर भी पढ़ें : मेरठ में मां-बेटी का अफेयर, दोनों ने अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर करा दी सुभाष की हत्या मेरठ में एक महिला ने अपने प्रेमी साथ मिलकर पति की हत्या करा दी। वारदात में बेटी भी शामिल रही। दोनों ने अपने-अपने प्रेमियों को हत्या के लिए उकसाया। हत्या का पूरा प्लान बनाया। इसके बाद दोनों युवकों ने मिलकर गोली मारकर हत्या कर दी। पढ़िए पूरी खबर…