JPNIC के निर्माण का खर्च LDA से वापस लेगी सरकार:मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में स्पोर्ट्स कॉम्लेक्स-ओपन रेस्टोरेंट; छत पर बना है हेलिपैड

लखनऊ में जिस JPNIC को अखिलेश सरकार ने बनवाया था, उसके निर्माण में आए खर्च को योगी सरकार LDA से वापस लेगी। इसके लिए सरकार ने LDA को 30 साल का समय दिया है। पूरी रकम 821 करोड़ रुपए है। दरअसल, 8 साल से अधूरे बने बंद पड़े JPNIC को योगी सरकार ने LDA को सौंप दिया है। अब LDA ही इसके बचे हुए काम कराएगा और संचालन भी करेगा। JPNIC मल्टीस्टोरी मल्टीपर्पज बिल्डिंग है। इसमें स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स-ओपन रेस्टोरेंट सहित होटल, म्यूजियम, 2000 लोगों की क्षमता वाला कन्वेंशन हॉल सहित कई सुविधाएं मिलेंगी। टेरेस पर ओपन रेस्टोरेंट है। साथ ही हेलिपैड भी बना है जिसपर खास लोग हेलिकॉप्टर से लैंड कर सकेंगे। पढ़िए JPNIC बिल्डिंग के निर्माण, खर्च और इसकी फैसिलिटीज के बारे में… पहले बात बिल्डिंग में आए खर्च की… वापस करनी है निर्माण में खर्च हुई लागत कैबिनेट में पास हुए प्रस्ताव के मुताबिक, सरकार ने LDA को सेंटर के संचालन का जिम्मा सौंपा है। इसके साथ ही इस अब तक खर्च हुई 821 करोड़ की लागत को भी वापस मांग लिया है जिसके लिए 30 वर्षों का समय दिया है। नई बन रही कमेटी इस मामले को ध्यान में रखते हुए अपना प्रस्ताव तैयार करेगी। हालांकि, अधूरे कामों को पूरा करने में भी 150 करोड़ रुपए लगेंगे। अधूरे कामों में LDA खर्च करेगा रुपए सेंटर में कई काम अब भी अधूरे हैं। LDA अफसरों की मानें तो उसको पूरा करवाने में करीब 150 करोड़ का खर्च जाएगा जिसको अभी तक प्राधिकरण शासन से मांग रहा था। अब पूरा जिम्मा मिल जाने के बाद इसमें खर्च होने वाली लागत को प्राधिकरण खुद खर्च करेगा। कमेटी बनेगी, तय होगा संचालन कैसे करें सेंटर को लेकर LDA वीसी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई जाएगी। इसमें LDA के वरिष्ठ अधिकारी, वित्त विशेषज्ञ, कई सलाहकार शामिल किए जा सकते हैं। यह कमेटी संचालन की पूरी कार्ययोजना तैयार करेगी। इसके साथ सेंटर को निजी हाथों में देने पर प्राधिकरण का क्या फायदा नुकसान होगा इस पर भी काम करेगी। इसके बाद ये तय होगा कि संचालन खुद प्राधिकरण करेगा या पीपीपी मॉडल पर दे दिया जाएगा। डेढ़ साल का लगेगा समय JPNIC लगातार 8 सालों से बंद पड़ा है। ऐसे में उसमें लगे सभी उपकरण लगभग खराब हो गए हैं। कई काम अभी भी अधूरे है। LDA अफसरों की मानें तो इसे पूरा करने में करीब डेढ़ साल, यानी दिसंबर 2026 तक इसका पूरा ढांचा तैयार कर संचालन शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि, भवन का फिजिकल स्ट्रक्चर लगभग तैयार हो चुका है। अब केवल इंटीरियर, तकनीकी इंस्टॉलेशन, स्टाफ की नियुक्ति बाकी है। अब जानिए JPNIC की फैसिलिटीज… अंतरराष्ट्रीय मानकों का स्विमिंग और डाइविंग पूल स्पोर्ट्स ब्लॉक में टेनिस, बैडमिंटन, स्क्वैश, टेबल टेनिस कोर्ट सहित कई खेल शामिल हैं। एक्वेटिक ब्लॉक में अंतरराष्ट्रीय मानकों का स्विमिंग और डाइविंग पूल, बच्चों के लिए अलग पूल बना है। इसके साथ ही दर्शकों के लिए अलग बैठने की व्यवस्था है। सेंटर में कन्वेंशन हॉल भी बना है, जिसमें करीब 2000 लोगों के बैठने की क्षमता है, जबकि कॉन्फ्रेंस हॉल में 1477 सीटें हैं। दो सेमिनार हॉल, एक सम्मेलन लॉबी जिसमें 1100 लोगों की क्षमता है। सेंटर में 16 लिफ्ट, 10 एसकेलेटर, 600 कारों की पार्किंग, 100% पावर बैकअप, सेंट्रलाइज्ड एयर कंडीशनिंग, वाईफाई नेटवर्क, CCTV निगरानी और सीवेज प्लांट भी लगा है। संस्कृति, सेहत और तकनीक का संगम JPNIC का संग्रहालय ब्लॉक शहर की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का कार्य करेगा, जिसमें 460 वर्ग मीटर का संग्रहालय, ओपन-एयर थिएटर, पुस्तकालय और योग सेंटर है। स्वास्थ्य क्लब में जिम, योग हॉल, स्पा और हेल्थ सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। ———————— ये खबर भी पढ़िए… शुभांशु ने अंतरिक्ष से वीडियो कॉल पर सूर्योदय दिखाया:20 मिनट में दोपहर हो गई, लखनऊ में मां बोलीं- वो नजारा हमारे लिए चमत्कार था भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से लखनऊ में रहने वाले अपने परिवार से सैटेलाइट के जरिए बात की। स्पेस स्टेशन का सीन दिखाया। इस दौरान वहां हुए सूर्याेदय को भी दिखाया। घरवालों से बात करते-करते वहां 20 मिनट में दोपहर हो गई। ऐसा देखते हुए उनके घरवाले रोमांचित होते रहे। (पूरी खबर पढ़िए)