AK-47 लेकर चलने वाली आतंकी की गर्लफ्रेंड की कहानी:शाहीन कानपुर के हैलट में 7 साल डॉक्टर रही; तलाक लेकर जैश से जुड़ी

दिल्ली ब्लास्ट की जांच के दौरान एक नाम जो सबसे ज्यादा चर्चा में है, वह है डॉ. शाहीन शाहिद का। हरियाणा के फरीदाबाद से डॉ. मुजम्मिल को अरेस्ट करने के बाद पुलिस ने उसकी गर्लफ्रेंड डॉ. शाहीन को भी गिरफ्तार कर लिया है। पहले शादी, फिर तलाक और इसके बाद आतंकी की गर्लफ्रेंड बनकर उसका साथ देने वाली शाहीन की कहानी का एक अहम हिस्सा कानपुर से भी जुड़ा है। उसने अपने जीवन के 7 साल कानपुर में गुजारे। शाहीन कानपुर में रहने के बाद कैसे जैश-ए मोहम्मद की चीफ बनी, पढ़िए पूरी कहानी… शाहीन की कानपुर में कहानी शुरू होती है साल- 2006 में। उस समय शाहीन ने कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज (GSVM) में नौकरी शुरू की। उसने GSVM में फॉर्माकोलॉजिस्ट डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर जॉइन किया था। इसके बाद शाहीन 2013 तक GSVM में फॉर्माकोलॉजी की प्रोफेसर रही। फिर साल- 2013 में वह कहां गई, इसका किसी को पता नहीं चला। एक दिन अचानक शाहीन ने अपना बोरिया-बिस्तर समेटा और कानपुर छोड़ दिया। इसके पीछे भी एक कहानी है। शाहीन शाहिद के पिता लखनऊ के लालबाग में रहते हैं। लेकिन, डॉ. शाहीन ने प्रयागराज से MBBS से किया था। इसके बाद ही उसने GSVM में नौकरी की। इसके बाद उसने नेत्र चिकित्सक डॉ. जफर सईद से निकाह किया। लेकिन, डॉ. जफर से उसका रिश्ता ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाया। काफी दिन के झगड़े के बाद शाहीन ने डॉ. जफर से तलाक ले लिया। इसके बाद वह आतंकी डॉ. मुजम्मिल की गर्लफ्रेंड बन गई। हालांकि वह मुजम्मिल से कैसे मिली? दोनों ने अब तक क्या किया? यह सब शाहीन से पूछताछ के बाद ही सामने आ पाएगा। लेकिन, दिल्ली ब्लास्ट की अब तक की जांच में पता चला है कि शाहीन जैश की महिला विंग की चीफ है। वह भारत में महिला आतंक ब्रिगेड बना रही थी। वह जैश के जमात उल मोमिनात संगठन से भी जुड़ी हुई थी। UPPSC से सिलेक्ट होकर प्रोफेसर बनी
GSVM कॉलेज के सूत्रों से पता चला है कि डॉ. शाहीन शाहिद UPPSC में सिलेक्ट होकर प्रोफेसर बनी थी। साल 2009 में 6 महीने के लिए उसका ट्रांसफर कन्नौज मेडिकल कॉलेज में कर दिया गया। इसके बाद 2010 में वह वापस कानपुर आ गई। कॉलेज के रिकॉर्ड के अनुसार, 2013 में डॉ. शाहीन कॉलेज को बिना कोई सूचना दिए ही अनुपस्थित हो गई थी। इसके बाद कॉलेज ने उसको कई लेटर भेजे। फिर उसको नोटिस भी भेजे गए। लेकिन, शाहीन ने किसी नोटिस का जवाब नहीं दिया। कॉलेज के शाहीन के अन्य साथियों ने भी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उसके बारे में कुछ पता नहीं चला। आखिरकार, 2021 में शासन ने उसे नौकरी से निकाल दिया। खुफिया एजेंसियां जांच करने कानपुर पहुंचीं
मंगलवार को GSVM कॉलेज पहुंचे जांच अधिकारियों ने फॉर्माकोलॉजी विभाग के वर्तमान और पूर्व कर्मचारियों से पूछताछ की। यह पता लगाने की कोशिश की गई कि 2013 से पहले डॉ. शाहीन किन लोगों के संपर्क में थी? उसकी हरकतें क्या थीं? आखिरी बार कॉलेज में किस दिन देखी गई थी? अफसरों ने कॉलेज के पुराने रिकॉर्ड, बायोमेट्रिक अटेंडेंस रजिस्टर और स्टाफ फाइलों भी चेक कीं। इसके साथ यह भी जांच की जा रही है कि 2013 के बाद से अभी तक डॉ. शाहीन कहां रही? वह आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के संपर्क में कैसे आई? शाहीन को फरीदाबाद से अरेस्ट किया गया था
डॉक्टर शाहीन शाहिद को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 10 नवंबर को हरियाणा के फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था। शाहीन AK-47 लेकर चलती थी, जो उसकी कार से बरामद हुई। इसके अलावा उसकी कार से जिंदा कारतूस और अन्य संदिग्ध सामान बी मिला। जम्मू-कश्मीर पुलिस उसे अपने साथ लेकर चली गई। ————————- ये खबरें भी पढ़िए- लखनऊ में आतंकी की गर्लफ्रेंड के घर ATS का छापा:भाई डॉ. परवेज को हिरासत में लिया, एक हफ्ते पहले नौकरी छोड़ी थी दिल्ली ब्लास्ट के बाद यूपी में ATS ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। ATS ने डॉक्टर शाहीन शाहिद के भाई डॉक्टर परवेज को हिरासत में लिया है। शाहीन को फरीदाबाद से JK पुलिस ने सोमवार को अरेस्ट किया था। वह डॉक्टर मुजम्मिल शकील की गर्लफ्रेंड बताई जा रही है। JK पुलिस ने उसकी कार से AK-47, पिस्टल और कारतूस बरामद किए थे। पूरी खबर पढ़ें… दिल्ली ब्लास्ट- CCTV में पुलवामा का डॉक्टर कार चलाते दिखा, दावा- फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा था दिल्ली में सोमवार शाम लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास सफेद रंग की जिस हुंडई i20 कार में धमाका हुआ, उसका एक CCTV फुटेज सामने आया है। CCTV फुटेज में काले रंग का मास्क पहने एक शख्स पार्किंग एरिया से कार लेकर निकलता दिखाई दिया। पढ़ें पूरी खबर