अतीक का छोटा बेटा भाई से मिलने जेल पहुंचा था:VIDEO सामने आया, मुलाकात के 14 दिन बाद अली प्रयागराज से झांसी जेल शिफ्ट

माफिया अतीक अहमद का सबसे छोटा बेटा अबान दो साल बाद नजर आया। 17 सितंबर को तीन कारों के काफिले के साथ अबान नैनी सेंट्रल जेल में बंद अपने भाई अली से मिलने पहुंचा था। इसका वीडियो अब सामने आया है। इस मुलाकात के 14 दिन बाद यानी 1 अक्टूबर को अली की जेल बदल दी गई। उसे प्रयागराज से 420 किमी दूर झांसी भेज दिया गया। अली को जेल के हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया था। उसे किसी से भी मिलने की इजाजत नहीं थी। अली का वकील भी महीने में सिर्फ एक बार मिल सकता था। ऐसे में अबान और अली की मुलाकात से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि, माना जा रहा है कि जेल बदले जाने के बाद अब कुछ जिम्मेदारों पर भी गाज गिर सकती है। अंगोछे से चेहरा ढकता रहा अबान वीडियो में अबान के हावभाव पूरी तरह बदले दिखे। दो सालों में अबान काफी मोटा हो गया है। उसने हल्की दाढ़ी भी रख ली है। शर्ट, जींस और स्पोर्ट्स शू पहने अबान सफेद अंगोछा डाले जेल पहुंचा था। वीडियो और फोटो न बनें, इसलिए वह अंगोछे से अपने चेहरे को बार-बार ढकते हुए जेल गेट की तरफ बढ़ता दिखा। उसके साथ वकील भी थे, जो वीडियो बनाने वाले को मना करते थे कि ऐसा न करें। पिता के जनाजे में शामिल नहीं हो पाया था अबान 24 फरवरी, 2023 को प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या हुई। पुलिस का दावा है कि अली इस घटना की साजिश में शामिल था। नैनी जेल में रहते हुए उसने अपने छोटे भाई असद और परिवार के अन्य लोगों के साथ मिलकर उमेश की हत्या की साजिश रची। इस मामले में उसका बड़ा भाई उमर भी आरोपी है, जो लखनऊ जेल में बंद है। हत्याकांड के बाद देश-प्रदेश में छापेमारी शुरू हुई। तीसरे नंबर के बेटे असद का झांसी में एनकाउंटर हो गया। वहीं, पुलिस ने अतीक के चौथे और पांचवें नंबर के बेटे अहजम और अबान को पकड़ा। इसके बाद दोनों नाबालिगों को बालगृह में रखा गया। 15 अप्रैल, 2023 को प्रयागराज में अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या हुई। तब भी अहजम और अबान बालगृह में ही रहे। पिता और चाचा के जनाजे में शामिल नहीं हो सके थे। 10 अक्टूबर 2023 को दोनों बालगृह से छूटे और सीधे पिता और चाचा की कब्र पर गए। इसके बाद यह दोनों शहर में नहीं देखे गए। अब जाकर अबान का वीडियो सामने आया। हालांकि, अहजम अभी तक सार्वजनिक रूप से नहीं दिखाई दिया। झांसी जेल पहुंचने पर अली कहा था- मुख्यमंत्री जी मुझे बचा लीजिए अली नैनी जेल में 38 महीने से बंद था। उसने 30 जुलाई 2022 को प्रयागराज कोर्ट में सरेंडर किया था। 2 अक्टूबर को झांसी जेल पहुंचने पर अली ने अपनी जान को खतरा बताया। उसने कहा था- ये अल्लाह जानता है कि मैं यहां सुरक्षित रहूंगा या नहीं। मुख्यमंत्री जी से यही कहना है कि जो होना था, वो हो गया। मगर सरकार के नाम पर कुछ लोग मुझे अन्यथा परेशान कर रहे हैं, उनसे हमें बचा लीजिए। मुझे बेवजह सताया जा रहा है। मुझे रास्ते में पानी पीने तक नहीं दिया गया। मैं तो दिल्ली में लॉ कर रहा था। फर्जी मुकदमे लगाकर मुझे जेल भेजा गया। जेल में रहते हुए मेरे ऊपर 8 मुकदमे लगा दिए गए। नैनी जेल में अली का चर्चित कारनामा पढ़िए… अली की बैरक से कैश बरामद हुए 17 जून, 2025 को अली की बैरक से कैश बरामद हुए थे। हालांकि, कितने रुपए थे, ये स्पष्ट नहीं हो सका था। इसके बाद जेल प्रशासन में खलबली मच गई और तत्काल प्रभाव से डिप्टी जेलर कांति देवी और एक हेड वार्डर को निलंबित कर दिया गया था। घटना के बाद अली को हाई सिक्योरिटी बैरक में शिफ्ट कर दिया गया और लखनऊ स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से उसकी निगरानी शुरू हो गई। कैश मिला तो अली को ‘फांसी घर’ भेजा गया अली की बैरक में कैश मिलने के बाद उसी दिन उसे नैनी सेंट्रल जेल की ‘फांसी घर’ वाली हाई सिक्योरिटी सेल में भेज दिया गया था। नैनी सेंट्रल जेल के अंदर बना ‘फांसी घर’ अब खंडहर में तब्दील हो चुका है। साल-1970 से यह वीरान पड़ा है। कभी यहां पर फांसी देने वाले बंदियों को एक दिन पहले लाकर बंद किया जाता था। इस ‘फांसी घर’ में कुल 14 लोगों को फांसी दी गई है। फांसी की सजा पर रोक के बाद अब यह हिस्सा कम ही इस्तेमाल होता है। लेकिन, इस हाई सिक्योरिटी बैरक में अहम कैदियों को रखा जाता है। कई बार ऐसे कैदी, जो साथियों पर हंगामा करते हैं, उन्हें यहां बंद किया जाता है। एक वक्त नैनी जेल में लगता था अतीक का दरबार नैनी सेंट्रल जेल कभी माफिया अतीक-अशरफ का सबसे मुफीद पनाहगाह हुआ करती थी। योगी सरकार आने से पहले नैनी जेल में अतीक का दरबार लगता था। अतीक और अशरफ ने ही गैंग मेंबरों के लिए जेल में बैडमिंटन कोर्ट तक बनाया गया था। माफिया के लिए बैरक के बाहर किचन तैयार हुआ था, जहां डेग में खाना बनता था। यह खाना अन्य कैदियों को भी खिलाया जाता था। सुबह से जेल परिसर के मशहूर चबूतरे पर अतीक बैठकर जनसुनवाई की तरह लोगों की समस्याएं सुनता था। जेल से ही फोन पर निर्देश जारी होते थे। ———————- ये खबर भी पढ़िए-
चंद्रशेखर की गर्लफ्रेंड बोलीं-मेरे पास ऐसे वीडियो, मुंह छिपाता फिरेगा:वह भाजपा का दलाल, बसपा सुप्रीमो बनना चाहता था नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद पर उनकी एक्स गर्लफ्रेंड डॉ. रोहिणी घावरी ने कई सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। रोहिणी ने अपने सोशल मीडिया पेज पर 29 मिनट के वीडियो लाइव शेयर किया है। घावरी कहती हैं- चंद्रशेखर भाजपा का दलाल है। वह दलित-मुस्लिम की राजनीति करता है, जिससे बसपा को कमजोर किया जा सके। पढ़ें पूरी खबर…