झांसी में रसेल वाइपर सांप एक घर में जाकर छिप गया। यह खतरनाक सांपों में शुमार है। लोग उसे अजगर समझकर वीडियो बनाने लगे। लेकिन, जब सीटी बजाते हुए सांप ने फुफकार मारी, तो लोग दूर भाग गए। इसके बाद किसी की भी घर के अंदर जाने की हिम्मत नहीं हुई। गांव के लोग तो दूर, सपेरे भी अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। इसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई। 4 घंटे बाद टीम ने रेस्क्यू कर सांप को पकड़ लिया। वन दरोगा ने बताया कि ये जहरीला सांप रसेल वाइपर है। अमूमन ये बुंदेलखंड क्षेत्र में कम ही पाया जाता है। मामला उल्दन गांव का है। पहले 3 तस्वीरें देखिए उल्दन गांव में रहने वाले शंकर अहिरवार और उसका भाई बलराम अहिरवार खेती-किसानी करते हैं। शंकर अहिरवार ने बताया- मेरा एक घर गांव में है, दूसरा गांव के बाहर बना है। शनिवार शाम मैं दूसरे वाले घर पर गया। कमरे का दरवाजा खोला, तो अंदर 5 फीट लंबा सांप बैठा था। जैसे ही मैंने यह बात आसपास के लोगों को बताई, तो पूरे गांव के लोग आ गए। वे कहने लगे कि यह अजगर है। गांव के लोगों ने उसको पकड़ने की कोशिश की। इस पर सांप सीटी मारते हुए फुफकार मारने लगा। इससे हम लोग डर गए और घर से काफी दूर खड़े हो गए। इसके बाद किसी की घर के अंदर जाने की हिम्मत नहीं हुई। हमने सपेरे को भी बुलाया, लेकिन उसकी भी घर के अंदर जाने की हिम्मत नहीं पड़ी। 4 घंटे बाद पकड़ा गया
शंकर ने बताया- सांप की सूचना पर बंगरा से वन विभाग की एक टीम आई, लेकिन वो भी सांप को नहीं पकड़ पाई। इसके बाद मऊरानीपुर से वन विभाग की टीम आई। करीब 4 घंटे बाद टीम ने रेस्क्यू कर सांप को पकड़ लिया। मऊरानीपुर के वन दरोगा दीपक ने बताया- रेस्क्यू किया गया सांप रसेल वाइपर है। ये बहुत जहरीला होता है। अमूमन ये बुंदेलखंड में कम ही पाया जाता है। सांप को जंगल में छोड़ दिया गया है। 4 सितंबर को कोबरा के डसने से युवक की हुई थी मौत कोबरा सांप के डसने से घायल युवक की 5 सितंबर को झांसी मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी। वह 4 सितंबर को मध्य प्रदेश के पृथ्वीपुर में घर लौट रहा था। रास्ते में उसके पैर से सांप दब गया था। वो घर आकर सो गया। करीब 3 घंटे बाद सांप ने सोते समय उसके हाथ और पैर में डस लिया। हालत बिगड़ने पर घरवाले उसे झांसी मेडिकल कॉलेज ले गए। वहां उसकी मौत हो गई। मानसून में बढ़ जाता है सांप के काटने का जोखिम
मानसून के दौरान सांप के काटने का जोखिम बढ़ जाता है। भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में हर साल 30-40 लाख लोग सर्पदंश का शिकार बनते हैं, जिसमें से 50 हजार से ज्यादा की जान चली जाती है। यह आंकड़ा दुनिया भर के सर्पदंश से होने वाली मौतों का आधे से ज्यादा है। चौंकाने वाली बात ये है कि सिर्फ 30% पीड़ित ही हॉस्पिटल पहुंच पाते हैं। जानते हैं कि मानसून में सांपों से कैसे बचा जाए? घर में सांप दिखे तो क्या करें? सांप काटने पर क्या करें और क्या न करें? सवाल: घर में या आसपास सांप दिखे तो क्या करें? जवाब: अगर आपकी दुकान या घर में सांप दिख जाए तो घबराए बिना ये काम करें- सवाल: सांप के काटने पर फर्स्ट एड के तौर पर क्या करना चाहिए? जवाब: सांप के काटने पर पीड़ित को सीधा लिटाकर रखना चाहिए क्योंकि शरीर में हलचल होने से जहर फैल सकता है। सांप के काटने पर जहर तुरंत शरीर में नहीं फैलता है। इसका मेडिकल ट्रीटमेंट संभव है। इसलिए पीड़ित व्यक्ति को ढांढस बंधाएं। पीड़ित के शरीर से अंगूठी, पायल, चेन, कड़ा, कंगन, घड़ी या जूता-चप्पल जैसी चीजें उतार दें। कोशिश करते रहें कि पीड़ित व्यक्ति बेहोश न हो। अगर सांप ने पीड़ित के हाथ में काटा है तो उसे नीचे की ओर लटकाकर रखें। ऐसा करने से जहर दिल तक पहुंचने में वक्त लगेगा। अगर सांप ने व्यक्ति के पैर में काटा है तो पलंग से पैर को नीचे की तरफ लटका दें। जिस अंग में सांप ने काटा है, उसे हिलने-डुलने या चलने-फिरने न दें क्योंकि वह अंग जितना मूवमेंट करेगा, जहर उतना ही शरीर में फैलेगा। —————————— ये खबर भी पढ़िए- ‘साहब हाथ पकड़ते हैं, कमरे में ले जाते हैं’, ACS के खिलाफ IGRS और PMO तक शिकायतें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर महिला सुरक्षा को लेकर चर्चा कर रहे थे। एंटी रोमियो स्क्वॉड को एक्टिव करने की बात कह रहे थे। इधर, उनकी ही सरकार के एक वरिष्ठ IAS अधिकारी पर महिलाओं ने गंभीर आरोप लगाए। पढ़ें पूरी खबर…
शंकर ने बताया- सांप की सूचना पर बंगरा से वन विभाग की एक टीम आई, लेकिन वो भी सांप को नहीं पकड़ पाई। इसके बाद मऊरानीपुर से वन विभाग की टीम आई। करीब 4 घंटे बाद टीम ने रेस्क्यू कर सांप को पकड़ लिया। मऊरानीपुर के वन दरोगा दीपक ने बताया- रेस्क्यू किया गया सांप रसेल वाइपर है। ये बहुत जहरीला होता है। अमूमन ये बुंदेलखंड में कम ही पाया जाता है। सांप को जंगल में छोड़ दिया गया है। 4 सितंबर को कोबरा के डसने से युवक की हुई थी मौत कोबरा सांप के डसने से घायल युवक की 5 सितंबर को झांसी मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी। वह 4 सितंबर को मध्य प्रदेश के पृथ्वीपुर में घर लौट रहा था। रास्ते में उसके पैर से सांप दब गया था। वो घर आकर सो गया। करीब 3 घंटे बाद सांप ने सोते समय उसके हाथ और पैर में डस लिया। हालत बिगड़ने पर घरवाले उसे झांसी मेडिकल कॉलेज ले गए। वहां उसकी मौत हो गई। मानसून में बढ़ जाता है सांप के काटने का जोखिम
मानसून के दौरान सांप के काटने का जोखिम बढ़ जाता है। भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में हर साल 30-40 लाख लोग सर्पदंश का शिकार बनते हैं, जिसमें से 50 हजार से ज्यादा की जान चली जाती है। यह आंकड़ा दुनिया भर के सर्पदंश से होने वाली मौतों का आधे से ज्यादा है। चौंकाने वाली बात ये है कि सिर्फ 30% पीड़ित ही हॉस्पिटल पहुंच पाते हैं। जानते हैं कि मानसून में सांपों से कैसे बचा जाए? घर में सांप दिखे तो क्या करें? सांप काटने पर क्या करें और क्या न करें? सवाल: घर में या आसपास सांप दिखे तो क्या करें? जवाब: अगर आपकी दुकान या घर में सांप दिख जाए तो घबराए बिना ये काम करें- सवाल: सांप के काटने पर फर्स्ट एड के तौर पर क्या करना चाहिए? जवाब: सांप के काटने पर पीड़ित को सीधा लिटाकर रखना चाहिए क्योंकि शरीर में हलचल होने से जहर फैल सकता है। सांप के काटने पर जहर तुरंत शरीर में नहीं फैलता है। इसका मेडिकल ट्रीटमेंट संभव है। इसलिए पीड़ित व्यक्ति को ढांढस बंधाएं। पीड़ित के शरीर से अंगूठी, पायल, चेन, कड़ा, कंगन, घड़ी या जूता-चप्पल जैसी चीजें उतार दें। कोशिश करते रहें कि पीड़ित व्यक्ति बेहोश न हो। अगर सांप ने पीड़ित के हाथ में काटा है तो उसे नीचे की ओर लटकाकर रखें। ऐसा करने से जहर दिल तक पहुंचने में वक्त लगेगा। अगर सांप ने व्यक्ति के पैर में काटा है तो पलंग से पैर को नीचे की तरफ लटका दें। जिस अंग में सांप ने काटा है, उसे हिलने-डुलने या चलने-फिरने न दें क्योंकि वह अंग जितना मूवमेंट करेगा, जहर उतना ही शरीर में फैलेगा। —————————— ये खबर भी पढ़िए- ‘साहब हाथ पकड़ते हैं, कमरे में ले जाते हैं’, ACS के खिलाफ IGRS और PMO तक शिकायतें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर महिला सुरक्षा को लेकर चर्चा कर रहे थे। एंटी रोमियो स्क्वॉड को एक्टिव करने की बात कह रहे थे। इधर, उनकी ही सरकार के एक वरिष्ठ IAS अधिकारी पर महिलाओं ने गंभीर आरोप लगाए। पढ़ें पूरी खबर…