पूर्व मंत्री कमाल अख्तर का ‘व्हाइट हाउस’ सील:नगर निगम के खिलाफ विधानसभा में उठाया था मुद्दा; निगम ने होटल-बिल्डिंग सील किया

मुरादाबाद में नगर निगम ने सपा के पूर्व मंत्री कमाल अख्तर की 2 प्रॉपर्टी सील कर दी हैं। इनमें मुरादाबाद शहर में पूर्व मंत्री का होटल ‘व्हाइट हाउस’ और एक दूसरी प्राइवेट बिल्डिंग शामिल है, जिसमें 4 साल पहले गजल बॉर चलता था। ये दोनों प्रॉपर्टी कमाल अख्तर की पत्नी हुमैरा अख्तर के नाम पर हैं। हुमैरा अमरोहा की उझारी नगर पंचायत की चेयरपर्सन हैं। जबकि कमाल अख्तर मौजूदा वक्त में मुरादाबाद की कांठ विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं। कमाल अख्तर ने हाल ही में विधानसभा में मुरादाबाद नगर निगम के खिलाफ मुद्दा उठाया था। जिसके बाद नगर निगम की ओर से ये कार्रवाई की गई है। हालांकि नगर निगम का कहना है कि पूर्व मंत्री के होटल और बॉर को हाउस टैक्स के बकाए में सील किया गया है। पूर्व मंत्री की ये दोनों प्रॉपर्टी बुधवार को सुबह 10 बजे से पहले ही सील कर दी गईं। इस मामले में कमाल अख्तर ने कहा है कि होटल उन्होंने लीज पर दे रखा है। जिसका टैक्स भरने की जिम्मेदारी किराएदार की है। बार के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि जिस जगह बार बताई जा रही है, उस बिल्डिंग में 4 साल से ताला पड़ा है। सील करने के बाद कुर्की का नोटिस चस्पा
नगर निगम ने दोनों प्रॉपर्टी को सील करने के बाद यहां कुर्की का नोटिस भी चस्पा किया है। पूर्व मंत्री की पत्नी हुमैरा अख्तर को नगर निगम की ओर से बकाया जमा करने के लिए एक सप्ताह की मोहलत दी गई है। बता दें कि पूर्व मंत्री कमाल अख्तर की मुरादाबाद में आवास विकास फेज – 2 में भाजपा कार्यालय के पास ही ‘व्हाइट हाउस’ के नाम से एक होटल है। जबकि शहर के सिविल लाइंस एरिया में गजल बार के नाम से उनकी बार भी है। कमाल अख्तर बोले-होटल लीज पर, बार की बिल्डिंग में 4 साल से ताला
पूर्व मंत्री कमाल अख्तर ने बिल्डिंग सील होने के बाद दैनिक भास्कर से कहा- टैक्स के बकाए में दो बिल्डिंगों को सील किया गया है। यह नगर निगम की ओर से की गई रूटीन कार्रवाई है। पूर्व मंत्री ने कहा कि व्हाइट हाउस में वो अकेले मालिक नहीं हैं। इसमें कई पार्टनर हैं। वैसे भी इस होटल को लीज पर दिया गया है। ऐसे में हाउस टैक्स भरने की जिम्मेदारी किराएदार की है। गजल बार के मुद्दे पर पूर्व मंत्री ने कहा- जिस बिल्डिंग में नगर निगम ने गजल बार बताया है, उस बिल्डिंग पर पिछले 4 साल से ताला लगा है। 4 साल पहले इस बिल्डिंग में कोई किराएदार बार संचालित करता था। लेकिन अब 4 साल से यहां बार जैसी कोई चीज नहीं है। इसका बकाया टैक्स भी नगर निगम में भर दिया जाएगा। होटल पर 12.83 लाख, बार पर 2.4 लाख बकाया
नगर निगम की ओर से चस्पा किए गए नोटिसों के मुताबिक पूर्व मंत्री कमाल अख्तर के गजल बार पर नगर निगम मुरादाबाद का 2.4 लाख रुपए और व्हाइट हाउस होटल पर 12.83 लाख रुपए बकाया है। नगर निगम ने नोटिस में लोगों को आगाह किया है कि ये प्रॉपर्टी कुर्की/नीलामी की लिस्ट में है। इसलिए कोई इसे खरीदे न। कमाल अख्तर बोले-मैंने सदन में गरीबों का मुद्दा उठाया
पूर्व मंत्री कमाल अख्तर ने दैनिक भास्कर से कहा- मुझे नहीं लगता मेरी बिल्डिंगों को सील करने की कार्रवाई मेरे द्वारा सदन में उठाए गए मुद्दे की प्रतिक्रिया में हुई है। यह टैक्स बकाया में निगम की रूटीन कार्रवाई है। जो पूरे शहर में चल रही है। कमाल बोले- मैंने विधानसभा में गरीबों के हित में मुद्दा उठाया था। प्रदेश सरकार ने जो नया गजट जारी किया है उसके मुताबिक हाउस टैक्स 100 गुना तक बढ़ जाएगा। इससे गरीबों की कमर टूटेगी। गरीबों को राहत मिल सके, इसके लिए मैंने विधानसभा में ये कहा था कि नगर निगमों द्वारा टैक्स में की जा रही बढ़ोतरी को रद्द किया जाए। ——————– ये खबर भी पढ़िए- सौरभ के कातिलों को फांसी होगी या उम्रकैद: मुस्कान ने दोनों चाकू ड्रम में जमाए, सिर-हाथ पिलो कवर में रखे, एक्सपर्ट बोले- रेयरेस्ट क्राइम सौरभ की बॉडी के 4 टुकड़े करके तकिए के कवर में रखे गए। 2 चाकू भी ड्रम में सीमेंट से जमा दिए गए। पुलिस ने इन्हें बरामद कर लिया है। अब अगर मुस्कान और साहिल अपने कबूलनामे से मुकर भी जाएं, तब भी साक्ष्य पर्याप्त हैं। यह कहना है मेरठ के अपर निदेशक अभियोजन आलोक पांडेय का। सौरभ हत्याकांड के 22 दिन बीत चुके हैं। अभी तक पुलिस को कई ठोस साक्ष्य मिले हैं, कई साक्ष्य नहीं मिल सके हैं, जिनकी तलाश जारी है। हत्या का खुलासा वारदात के 15 दिन बाद होने के कारण पुलिस को सुबूतों को ढूंढने में दिक्कत हो रही है। मुस्कान ने अपने बयानों में जिन चाकू, सीमेंट-रेत, ड्रम और नींद की दवा खरीदने वाले दुकानदारों के बारे में बताया, वहां से CCTV भी रिकवर नहीं हो सके। पढ़िए रिपोर्ट…