आगरा में कांग्रेसियों ने मुख्य चुनाव आयुक्त के आवास का घेराव किया। उनके घर के बाहर कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया। पुलिस ने मुख्य चुनाव आयुक्त के आवस पर पहुंचने से 50 मीटर पहले कांग्रेसियों को रोकने का प्रयास किया। मगर कांग्रेसी नहीं माने। इस दौरान पुलिस की प्रदर्शनकारियों से झड़प हो गई। पुलिस कर्मियों को साइड करते हुए कांग्रेसी तेजी से आगे बढ़ गए। मुख्य चुनाव आयुक्त के आवास के पास पहुंच कर नारेबाजी की। कांग्रेसी हाथों में तख्तियां लिए हुए थे। कांग्रेसियों ने कहा- मुख्य चुनाव आयुक्त वोट चारे हैं, वह भाजपा के नेता हैं। उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। राहुल गांधी से माफी मांगनी चाहिए। करीब एक घंटे तक कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया। विस्तार से पढ़िए पूरा मामला मुख्य चुनाव आयुक्त के आवास को कांग्रेसियों ने घेरा, नारेबाजी
सोमवार को आगरा के विजय नगर स्थित मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के आवास के बाहर कांग्रेसी पहुंच गए। दोपहर 3.30 बजे कांग्रेस महानगर अध्यक्ष अमित सिंह के नेतृत्व में दर्जनों कांग्रेसी पहुंचे। उनके हाथों में तख्तियां थीं। इसमें लिखा था- ज्ञानेश कुमार, वोट चोर। प्रदर्शनकारियों में महिला कार्यकर्ता भी शामिल थीं। हालांकि प्रदर्शनकारियों के आने की सूचना पर पुलिस ने पहले ही मुख्य चुनाव आयुक्त का आवास घेर लिया था। जैसे ही कांग्रेसी जुलूस निकालते हुए पहुंचे। पुलिस ने उन्हें पहले ही रोकने का का प्रयास किया। पुलिस ने डंडे लगाकर रोका। मगर कांग्रेसी हीं माने। इस दौरान तीखी झड़प भी हुई। पुलिसकर्मियों को किनारे करते हुए वे आगे बढ़ गए। मुख्य चुनाव आयुक्त ने लोकतंत्र की हत्या की
कांग्रेस महानगर अध्यक्ष ने कहा- मुख्य चुनाव आयुक्त ने देश के लोकतंत्र की हत्या की है। वे संविधान के दुश्मन हैं। जिंदा लोगों के वोट बनाए गए हैं। ज्ञानेश कुमार को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए। अगर, उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया तो आगरा आने कांग्रेस उनका विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त को देश और राहुल गांधी, दोनों से माफी मांगनी चाहिए। ये आजादी की दूसरी लड़ाई है। यदि इसका विरोध नहीं हुआ तो देश दूसरी बार गुलामी की ओर बढ़ेगा। उन्होंने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि आयोग भाजपा कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहा है। आवास पर मां और पिता रहते हैं
आवास पर मुख्य चुनाव आयुक्त के पिता डॉ. सुबोध कुमार और उनकी मां सत्यवती गुप्ता रहते हैं। उनके पिता मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पद से रिटायर हो चुके हैं। जबकि उनकी मां योग सिखाती हैं। जिस समय कांग्रेसी प्रदर्शन के लिए पहुंचे। उस समय दंपती घर पर नहीं थे। वह नोएडा गए हुए हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त की बड़ी बेटी मेधा रूपम वर्तमान में नोएडा की डीएम हैं। ACP अक्षय महाडिक ने बताया- कांग्रेस महानगर अध्यक्ष अमित सिंह कुछ लोगों के साथ आए थे। यहां पहले से ही पुलिस की कुछ टीमें लगा दी गई थीं। प्रदर्शनकारियों को मुख्य चुनाव आयुक्त के आवास पर आने से रोका गया। ज्ञापन देकर ये लोग वापस चले गए। ……………… ये खबर भी पढ़ें… जब तक कोई सुसाइड न कर ले, लोग मानते नहीं, कानपुर में लिव-इन में रह रही महिला ने जान दी; पति से अलग रह रही थी जब तक कोई सुसाइड न कर ले, तब तक लोग मानते कहां हैं कि कोई कितने दर्द में है…रविवार देर रात इंस्टाग्राम पर पोस्ट करके महिला ने फंदे पर लटक कर जान दे दी। वह 5 महीने से एक युवक के साथ लिव-इन में रह रही थी। कानपुर में घटना के बाद लिव-इन में रहने वाला युवक फरार हो गया। सोमवार सुबह किराएदारों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव को फंदे से उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। परिजनों ने बताया कि एक साल पहले महिला अपने पति को छोड़ कर अलग रह रही थी। घटना नौबस्ता की है। पढ़ें पूरी खबर… बें
सोमवार को आगरा के विजय नगर स्थित मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के आवास के बाहर कांग्रेसी पहुंच गए। दोपहर 3.30 बजे कांग्रेस महानगर अध्यक्ष अमित सिंह के नेतृत्व में दर्जनों कांग्रेसी पहुंचे। उनके हाथों में तख्तियां थीं। इसमें लिखा था- ज्ञानेश कुमार, वोट चोर। प्रदर्शनकारियों में महिला कार्यकर्ता भी शामिल थीं। हालांकि प्रदर्शनकारियों के आने की सूचना पर पुलिस ने पहले ही मुख्य चुनाव आयुक्त का आवास घेर लिया था। जैसे ही कांग्रेसी जुलूस निकालते हुए पहुंचे। पुलिस ने उन्हें पहले ही रोकने का का प्रयास किया। पुलिस ने डंडे लगाकर रोका। मगर कांग्रेसी हीं माने। इस दौरान तीखी झड़प भी हुई। पुलिसकर्मियों को किनारे करते हुए वे आगे बढ़ गए। मुख्य चुनाव आयुक्त ने लोकतंत्र की हत्या की
कांग्रेस महानगर अध्यक्ष ने कहा- मुख्य चुनाव आयुक्त ने देश के लोकतंत्र की हत्या की है। वे संविधान के दुश्मन हैं। जिंदा लोगों के वोट बनाए गए हैं। ज्ञानेश कुमार को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए। अगर, उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया तो आगरा आने कांग्रेस उनका विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त को देश और राहुल गांधी, दोनों से माफी मांगनी चाहिए। ये आजादी की दूसरी लड़ाई है। यदि इसका विरोध नहीं हुआ तो देश दूसरी बार गुलामी की ओर बढ़ेगा। उन्होंने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि आयोग भाजपा कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहा है। आवास पर मां और पिता रहते हैं
आवास पर मुख्य चुनाव आयुक्त के पिता डॉ. सुबोध कुमार और उनकी मां सत्यवती गुप्ता रहते हैं। उनके पिता मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पद से रिटायर हो चुके हैं। जबकि उनकी मां योग सिखाती हैं। जिस समय कांग्रेसी प्रदर्शन के लिए पहुंचे। उस समय दंपती घर पर नहीं थे। वह नोएडा गए हुए हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त की बड़ी बेटी मेधा रूपम वर्तमान में नोएडा की डीएम हैं। ACP अक्षय महाडिक ने बताया- कांग्रेस महानगर अध्यक्ष अमित सिंह कुछ लोगों के साथ आए थे। यहां पहले से ही पुलिस की कुछ टीमें लगा दी गई थीं। प्रदर्शनकारियों को मुख्य चुनाव आयुक्त के आवास पर आने से रोका गया। ज्ञापन देकर ये लोग वापस चले गए। ……………… ये खबर भी पढ़ें… जब तक कोई सुसाइड न कर ले, लोग मानते नहीं, कानपुर में लिव-इन में रह रही महिला ने जान दी; पति से अलग रह रही थी जब तक कोई सुसाइड न कर ले, तब तक लोग मानते कहां हैं कि कोई कितने दर्द में है…रविवार देर रात इंस्टाग्राम पर पोस्ट करके महिला ने फंदे पर लटक कर जान दे दी। वह 5 महीने से एक युवक के साथ लिव-इन में रह रही थी। कानपुर में घटना के बाद लिव-इन में रहने वाला युवक फरार हो गया। सोमवार सुबह किराएदारों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव को फंदे से उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। परिजनों ने बताया कि एक साल पहले महिला अपने पति को छोड़ कर अलग रह रही थी। घटना नौबस्ता की है। पढ़ें पूरी खबर… बें