यूपी में लगातार बारिश से नदियां और नाले उफान पर हैं। मुरादाबाद में बाढ़ग्रस्त एरिया में गश्त पर निकला सिपाही रामगंगा की बाढ़ में बह गया। तेज बहाव होने की वजह से सिपाही का अभी तक कुछ पता नहीं चला है। सिपाही को रेस्क्यू करने के लिए SDRF की कई टीमों को लगाया गया है। वहीं, कानपुर में यमुना नदी में नहाने गए भाई-बहन की डूबने से मौत हो गई। बेटे-बेटी का शव देखकर मां बेहोश हो गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। संभल में गंगा का जलस्तर बढ़ने से चिरवारी गांव के पास गंगा बांध कट गया है। इससे 20 गांव पानी में घिर गए हैं। सैकड़ों बीघे फसलें जलमग्न हो गई हैं। अधिकारियों का कहना है कि अगर बांध का मुहाना और बढ़ा तो करीब 100 से अधिक गांव प्रभावित हो सकते हैं। आज 22 जिलों में भारी और 27 जिलों में हल्की बारिश का अलर्ट है। यानी 49 जिलों में बारिश का अनुमान है। प्रदेश के कई जिलों में अगले 48 घंटे बाद लगातार 5 दिनों तक भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी है। सोमवार को लखनऊ में तेज बारिश के चलते विधानसभा परिसर में पानी भर गया। इससे नेताओं और सचिवालय कर्मियों को आने-जाने में परेशानी हुई। सीएम आवास के पास सड़क पर 2 फीट तक पानी भर गया। कल 39 जिलों में 4.2 मिमी बारिश सोमवार को 39 जिलों में 4.2 मिमी बारिश हुई। ये मौसम विभाग के औसत अनुमान 8.2 मिमी से 49% कम है। वहीं, 1 जून से 11 अगस्त तक यूपी में 483.3 मिमी बारिश हुई, जो अनुमान 439.1 मिमी से 10% अधिक है। बंगाल की खाड़ी में एक नया वेदर सिस्टम बन रहा है। 13 से 15 अगस्त के बीच प्रदेश के पूर्वी-पश्चिमी दोनों हिस्सों में अच्छी बारिश के संकेत हैं। – अतुल कुमार सिंह, वरिष्ठ मौसम विज्ञानी बाढ़ से धान और सब्जियों को नुकसान
प्रदेश के प्रयागराज, वाराणसी, चित्रकूट, बदायूं जैसे 20 से ज्यादा जिले बाढ़ की चपेट में हैं। कई अन्य जिलों में जलभराव की परिस्थितियां हैं। इन इलाकों में धान की फसल को अच्छा खासा नुकसान पहुंचा है। जमीन पर फैलने वाली लता और बेल वाली हरी सब्जियां कद्दू, लौकी, तरोई आदि जल जमाव से सड़ गई हैं। प्रयागराज, प्रतापगढ़ और जौनपुर आदि में होने वाले सफेद तिल, ज्वार, बाजरा, उड़द की फसल को भी भारी बारिश से नुकसान पहुंचा है। UP में बारिश से जुड़ी पल-पल की अपडेट के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए….
प्रदेश के प्रयागराज, वाराणसी, चित्रकूट, बदायूं जैसे 20 से ज्यादा जिले बाढ़ की चपेट में हैं। कई अन्य जिलों में जलभराव की परिस्थितियां हैं। इन इलाकों में धान की फसल को अच्छा खासा नुकसान पहुंचा है। जमीन पर फैलने वाली लता और बेल वाली हरी सब्जियां कद्दू, लौकी, तरोई आदि जल जमाव से सड़ गई हैं। प्रयागराज, प्रतापगढ़ और जौनपुर आदि में होने वाले सफेद तिल, ज्वार, बाजरा, उड़द की फसल को भी भारी बारिश से नुकसान पहुंचा है। UP में बारिश से जुड़ी पल-पल की अपडेट के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए….