रामजीलाल सुमन राष्ट्रद्रोही, उनके घर पर बुलडोजर चले:आगरा में करणी सेना के अध्यक्ष बोले- सरकार से न्याय लेना हमें आता है, ताकत दिखाएंगे

सपा सांसद रामजीलाल सुमन के राणा सांगा को लेकर बयान के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है। क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत इन दिनों आगरा में डेरा डाले हैं। उन्होंने दावा किया कि 12 अप्रैल को देशभर से 3 लाख लोग आगरा में सांसद के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के लिए उतरेंगे। शेखावत की मांग है कि सांसद की सदस्यता रद्द की जाए। वह राष्ट्रद्रोह के अपराधी हैं, उन पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज हो। उनके घर पर बुलडोजर चलाया जाए। सरकार और प्रशासन 12 अप्रैल को शाम 5 बजे तक हमारी मांगें नहीं मानता, तो हम अपनी ताकत दिखाने को मजबूर होंगे। हमें न्याय लेना आता है। क्षत्रिय करणी सेना की राणा सांगा की जयंती मनाने की क्या तैयारी है? कौन इसका नेतृत्व करेगा? सरकार नहीं मानी तो आगे की रणनीति क्या होगी? इन मुद्दों पर पर दैनिक भास्कर ने उनसे बात की।पढ़िए सवाल-जवाब… सवाल: 12 अप्रैल के लिए क्या तैयारी है?
जवाब : इस दिन महाराजा राणा सांगा की जयंती पर हमने मिलकर रक्त स्वाभिमान सम्मेलन करने का निर्णय लिया है। आगरा के कुबेरपुर स्थित गढ़ी रामी में यह आयोजन होगा। हम इसको सफलतापूर्वक संपन्न करना चाहते हैं। ये जो घटनाएं होती आई हैं, वो दोबारा न हों, इसका जवाब हमें एकता के साथ देना है। सवाल: रक्त स्वाभिमान सम्मेलन की रूपरेखा क्या रहेगी?
जवाब : हमारी कई सारी अपेक्षाएं हैं। उन अपेक्षाओं और मांगों को लेकर पूरे भारत से लाखों की संख्या में हम लोग गढ़ी रामी में जुटेंगे। उसमें कई महत्वपूर्ण लोग भी शामिल होंगे। हमारी जो अपेक्षाएं हैं, हम उन पर सहमति प्राप्त करवाने के बाद ही उठेंगे। सवाल: क्या सम्मेलन में ओकेंद्र राणा भी आएंगे?
जवाब : गढ़ी रामी में होने वाले रक्त स्वाभिमान सम्मेलन की अध्यक्षता ही ओकेंद्र राणा करेंगे। कार्यक्रम की जो रूपरेखा तय की है, उसके अनुसार ओकेंद्र राणा ही हमारे प्रस्ताव और मांगों को सरकार और प्रशासन के सामने रखेंगे। साथ ही लोगों को संबोधित भी करेंगे। सवाल: सरकार और प्रशासन ने आपकी मांगें नहीं मानीं, तो आप क्या करेंगे?
जवाब : अपनी मांगें पूरा करने के लिए प्रशासन और सरकार को शाम 5 बजे तक का समय देंगे। प्रतिनिधिमंडल हमारे पास आए और वह हमारे साथ चर्चा करें। सीधी-सीधी बात है, हम लोगों को न्याय नहीं मिलता तो शाम 5 बजे के बाद अपनी ताकत दिखा देंगे। हमें न्याय लेना आता है। सवाल : रामजीलाल सुमन के बयान को लेकर इतना गुस्सा क्यों?
जवाब : रामजीलाल सुमन ने राज्यसभा में जो बयान दिया है, बाहर आकर मीडिया के सामने भी वही दोहराया। इसलिए वह राष्ट्रद्रोह के अपराधी हैं। बताइए उन पर राष्ट्रद्रोह का केस क्यों न हो? जब अपराधियों की संपत्तियों पर बुलडोजर चलता है, तो इनकी संपत्ति पर क्यों न चले? उन्होंने बहुत ही अभद्र टिप्पणी कर हमें अपमानित किया है। उसने सभी सनातनियों को गद्दार कहा है। सवाल : आपकी क्षत्रिय करणी सेना ने उस दिन तोड़फोड़ की, क्या ये उचित था?
जवाब : ऐसी घटनाएं हम दोबारा नहीं होना देना चाहते। इसलिए हमने घर में घुसकर जवाब दिया। कब तक हम माफी देंगे? हमें एक उदाहरण सेट करना था कि हमें भविष्य में कोई भी महापुरुषों पर टिप्पणी करने के बारे में एक बार जरूर सोचे। उनके लोगों ने धोखे से हमारे साथियों पर हमला किया। पुलिस वालों ने थर्ड डिग्री टॉर्चर किया। हमारे साथी आतंकवादी नहीं थे, वो विरोध प्रदर्शन के लिए आए थे। पुलिस और रामजीलाल सुमन के लोगों ने हमला किया। तभी बचाव में हमारे साथी उग्र हुए। सवाल : करणी सेना की मांगें क्या हैं?
जवाब : रामजीलाल सुमन पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज हो। उनकी राज्यसभा सदस्यता रद्द हो। जिन झूठे केस में हमारे युवकों को फंसाया गया है, उन्हें वापस लिया जाए। हमने जो तहरीर दी है, उसके आधार पर उन पर FIR दर्ज हो। जिन पुलिसकर्मियों ने हमारे साथियों के साथ बर्बरता की है, उन्हें निलंबित किया जाए। हमारे साथियों ने हमला होने पर जवाबी कार्रवाई की थी। सवाल : 12 अप्रैल को आपकी मांगें पूरी न हुईं, तो आगे की क्या रणनीति है?
जवाब : हम करणी सेना वाले हैं। जो कहते हैं, उसे करने की क्षमता रखते हैं। पूरी तैयारी के साथ हम वहां पहुंच रहे हैं। 12 अप्रैल को निर्णय होगा। वैसे हम अनुशासन में रहेंगे। हमें पूरी आशा है कि सरकार, प्रशासन हमारी संविधानिक मांगों पर सहमति दर्ज करेगा। बाकी हम वादा करते हैं कि उस दिन अपनी मांगें पूरी कराकर ही मैदान छोड़ेंगे। अब पढ़िए सपा सांसद ने राज्यसभा में क्या कहा था… सपा सांसद ने बोला था- हिंदू गद्दार राणा सांगा की औलाद
सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने 21 मार्च को राज्यसभा में कहा था, ‘भाजपा वालों का तकिया कलाम हो गया कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है। फिर हिंदुओं में किसका डीएनए है? बाबर को कौन लाया? बाबर को भारत में इब्राहीम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा लाया था। मुसलमान बाबर की औलाद हैं तो तुम (हिंदू) गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। यह हिंदुस्तान में तय हो जाना चाहिए। बाबर की आलोचना करते हैं, राणा सांगा की नहीं। देश की आजादी की लड़ाई में इन्होंने अंग्रेजों की गुलामी की थी। हिंदुस्तान का मुसलमान बाबर को अपना आदर्श नहीं मानता है। वो मोहम्मद साहब और सूफी परंपरा को आदर्श मानता है। राणा सांगा मेवाड़ के राजा थे, 19 साल राज किया राणा सांगा (महाराणा संग्राम सिंह) ने राजस्थान के मेवाड़ में 1509 से 1528 तक शासन किया। वे उदयपुर में सिसोदिया राजपूत राजवंश के राजा थे और राणा रायमल के सबसे छोटे पुत्र थे। इन्होंने मेवाड़ साम्राज्य का विस्तार किया। उसके तहत राजपूताना के सभी राजाओं को संगठित किया। राणा सांगा ने विदेशी आक्रमणकारियों के विरुद्ध सभी राजपूतों को एक किया। इन्होंने दिल्ली, गुजरात और मालवा मुगल बादशाहों के आक्रमणों से अपने राज्य की रक्षा की। 26 मार्च को सपा सांसद के घर हमला और तोड़फोड़ राज्यसभा में राणा सांगा को गद्दार कहने वाले सपा सांसद रामजी लाल सुमन के आगरा स्थित घर पर 26 मार्च को करणी सेना ने हमला कर दिया। कार्यकर्ता पहचान छिपाकर करीब 50 गाड़ियों में आगरा पहुंचे। 2 बुलडोजर भी लेकर आए थे। 1000 से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ और पथराव किया। सांसद के घर के बाहर खड़ी 10 से ज्यादा गाड़ियां तोड़ डाली। झड़प में 14 पुलिसकर्मी घायल हुए। जब ये बवाल हो रहा था, उस वक्त सपा सांसद रामजीलाल सुमन दिल्ली में थे। 20 मिनट के बवाल के बाद पुलिसकर्मियों ने लाठी चार्ज करके कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया। ———————- ये खबर भी पढ़िए- दामाद संग भागी सास, बेटी बोली-दोनों कहीं भी जाकर मरें: अलीगढ़ में पति ने कहा- बस एक बार मुझसे मिलवा दो अलीगढ़ में बेटी की शादी से 10 दिन पहले 38 साल की सास को लेकर 25 साल का दामाद भाग गया। छह महीने पहले महिला की बेटी का रिश्ता तय हुआ था। तभी सास ने दामाद को मोबाइल गिफ्ट किया था। दोनों में बात होती रही और मोहब्बत हो गई। दामाद अक्सर अपनी ससुराल आता था। कमरे में सास से घंटों बातें करता था। किसी ने दोनों पर शक भी नहीं किया। बेटी की शादी के लिए घर में रखे 5 लाख के जेवरात और 3.5 लाख कैश भी महिला घर से ले गई है। पढ़ें पूरी खबर…