लखनऊ में फर्जी रजिस्ट्री करवाने वाले गैंग में शामिल दो LDA संविदा कर्मियों को बर्खास्त (सेवा समाप्त) कर दिया गया। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) वीसी प्रथमेश कुमार ने आठ कर्मचारियों के खिलाफ विजलेंस जांच के आदेश दिए हैं। बर्खास्त दोनों कर्मी फर्जी रजिस्ट्री गैंग के सदस्यों के करीबी थे। आरोप है कि यही लोग गैंग के सदस्यों को खाली प्लाट की जानकारी देते थे। वहीं, दूसरी तरफ 8 कर्मियों की विजलेंस जांच के लिए पत्र लिखा गया है। मिली थी शिकायत, जांच में आरोप सही मिले STF ने LDA के प्लॉटों की फर्जी रजिस्ट्री करने वाले गिरोह में शामिल छह लोगों को गोमतीनगर से गिरफ्तार किया था। आरोपी प्लॉटों के फर्जी कागजात और मालिक तैयार कर उन्हें बेच देते थे। गिरोह में गोमतीनगर निवासी अचलेश्वर गुप्ता उर्फ बबलू, मल्हौर निवासी राम बहादुर सिंह, अंसल गोल्फ सिटी निवासी सचिन सिंह उर्फ अमर, विनय खंड निवासी मुकेश मौर्या, विराम खंड निवासी राहुल सिंह और विपुल खंड निवासी धनंजय सिंह को गिरफ्तार किया। LDA के कई कर्मचारी शामिल जांच में सामने आया था कि गैंग में LDA के कई कर्मचारी भी शामिल थे। STF ने इसकी जानकारी वीसी प्रथमेश कुमार को दी। फाइनेंस विभाग में तैनात अखंड मिश्रा और यस नाम के दो कर्मी संदिग्ध मिले थे। अखंड कंप्यूटर ऑपरेटर है, जबकि यस मानचित्र सेल में काम करता था। क़ानूनी कार्यवाही भी की जाएगी जांच में सामने आया कि दोनों कर्मी गैंग के सदस्यों से जुड़े हुए है। वीसी प्रथमेश कुमार ने बताया कि दोनों कर्मियों की सेवा समाप्त करने के साथ ही उनके खिलाफ जांच बैठा दी गई है। जरूरत पड़ने पर क़ानूनी कार्यवाही भी की जाएगी।