सलमान खान ने क्यों पहनी राम जन्मभूमि घड़ी:9 बजे अयोध्या मंदिर, 3 पर राम-हनुमान दिखते हैं; 61 लाख है कीमत

हाल ही में बॉलीवुड एक्टर सलमान खान राम मंदिर की तस्वीर वाली एक घड़ी पहने नजर आए। इसकी कीमत 61 लाख रुपए है। सलमान खान की कलाई पर ये घड़ी दिखते ही सोशल मीडिया पर इसे लेकर बहस छिड़ गई। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने इस घड़ी को पहनने की वजह से सलमान को शरीयत का गुनहगार बता दिया। ऐसे में, सवाल उठता है कि आखिर ऐसी कौन-सी घड़ी है, जिसे लेकर सलमान खान को शरीयत का गुनहगार बताया जा रहा है? क्या खास है इस घड़ी में? किस कंपनी की घड़ी है? इसका मालिक कौन है? इन सभी सवालों के जवाब भास्कर एक्सप्लेनर में पढ़िए- सवाल 1- पूरे मामले की शुरुआत कहां से हुई? जवाब- 27 मार्च को सलमान खान ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट किया। इसमें कुल 3 तस्वीरें थीं। इनमें सलमान खान एक नारंगी रंग की घड़ी पहने नजर आ रहे हैं। ये तस्वीरें ऐसी हैं कि आपका ध्यान घड़ी पर ना जाए, ऐसा हो ही नहीं सकता। इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा- सी यू थिएटर्स इन 30 मार्च। इसमें उन्होंने अपनी फिल्म सिकंदर का प्रमोशन किया है। हालांकि, इस कैप्शन से ज्यादा लोगों का ध्यान उनकी नारंगी रंग की घड़ी ने खींचा। लोग कमेंट में लिखने लगे- ये रामजन्म भूमि कलेक्शन की घड़ी है। इसके बाद से ही इसे लेकर बहस छिड़ गई कि सलमान खान ने इस गोल्डन डायल और नारंगी स्ट्रेप वाली घड़ी को फोकस करते हुए पोस्ट क्यों डाली? यहां ध्यान देने वाली बात है कि सलमान खान घड़ियों के शौक के लिए भी जाने जाते हैं। घड़ियां कैसे बनाई जाती हैं, इसमें उनकी खासी दिलचस्पी रही है। कहा जाता है कि उनके पास लग्जरी घड़ियों का बड़ा कलेक्शन है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सलमान खान को ये घड़ी उनकी मां और बहन ने गिफ्ट की है। हालांकि राम जन्मभूमि घड़ी पहनने पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने उन्हें गुनहगार करार दिया है। आलोचना करने वालों में स्वघोषित क्रिटिक कमाल राशिद खान (KRK) ने भी ‘एक्स’ पर सलमान खान की आलोचना की है। दूसरी तरफ, भोपाल के विधायक रामेश्वर शर्मा ने सलमान खान का समर्थन किया है। सवाल 2- क्या है रामजन्म भूमि घड़ी? जवाब- सलमान खान ने जो घड़ी पहनी है, वह अमेरिका के फेमस लग्जरी ब्रांड जैकब एंड कंपनी के एपिक एक्स राम जन्मभूमि टाइटेनियम एडिशन- 2 की है। इसका एक एडिशन एपिक एक्स राम जन्मभूमि टाइटेनियम एडिशन है। दूसरा एपिक एक्स राम जन्मभूमि रोज गोल्ड एडिशन है। राम जन्मभूमि कलेक्शन की यह घड़ी अपने-आप में शिल्प कौशल और सांस्कृतिक प्रतीकात्मकता को दिखाती है। ब्रांड ने इस घड़ी को अक्टूबर, 2024 में राम जन्मभूमि के सम्मान में लॉन्च किया था। इस घड़ी के डायल के केस में कई ऐसे प्रतीक उकेरे गए हैं, जो राम और राम जन्मभूमि की सांस्कृति विरासत को दिखाते हैं। इसमें राम जन्मभूमि मंदिर की नक्काशी भी शामिल है। इसके डायल के किनारे की पट्टी, जिसे बेजल कहते हैं, उसमें हिंदू शिलालेख की पंक्तियां अंकित हैं। इसकी नारंगी रंग की पट्टी हिंदू धर्म में त्याग और समर्पण के प्रतीक के रूप में है। सवाल 3- इस घड़ी में क्या कुछ खास है? जवाब- इस घड़ी के राम जन्मभूमि से जुड़े होने के अलावा इसे खास बनाता है इसका लिमिटेड एडिशन में होना। दुनियाभर में इसके सिर्फ 49 पीस उपलब्ध हैं। ऐसे में, यह ब्रांड की एक्सक्लूसिव घड़ियों में से एक है। साथ ही इसे खरीदने वाले के लिए भी यह एक्सक्लूसिव होगा। प्रतीकों से भरी इस घड़ी में 9 बजे की ओर अयोध्या राम मंदिर की आकृति बनी है। 3 बजे की ओर भगवान राम और हनुमान की आकृति बनाई गई है। फिर 6 बजे के टूरबिलन के नीचे जय श्रीराम लिखा है। इसके बैंड के साथ मिनट रिंग भी केसरिया रंग का है। इन सब पवित्र धार्मिक प्रतीकों के अलावा इसकी कीमत भी इसे खास बनाती है। रिटेलर वेबसाइट इथोस पर सलमान ने जो रोज गोल्ड एडिशन पहनी है, उसकी कीमत 61 लाख और टाइटेनियम एडिशन की कीमत 34 लाख रुपए है। सवाल 4- घड़ी को बनाने वाली कंपनी जैकब एंड कंपनी की क्या कहानी है? जवाब- लग्जरी घड़ियों की दुनिया में जैकब एंड कंपनी (Jacob Co.) एक जाना-पहचाना नाम है। इस कंपनी के संस्थापक और मालिक का नाम जैकब अराबो (Jacob Arabo) है। जैकब का जन्म 1965 में उज्बेकिस्तान में हुआ था। वह एक यहूदी परिवार से ताल्लुक रखते हैं। 14 साल की उम्र में वह परिवार के साथ अमेरिका आ गए थे। उन्होंने न्यूयॉर्क में एक घड़ी बनाने की दुकान में काम करना शुरू किया। वहां काम करते हुए ज्वेलरी और घड़ियों को लेकर उनके अंदर जुनून पैदा होने लगा। इसके बाद उन्होंने प्रवासियों के लिए प्रोग्राम के जरिए ज्वेलरी बनाने की ट्रेनिंग ली। वहां उन्होंने गहनों की एसेंबलिंग में महारत हासिल कर ली। लेकिन किसी और के डिजाइन को असेंबल करना उनके लिए काफी नहीं था। ऐसे में उन्होंने अपने डिजाइन बनाने शुरू किए। यह सब वह अपने बेडरूम में करते। धीरे-धीरे उनके डिजाइन लोगों तक पहुंचने लगे और उन्हें पसंद किया जाने लगा। क्लाइंट्स बढ़ने के साथ उन्होंने नौकरी छोड़ दी और न्यूयॉर्क के डायमंड डिस्ट्रिक्ट में अपनी दुकान खोली। यहां दूसरे ज्वेलरी ब्रांड कलेक्शन के साथ अपने निजी क्लाइंट्स के लिए भी ज्वेलरी डिजाइन करने लगे। फिर 1986 में अराबो ने अपना लग्जरी लेबल लॉन्च किया, नाम रखा जैकब एंड कंपनी। शुरुआत में उन्होंने ज्वेलरी बनाई, लेकिन कहीं ना कहीं उनके दिमाग में घड़ियों को बनाने का जुनून था। ऐसे में, उन्होंने कुछ साल बाद घड़ियां डिजाइन करनी और बनानी शुरू कीं। फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। धीरे-धीरे अपने हुनर से उन्होंने लग्जरी ज्वेलरी और घड़ियों का साम्राज्य खड़ा कर दिया। सवाल 5- जैकब एंड कंपनी फिलहाल कितना बड़ा ब्रांड है? जवाब- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्पेशल राम जन्मभूमि घड़ी बनाने वाली जैकब एंड कंपनी की नेटवर्थ करीब 300-400 मिलियन डॉलर यानी करीब 2,500-3,300 करोड़ रुपए आंकी जाती है। उनकी कंपनी हर साल करोड़ों डॉलर का कारोबार करती है। उनके क्लाइंट्स में कई हॉलीवुड-बॉलीवुड सितारों से लेकर अरबपति बिजनेसमैन और इंटरनेशनल सेलिब्रिटिज शामिल हैं। भारतीय सेलिब्रिटिज की बात करें, तो सलमान खान से पहले अभिषेक बच्चन इस IPL में एक मैच के दौरान ये घड़ी पहने नजर आए थे। इससे भी पहले सलमान खान इस ब्रांड की एक अन्य लिमिटेड एडिशन की घड़ी पहने दिखे थे। यह मौका भी खास था। सलमान खान तब इस कंपनी के मालिक जैकब अराबो से मिले थे। इस मौके पर जैकब ने खुद सलमान को बिलेनियर- III नाम की लग्जरी वॉच पहनाई थी। इस घड़ी की कीमत करीब 41.50 करोड़ रुपए हैं, जिसमें 712 व्हाइट डायमंड जड़े थे। सवाल 6- जैकब एंड कंपनी की घड़ियां मशहूर क्यों हैं? जवाब- ब्रांड शुरुआत से ही अपनी सबसे हटकर और बेहतरीन डिजाइन की घड़ियों के लिए मशहूर है। इसकी खास बात यह भी है कि ये अपनी घड़ियां लिमिटेड एडिशन में बनाता है। यानी एक डिजाइन की सिर्फ कुछ घड़ियां ही दुनियाभर में उपलब्ध होती हैं। इस ब्रांड की कुछ मशहूर कलेक्शन में एपिक एक्स, ट्विन टर्बो, ब्रिलियंट और एस्ट्रोनोमियाया घड़ियां शामिल हैं। ———————— ये खबर भी पढ़ें… सूटकेस छोटा पड़ा तो सौरभ को काटकर ड्रम में भरा, साहिल-मुस्कान ने 10-12 बार में गला काटा; मेरठ हत्याकांड में चौंकाने वाले खुलासे मेरठ में सौरभ राजपूत मर्डर के 27 दिन बीत चुके हैं। इस हत्याकांड में 3 स्तर पर जांच चल रही है। पहली- पुलिस, दूसरी- फोरेंसिक टीम और तीसरी-साइबर सेल। पुलिस केस डायरी, साइबर सेल की मोबाइल जांच के बाद अब फोरेंसिक टीम की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर