‘हिसाब में रहो साहब…हम सब्र में, कब्र में नहीं’:गोरखपुर में आई लव मोहम्मद का विवादित पोस्टर; लोग बोले- खुलेआम धमकी दे रहे

यूपी में ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद थम नहीं रहा है। अब सीएम योगी के गृह जनपद गोरखपुर में लगे बैनर चर्चा का विषय बन गए हैं। दुकानों और गली-मोहल्लों में लगे इन पोस्टर के बीच में ‘आई लव मोहम्मद’ लिखा गया है। साथ ही उकसावे वाली कुछ बातें भी लिखी हैं। जैसे- ‘हिसाब से रहो साहब, हम सब्र में हैं, कब्र में नहीं…।’ मंगलवार को जब यह बैनर नजर में आया तो हड़कंप मच गया। कुछ पोस्टर्स को स्थानीय लोगों ने फाड़ दिए। आनन-फानन में पुलिस भी मौके पर पहुंची। बैनर को फिलहाल उतार लिया गया है। पुलिस पोस्टर लगाने और लगवाने वालों की तलाश कर रही है। इस मामले में कुछ लोगों को चिह्नित किया गया है। अब जानिए पूरा मामला स्थानीय लोग बोले- भड़काने की कोशिश की जा रही मामला गोरखपुर में चिलुआताल थानाक्षेत्र के घोसीपुरवा मोहल्ले का है। यहां दुकान की शटर के ठीक ऊपर विवादित बैनर लगाया गया। इसी मोहल्ले की दीवारों पर भी पोस्टर्स नजर आए। ‘आई लव मोहम्मद’ के साथ पोस्टर में लिखा था- अगर कभी तेरे नाम पर जंग हो गई तो हम ऐसे बुझदिल भी पहली सफ में खड़े मिलेंगे। फिलहाल, स्थानीय लोगों इस पोस्टर को फाड़ दिया गया है। ये बैनर-पोस्टर किसकी दुकान के ऊपर और किसने लगाया गया है, यह स्पष्ट नहीं हो सका है। कुछ लोग जब बैनर का वीडियो बना रहे थे तो स्थानीय युवाओं ने विरोध भी किया। हालांकि मामला तूल पकड़े जाने की संभावना देखते हुए कुछ देर बाद बैनर हटा लिया गया। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया- बैनर पर लिखी बातें धमकी भरी प्रतीत हो रही थीं। यह उकसावे वाली लाइनें थीं। 2 फोटो देखिए… फिलहाल शांत है मामला
बैनर की बात चर्चा में आने के बाद पुलिस भी सक्रिय हो गई। मौके पर पुलिस पहुंची। वहां बैनर उतरवा लिया गया था। वहां पर फिलहाल शांति है। हालांकि इस मामले में बैनर लगाने वालों की तलाश चल रही है। किसने इस तरह के बैनर टांगे, इसपर पुलिस काम कर रही है। बताया जा रहा है कि इस तरह के कुछ और बैनर लगे थे। इस समय वहां कोई बैनर नजर नहीं आ रहा। पुलिस के अधिकारियों की ओर से कुछ लोगों को चिह्नित किया जा रहा है। अब जानिए आई लव मोहम्मद विवाद के बारे में… कानपुर के रावतपुर के सैय्यदनगर में 4 सितंबर को बारावफात पर चल रहे रोशनी के कार्यक्रम में ‘आई लव मोहम्मद’ का साइन बोर्ड लगाया गया। 5 सितंबर को इलाके में रहने वाले हिंदू संगठन के लोगों ने इसका विरोध किया। उनका कहना था- ‘आई लव मोहम्मद’ का साइन बोर्ड पहले कभी भी नहीं लगाया गया। यह नई परंपरा है। इसे बंद होना चाहिए। इसको लेकर हिंदू-मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोग आमने-सामने आ गए। इसके बाद पोस्टर और बैनर फाड़े गए। दोनों पक्षों के बीच नारेबाजी हुई। पुलिस ने 2 घंटे की मशक्कत से हालात को संभाला। 10 सितंबर को रावतपुर थाने में तैनात दरोगा पंकज शर्मा की तहरीर पर 12 नामजद समेत 25 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई। FIR दर्ज होने की खबर तेजी से फैल गई। शारदानगर में 19 सितंबर की दोपहर मुस्लिम समुदाय के गुस्साए लोगों ने FIR को वापस लेने की मांग करते हुए जुलूस निकाला। लोगों ने इस दौरान शासन के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों का कहना था कि क्या अब अपने पैगंबर का नाम लिखना भी गलत हो गया? ये FIR गलत हुई है। पुलिस को इसे वापस लेना चाहिए। कोई बेगुनाह अगर जेल भेजा गया, तो आंदोलन होगा। बरेली में हिंसा भड़की, मौलाना तौकीर समेत 80 से ज्यादा आरोपी अरेस्ट
कानपुर मामले को लेकर 26 सितंबर को बरेली में हिंसा भड़क उठी। मौलाना तौकीर रजा ने प्रदर्शन के लिए युवकों को बुलाया था। इस दौरान फायरिंग की गई। पुलिस को लाठीचार्ज कर हालात पर काबू करना पड़ा। मौलाना तौकीर रजा पर 7 समेत 10 मुकदमे दर्ज हुए हैं। मौलाना के करीबियों की करीब डेढ़ सौ करोड़ की संपत्ति जब्त हो चुकी है। बरेली हिंसा के बाद CM योगी ने एक कार्यक्रम में कहा था- मौलाना भूल गया कि शासन किसका है? वो मानता था कि धमकी देंगे और जबरदस्ती जाम कर देंगे। हमने कहा कि जाम नहीं होगा। कर्फ्यू भी नहीं लगने देंगे। ऐसा सबक सिखाएंगे कि तुम्हारी आने वाली पीढ़ियां दंगे करना भूल जाएंगी। CM ने कहा, कुछ लोग हैं, जिनको शांति व्यवस्था और लोक कल्याण अच्छा नहीं लगता। जब भी कोई हिंदुओं का त्योहार आता है, उनको गर्मी आने लगती है। उनकी गर्मी शांत करने के लिए हमें डेंटिंग-पेंटिंग का सहारा लेना पड़ता है। योगी ने कहा- इस्लाम में कहते हैं कि बुतपरस्ती का विरोध करते हैं। ये उनका विषय है, उनकी फिलॉस्फी है। हम तो मूर्तिपूजक हैं हम निराकार ब्रह्म की उपासना कहते हैं। वो लोग आई लव मोहम्मद कहकर शारदीय नवरात्र में माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। मां चंडी आप लोगों को माफ नहीं करेंगी। आप लोग अपने घरों में आस्था करिए। ये सुरक्षा के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे। ———————– ये खबर भी पढ़ें…. ‘I Love मोहम्मद’ लिखने पर सियासत:ओवैसी बोले- ये जुर्म नहीं…मुझे हर सजा मंजूर, कानपुर में FIR, लखनऊ, बरेली में प्रदर्शन कानपुर में ‘आई लव मोहम्मद’ लिखने पर 5 सितंबर को 25 लोगों के खिलाफ FIR हुई। इसके 10 दिन बाद AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने X पर लिखा- अगर आई लव मोहम्मद…लिखना जुर्म नहीं है। अगर है, तो इसकी हर सजा मंजूर है। पढ़ें पूरी खबर…