लखनऊ में गुरुवार को 65 साल के रिटायर्ड फौजी सत्यवीर गुर्जर CM जनता दरबार में पहुंचे। कहा- मैं जहर खाकर आया हूं। वो गाजियाबाद की लोनी सीट से विधायक नंद किशोर गुर्जर के खिलाफ उत्पीड़न की शिकायत करने पहुंचे थे। हालांकि, उस वक्त CM योगी जनता दरबार में नहीं थे। रिटायर्ड फौजी को सिविल अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल उनकी हालत ठीक है। रिटायर्ड फौजी को BJP विधायक से क्या परेशानी हुई? इसे समझने के लिए ‘दैनिक भास्कर’ टीम गाजियाबाद के लोनी के सिरौली इलाके में सत्यवीर के घर पहुंची। हमारी मुलाकात रिटायर्ड फौजी के बेटे से हुई। बातचीत में सामने आया कि भाजपा विधायक से फौजी का सीधा कोई विवाद नहीं है। फौजी का अपने चचेरे भाइयों से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। बेटे का कहना है कि विधायक पापा के भाइयों की मदद कर रहे हैं। उन्होंने मुझे फोन करके धमकाया। उसकी रिकॉर्डिंग मेरे पास है। विधायक के कहने पर ही हमारे घर का बिजली कनेक्शन काटा गया। 13 दिनों से हमारे घर पर लाइट नहीं है। विभाग के अफसर कहते हैं- आपके नाम पर जमीन नहीं है। हमने सारे दस्तावेज भी बनवाकर दिए। तब कहा गया कि विधायकजी से कहला दो। मेरे पापा बहुत परेशान थे। शायद इसी वजह से उन्होंने ऐसा कदम उठाया। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… फौजी के दोनों बेटे वकील, 2 मंजिला घर में रहते हैं
गाजियाबाद जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर लोनी क्षेत्र में बागपत बॉर्डर के नजदीक सिरौली गांव है। गांव की आबादी 8,500 है। यह गुर्जर बिरादरी बाहुल्य गांव है। इसी गांव के रहने वाले सत्यवीर गुर्जर एयरफोर्स में थे। घर में उनके अलावा पत्नी लक्ष्मी सिंह, 2 बेटे अतुल गुर्जर और अंकुर गुर्जर हैं। दोनों बेटे दिल्ली हाईकोर्ट के एडवोकेट भी हैं। 2 मंजिला घर में नीचे नौकर रहते हैं, ऊपरी मंजिल पर परिवार रहता है। गांव के लोग सत्यवीर को गनमैन के नाम से बुलाते हैं। गांव के लोगों का कहना है कि एक समय उनका गांव में काफी रसूख था। गांव के बाहर उनका ईंट-भट्ठा है। साल 2011 में किसान धर्मसिंह की हत्या कर दी गई थी। आरोप सत्यवीर गुर्जर, उनके बेटों और 3 अन्य लोगों पर लगा। पुलिस ने 5 लोगों को जेल भेज दिया था। इसके बाद ईंट-भट्ठा बंद हो गया। बेटा बोला- पिता ऐसा कदम उठाएंगे सोचा नहीं था गुरुवार को जब दैनिक भास्कर की टीम उनके घर पहुंची, तो हमें उनका नौकर मिला। हमने उससे अपना परिचय दिया। इसके बाद वह ऊपर की मंजिल पर गया और फौजी के घरवालों को बताया कि मीडियाकर्मी आए हैं। करीब 10 मिनट बाद सत्यवीर गुर्जर का बड़ा बेटा अतुल आया। उसने बरामदे में चारपाई डाली। हमने पूछा- क्या हुआ था? अतुल ने कहा- 19 अगस्त की सुबह पिता घर से कहकर गए थे कि मैं लखनऊ जा रहा हूं। उसके बाद उनसे बात भी नहीं हुई। वह पहले भी बाहर जाते रहे हैं, इसलिए कभी किसी ने नहीं सोचा कि वह गलत कदम उठा सकते हैं। 21 अगस्त की सुबह मेरे पिता के ही मोबाइल फोन से एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने पूछा- मैं दरोगा बोल रहा हूं, आपके पिता ने जहर खा लिया है, इन्हें अस्पताल लाया गया है। इसके बाद मैंने अपने छोटे भाई अंकुर को कॉल करके पूरी बात बताई। लखनऊ में मेरा छोटा भाई अंकुर पहुंच गया। वहां पता चला कि पापा ICU में हैं। भाजपा विधायक के कहने पर बिजली कनेक्शन काटा गया
हमने पूछा- ऐसी क्या समस्या आ गई, जो सत्यवीर को ये कदम उठाना पड़ा? इस पर अतुल ने बताया- पापा का उनके भाइयों से विवाद चल रहा है। भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर पापा के चचेरे भाइयों का सपोर्ट करते हैं। 10 अगस्त को उनके कहने पर ही 2006 का हमारा बिजली कनेक्शन काट दिया गया। हमने JE और बिजली विभाग के अधिकारियों को कॉल किया, मगर हमारा कनेक्शन नहीं जोड़ा गया। तमाम सिफारिश लगाईं, लेकिन उसके बाद भी कनेक्शन नहीं जुड़ा। फिर मेरठ से भाजपा विधायक और ऊर्जा मंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर से भी बात की, लेकिन कनेक्शन नहीं जोड़ा जा सका। सभी कागजात तैयार करवाए, लेकिन कनेक्शन नहीं जुड़ा
विभाग ने कहा कि पापा के नाम पर जमीन नहीं है। इसके बाद हमने 500 गज जमीन की रजिस्ट्री करा ली। हर वह दस्तावेज तैयार कराया, जिससे कनेक्शन जुड़ सकता था। इसके बाद हम XEN और दूसरे अधिकारियों के पास कागज ले गए, लेकिन उन्होंने फेंक दिया। कहा गया कि भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर से कहलवा दो, कनेक्शन जुड़ जाएगा। विधायक से हम डरने वाले नहीं बिजली का कनेक्शन कट जाने के बाद पिता बहुत परेशान हो गए थे। भाजपा विधायक कई बार धमकी दिलवा चुके हैं। उनकी ऑडियो और अन्य साक्ष्य भी हमारे पास हैं, जिन्हें जल्द ही मीडिया के सामने रखा जाएगा। पिता के खिलाफ विधायक ने जो बयान दिए, उससे हमें ठेस पहुंची है। हम बिल्कुल भी डरने वाले नहीं हैं। 13 दिन से बिजली नहीं, ट्रैक्टर से काम चला रहे बेटे ने कहा कि 13 दिन से हमारे घर पर बिजली नहीं है। ट्रैक्टर में अल्टीनेटर लगाकर काम चला रहे हैं। 2011 में किसान के मर्डर का क्या मामला है? इस पर फौजी के बेटे ने कहा- हम हाईकोर्ट से बरी हो चुके हैं। जिस व्यक्ति का 2011 में मर्डर हुआ था, उसने 2013 तक पेंशन ली। कोई साक्ष्य हमारे खिलाफ साबित नहीं हुए। फोरेंसिक में भी आया कि यह मानव रक्त नहीं है। एक्सईएन बोले- उनका पारिवारिक जमीन विवाद इस मामले में हमने लोनी के एक्सईएन हेमेंद्र सिंह से टेलीफोन पर बात की। उनका कहना है कि जहां पर सत्यवीर गुर्जर का घर बना है, उसमें 4 हिस्सेदार हैं। वह जमीन इनके खुद के नाम नहीं हैं। उस जमीन में इनकी बहन और 3 चचेरे भाइयों के नाम हैं। इनके नाम पर पूर्व से 3 किलोवाट का सिंगल फेस का घरेलू कनेक्शन था। इनके तीनों भाइयों ने इस पर आपत्ति जताई कहा कि जब घर की जमीन में नाम नहीं है, तो कनेक्शन गलत है। SDO ने मई 2025 में इन्हें नोटिस दिया कि अपने कनेक्शन संबंधी जमीन के दस्तावेज उपलब्ध कराएं। इसका कोई जबाव नहीं दिया गया। अगस्त में फिर से दूसरा नोटिस दिया गया। जिसके बाद 10 अगस्त को इनका बिजली कनेक्शन काटा गया। इन पर कई साल का 1,20,000 रुपए का बिल भी बकाया है, लेकिन इनका कनेक्शन बकाया बिल पर नहीं काटा गया। यह है कनेक्शन का नियम पावर कार्पोरेशन के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि घरेलू कनेक्शन किसी भी व्यक्ति या किराएदार को भी दिया जा सकता है। लेकिन जिसके नाम जमीन या वह घर है तो उनकी सहमति जरूरी है। इसके लिए सहमति के लिए भूमि स्वामी को लिखित में देना होता है। यदि जमीन का मालिक सहमति को खत्म कर लेता है तो फिर बिजली विभाग कनेक्शन काट देता है। सत्यवीर गुर्जर के मामले में कुछ ऐसा ही रहा होगा। फौजी ने खुद को कारगिल योद्धा बताया, कहा- विधायक नंद किशोर अत्याचारी
लखनऊ में सत्यवीर के पास जो एप्लिकेशन मिली है, उसमें उन्होंने खुद को कारगिल योद्धा और पूर्व फौजी बताया है। सत्यवीर ने लोनी से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए सीएम योगी से सुरक्षा की गुहार लगाई। सीएम योगी को लिखे लेटर में सब्जेक्ट की जगह सत्यवीर ने लिखा- अत्याचारी विधायक नंद किशोर गुर्जर द्वारा लोनी की जनता एक प्रार्थी के ऊपर दमन और अत्याचार के संबंध में… सत्यवीर गुर्जर ने लेटर में सीएम योगी को इष्ट देव (भगवान रूप) लिखकर संबोधित किया। अब पढ़िए सत्यवीर ने दैनिक भास्कर से जो बताया… मैं नंद किशोर गुर्जर के अत्याचारों से हार गया
सत्यवीर ने कहा- कलश यात्रा के बाद से नंद किशोर गुर्जर मुझसे दुश्मनी रखने लगे। बिजली विभाग के एक्सईएन से कहकर मेरा 1.70 लाख रुपए बिजली का बिल भिजवा दिया। मेरा 50 हजार रुपए बिजली का बिल था, जो मैंने जमा कर दिया। नंद किशोर लोनी में दमनकारी नीति अपना रहे हैं। नंद किशोर ने चिरौड़ी के भगत सिंह की हत्या करवा दी थी। उस मामले में कुछ नहीं हुआ। नंद किशोर मेरी और मेरे परिवार की हत्या कराना चाहते हैं। मैं आज सुबह मुख्यमंत्री जनता दरबार पहुंचा। अंदर जाने से पहले ही सल्फॉस खा लिया। देश के लिए दो युद्ध लड़ा और जीता, लेकिन देश के अंदर हार गया। पढ़िए सत्यवीर गुर्जर ने जो कुछ सोशल मीडिया पर लिखा था… विधायक नंद किशोर बोले- मेरा इस केस से कोई लेना-देना नहीं
इस मामले पर भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर से दैनिक भास्कर ने बातचीत की। उन्होंने कहा- जिस व्यक्ति ने जहर खाया, उसको मैं नहीं जानता। न ही यह व्यक्ति कभी मुझसे मिला। अगर वह आरोप साबित कर देगा तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। पंचायत और विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं। इसलिए विरोधियों ने यह साजिश रची है। मैंने इस शख्स की जानकारी कराई। इसके भाई का एक वीडियो भी पहले सामने आया था। यह व्यक्ति फर्जी तरीके से नौकरी लगवाने के मामले में आर्मी से सस्पेंड हुआ था, जिसका केस चल रहा है। कुछ समय पहले इसी सत्यवीर गुर्जर और इसके बेटे ने एक आदमी का मर्डर किया था। उसकी लाश को भट्ठे में फेंक दिया था। लोनी थाने में दोनों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज है। दोनों उस मामले में जेल भी गए थे। विधायक ने कहा- यह व्यक्ति अपने भाई का मकान कब्जा रहा है। इस मामले में सीएम पोर्टल पर उसके भाई ने शिकायत की थी। इसमें बिजली विभाग ने कनेक्शन काटने का भी आदेश दिया। वह अपराधी है और उस पर अलग-अलग थानों में केस दर्ज हैं। मेरा इस पूरे मामले से कोई लेना-देना नहीं। मेरी छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा। अब इस व्यक्ति को जेल नहीं जाना पड़े, इसलिए इस तरह के निराधार आरोप बना रहा। ……………
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CM दरबार पहुंचा रिटायर्ड फौजी, बोला- मैंने जहर खाया, MLA नंद किशोर से मुझे खतरा, वो गाजियाबाद में ‘नंदू टैक्स’ वसूल रहे लखनऊ में सीएम के जनता दरबार में गुरुवार को एक रिटायर्ड फौजी पहुंचा। अंदर पहुंचते ही उसने वहां मौजूद लोगों से कहा- मैं जहर खाकर आया हूं। यह पता लगते ही हड़कंप मच गया। आनन-फानन में रिटायर्ड फौजी को सिविल अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल, उनकी हालत ठीक है। डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर…
गाजियाबाद जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर लोनी क्षेत्र में बागपत बॉर्डर के नजदीक सिरौली गांव है। गांव की आबादी 8,500 है। यह गुर्जर बिरादरी बाहुल्य गांव है। इसी गांव के रहने वाले सत्यवीर गुर्जर एयरफोर्स में थे। घर में उनके अलावा पत्नी लक्ष्मी सिंह, 2 बेटे अतुल गुर्जर और अंकुर गुर्जर हैं। दोनों बेटे दिल्ली हाईकोर्ट के एडवोकेट भी हैं। 2 मंजिला घर में नीचे नौकर रहते हैं, ऊपरी मंजिल पर परिवार रहता है। गांव के लोग सत्यवीर को गनमैन के नाम से बुलाते हैं। गांव के लोगों का कहना है कि एक समय उनका गांव में काफी रसूख था। गांव के बाहर उनका ईंट-भट्ठा है। साल 2011 में किसान धर्मसिंह की हत्या कर दी गई थी। आरोप सत्यवीर गुर्जर, उनके बेटों और 3 अन्य लोगों पर लगा। पुलिस ने 5 लोगों को जेल भेज दिया था। इसके बाद ईंट-भट्ठा बंद हो गया। बेटा बोला- पिता ऐसा कदम उठाएंगे सोचा नहीं था गुरुवार को जब दैनिक भास्कर की टीम उनके घर पहुंची, तो हमें उनका नौकर मिला। हमने उससे अपना परिचय दिया। इसके बाद वह ऊपर की मंजिल पर गया और फौजी के घरवालों को बताया कि मीडियाकर्मी आए हैं। करीब 10 मिनट बाद सत्यवीर गुर्जर का बड़ा बेटा अतुल आया। उसने बरामदे में चारपाई डाली। हमने पूछा- क्या हुआ था? अतुल ने कहा- 19 अगस्त की सुबह पिता घर से कहकर गए थे कि मैं लखनऊ जा रहा हूं। उसके बाद उनसे बात भी नहीं हुई। वह पहले भी बाहर जाते रहे हैं, इसलिए कभी किसी ने नहीं सोचा कि वह गलत कदम उठा सकते हैं। 21 अगस्त की सुबह मेरे पिता के ही मोबाइल फोन से एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने पूछा- मैं दरोगा बोल रहा हूं, आपके पिता ने जहर खा लिया है, इन्हें अस्पताल लाया गया है। इसके बाद मैंने अपने छोटे भाई अंकुर को कॉल करके पूरी बात बताई। लखनऊ में मेरा छोटा भाई अंकुर पहुंच गया। वहां पता चला कि पापा ICU में हैं। भाजपा विधायक के कहने पर बिजली कनेक्शन काटा गया
हमने पूछा- ऐसी क्या समस्या आ गई, जो सत्यवीर को ये कदम उठाना पड़ा? इस पर अतुल ने बताया- पापा का उनके भाइयों से विवाद चल रहा है। भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर पापा के चचेरे भाइयों का सपोर्ट करते हैं। 10 अगस्त को उनके कहने पर ही 2006 का हमारा बिजली कनेक्शन काट दिया गया। हमने JE और बिजली विभाग के अधिकारियों को कॉल किया, मगर हमारा कनेक्शन नहीं जोड़ा गया। तमाम सिफारिश लगाईं, लेकिन उसके बाद भी कनेक्शन नहीं जुड़ा। फिर मेरठ से भाजपा विधायक और ऊर्जा मंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर से भी बात की, लेकिन कनेक्शन नहीं जोड़ा जा सका। सभी कागजात तैयार करवाए, लेकिन कनेक्शन नहीं जुड़ा
विभाग ने कहा कि पापा के नाम पर जमीन नहीं है। इसके बाद हमने 500 गज जमीन की रजिस्ट्री करा ली। हर वह दस्तावेज तैयार कराया, जिससे कनेक्शन जुड़ सकता था। इसके बाद हम XEN और दूसरे अधिकारियों के पास कागज ले गए, लेकिन उन्होंने फेंक दिया। कहा गया कि भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर से कहलवा दो, कनेक्शन जुड़ जाएगा। विधायक से हम डरने वाले नहीं बिजली का कनेक्शन कट जाने के बाद पिता बहुत परेशान हो गए थे। भाजपा विधायक कई बार धमकी दिलवा चुके हैं। उनकी ऑडियो और अन्य साक्ष्य भी हमारे पास हैं, जिन्हें जल्द ही मीडिया के सामने रखा जाएगा। पिता के खिलाफ विधायक ने जो बयान दिए, उससे हमें ठेस पहुंची है। हम बिल्कुल भी डरने वाले नहीं हैं। 13 दिन से बिजली नहीं, ट्रैक्टर से काम चला रहे बेटे ने कहा कि 13 दिन से हमारे घर पर बिजली नहीं है। ट्रैक्टर में अल्टीनेटर लगाकर काम चला रहे हैं। 2011 में किसान के मर्डर का क्या मामला है? इस पर फौजी के बेटे ने कहा- हम हाईकोर्ट से बरी हो चुके हैं। जिस व्यक्ति का 2011 में मर्डर हुआ था, उसने 2013 तक पेंशन ली। कोई साक्ष्य हमारे खिलाफ साबित नहीं हुए। फोरेंसिक में भी आया कि यह मानव रक्त नहीं है। एक्सईएन बोले- उनका पारिवारिक जमीन विवाद इस मामले में हमने लोनी के एक्सईएन हेमेंद्र सिंह से टेलीफोन पर बात की। उनका कहना है कि जहां पर सत्यवीर गुर्जर का घर बना है, उसमें 4 हिस्सेदार हैं। वह जमीन इनके खुद के नाम नहीं हैं। उस जमीन में इनकी बहन और 3 चचेरे भाइयों के नाम हैं। इनके नाम पर पूर्व से 3 किलोवाट का सिंगल फेस का घरेलू कनेक्शन था। इनके तीनों भाइयों ने इस पर आपत्ति जताई कहा कि जब घर की जमीन में नाम नहीं है, तो कनेक्शन गलत है। SDO ने मई 2025 में इन्हें नोटिस दिया कि अपने कनेक्शन संबंधी जमीन के दस्तावेज उपलब्ध कराएं। इसका कोई जबाव नहीं दिया गया। अगस्त में फिर से दूसरा नोटिस दिया गया। जिसके बाद 10 अगस्त को इनका बिजली कनेक्शन काटा गया। इन पर कई साल का 1,20,000 रुपए का बिल भी बकाया है, लेकिन इनका कनेक्शन बकाया बिल पर नहीं काटा गया। यह है कनेक्शन का नियम पावर कार्पोरेशन के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि घरेलू कनेक्शन किसी भी व्यक्ति या किराएदार को भी दिया जा सकता है। लेकिन जिसके नाम जमीन या वह घर है तो उनकी सहमति जरूरी है। इसके लिए सहमति के लिए भूमि स्वामी को लिखित में देना होता है। यदि जमीन का मालिक सहमति को खत्म कर लेता है तो फिर बिजली विभाग कनेक्शन काट देता है। सत्यवीर गुर्जर के मामले में कुछ ऐसा ही रहा होगा। फौजी ने खुद को कारगिल योद्धा बताया, कहा- विधायक नंद किशोर अत्याचारी
लखनऊ में सत्यवीर के पास जो एप्लिकेशन मिली है, उसमें उन्होंने खुद को कारगिल योद्धा और पूर्व फौजी बताया है। सत्यवीर ने लोनी से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए सीएम योगी से सुरक्षा की गुहार लगाई। सीएम योगी को लिखे लेटर में सब्जेक्ट की जगह सत्यवीर ने लिखा- अत्याचारी विधायक नंद किशोर गुर्जर द्वारा लोनी की जनता एक प्रार्थी के ऊपर दमन और अत्याचार के संबंध में… सत्यवीर गुर्जर ने लेटर में सीएम योगी को इष्ट देव (भगवान रूप) लिखकर संबोधित किया। अब पढ़िए सत्यवीर ने दैनिक भास्कर से जो बताया… मैं नंद किशोर गुर्जर के अत्याचारों से हार गया
सत्यवीर ने कहा- कलश यात्रा के बाद से नंद किशोर गुर्जर मुझसे दुश्मनी रखने लगे। बिजली विभाग के एक्सईएन से कहकर मेरा 1.70 लाख रुपए बिजली का बिल भिजवा दिया। मेरा 50 हजार रुपए बिजली का बिल था, जो मैंने जमा कर दिया। नंद किशोर लोनी में दमनकारी नीति अपना रहे हैं। नंद किशोर ने चिरौड़ी के भगत सिंह की हत्या करवा दी थी। उस मामले में कुछ नहीं हुआ। नंद किशोर मेरी और मेरे परिवार की हत्या कराना चाहते हैं। मैं आज सुबह मुख्यमंत्री जनता दरबार पहुंचा। अंदर जाने से पहले ही सल्फॉस खा लिया। देश के लिए दो युद्ध लड़ा और जीता, लेकिन देश के अंदर हार गया। पढ़िए सत्यवीर गुर्जर ने जो कुछ सोशल मीडिया पर लिखा था… विधायक नंद किशोर बोले- मेरा इस केस से कोई लेना-देना नहीं
इस मामले पर भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर से दैनिक भास्कर ने बातचीत की। उन्होंने कहा- जिस व्यक्ति ने जहर खाया, उसको मैं नहीं जानता। न ही यह व्यक्ति कभी मुझसे मिला। अगर वह आरोप साबित कर देगा तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। पंचायत और विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं। इसलिए विरोधियों ने यह साजिश रची है। मैंने इस शख्स की जानकारी कराई। इसके भाई का एक वीडियो भी पहले सामने आया था। यह व्यक्ति फर्जी तरीके से नौकरी लगवाने के मामले में आर्मी से सस्पेंड हुआ था, जिसका केस चल रहा है। कुछ समय पहले इसी सत्यवीर गुर्जर और इसके बेटे ने एक आदमी का मर्डर किया था। उसकी लाश को भट्ठे में फेंक दिया था। लोनी थाने में दोनों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज है। दोनों उस मामले में जेल भी गए थे। विधायक ने कहा- यह व्यक्ति अपने भाई का मकान कब्जा रहा है। इस मामले में सीएम पोर्टल पर उसके भाई ने शिकायत की थी। इसमें बिजली विभाग ने कनेक्शन काटने का भी आदेश दिया। वह अपराधी है और उस पर अलग-अलग थानों में केस दर्ज हैं। मेरा इस पूरे मामले से कोई लेना-देना नहीं। मेरी छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा। अब इस व्यक्ति को जेल नहीं जाना पड़े, इसलिए इस तरह के निराधार आरोप बना रहा। ……………
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