प्रयागराज में क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर तरुण पांडेय ने अपनी लाइसेंसी राइफल से सिर में गोली मारकर सुसाइड कर लिया। वह वाराणसी में तैनात थे, लेकिन कुछ दिनों से प्रयागराज स्थित अपने घर पर ही अकेले रहते थे। रीढ़ की हड्डी में बीमारी के चलते वह परेशान थे। रविवार शाम करीब 5 बजे उन्होंने ट्रैफिक चौराहे के पास स्थित म्योर रोड पर स्थित अपने मकान पर सुसाइड किया। बेड पर उनका शव पड़ा मिला। गोली की आवाज सुनने पर आसपास के लोग दौड़े, अंदर से गेट बंद था और आवाज देने पर कोई रिस्पान्स नहीं आया तो 112 नंबर पर फोन कर पुलिस बुलाई। पुलिस गेट फांदकर पहुंची तो इंस्पेक्टर बेड पर मृत अवस्था में खून से लथपथ मिले। सितंबर में गैरहाजिर होने के चलते इन्हें सस्पेंड किया गया था। दिल्ली से उनका इलाज चल रहा था। 12 सितंबर 2024 को सस्पेंड किए गए
पुलिस जांच में पता चला कि इंस्पेक्टर तरुण पांडेय वाराणसी क्राइम ब्रांच की विवेचना शाखा में तैनात थे। सितंबर 2024 में छुट्टी पूरी होने के बाद भी ड्यूटी पर नहीं लौटे तो 12 सितंबर 2024 को इनको सस्पेंड कर दिया था। 15 सिंतबर 2024 को पुलिस लाइन में इन्होंने आमद कराई। 20 नवंबर 2024 को विभाग ने निलंबन से बहाल किया। इसके बावजूद इन्होंने जॉइन नहीं किया और गैरहाजिर रहे। मूल रूप से गोंडा के रहने वाले थे इंस्पेक्ट
52 साल के इंस्पेक्टर तरुण पांडेय गोंडा जिले के बैजलपुर गांव के रहने थे। पड़ोसी ने बताया- रविवार को शाम करीब 5 बजे तरुण पांडेय के मकान से गोली चलने की आवाज सुनाई दी। आसपास रहने वाले लोगों को पहले लगा कि ठीक बगल में ही पुलिस लाइन है तो शायद वहां से आवाज आई है। इंस्पेक्टर के घर से गोली चलने की आशंका पर पुलिस बुलाई। बेड पर गिरे थे, पैर के पास राइफल पड़ी थी
इंस्पेक्टर तरुण पांडेय ने कनपटी में गोली मारी थी। उनके सिर से खून बह रहा था। दोनों पैर जमीन की तरफ थे और पैर के बीच में राइफल पड़ी हुई थी। हाफ पैंट और बनियाइन पहने इंस्पेक्टर का आधा शरीर बेड पर और पैर बेड से नीचे लटका था। जमीन पर बीयर की एक बोतल भी गिरी थी। इंस्पेक्टर के एक हाथ में उनका मोबाइल था, जिसमें दिख रहा था कि वह किसी को वॉयस रिकॉर्डिंग भेजने जा रहे थे। वॉयस रिकॉर्डर ऑन था, हालांकि क्या कुछ रिकॉर्ड हो पाया था या नहीं, इस पर पुलिस अभी कुछ बता नहीं पा रही है। वह किसको रिकॉर्डिंग भेज रहे थे। यह पता नहीं चल पाया है। DCP सिटी अभिषेक भारती ने कहा- इंस्पेक्टर ने सुसाइड किया है। राइफल को जब्त कर लिया गया। इंस्पेक्टर यहां अकेले थे, इसलिए शव को पोस्टमॉर्टम हाउस भेज दिया गया। इसकी सूचना परिवार वालों को दे दी गई। एक गोली मिस हुई तो दूसरी मारी
पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके से सबूत जुटाए हैं। कमरे की तलाशी में टीम ने पाया कि एक गोली मिस हो गई, जबकि दूसरी गोली गले के निचले हिस्से को चीरती हुई सिर के ऊपरी हिस्से से आरपार हो गई। इसके बाद गोली कमरे में लगे पंखे के पास छत पर जा लगी। छत का प्लास्टर उखड़ गया। खून से लथपथ इंस्पेक्टर का चेहरा पहचानना मुश्किल हो रहा था। क्योंकि, गले में गोली लगने के बाद सिर से पार हो गई थी। इससे उनकी आंखें तक बाहर निकल आई थीं। पत्नी बेटे के पास बेंगलुरु गई थी
प्रयागराज के थरवई के रहने वाले सुनील यादव इंस्पेक्टर तरुण पांडेय की कार चलाते थे। उसने बताया कि साहब ने हमें 10 दिन पहले छुट्टी दी थी और कहा था कि तुम अपने घर जाओ। हम इलाज के लिए दिल्ली जा रहे हैं। दिल्ली से आने पर हम कॉल करके बुलाएंगे। शनिवार को ही वह दिल्ली से प्रयागराज लौटे थे। पत्नी पूनम पांडेय होली के समय ही बेटे ईशान के पास बेंगलुरु गई थीं। मार्च में ही उन्हाेंने अपनी बेटी अंशु की शादी की थी। रविवार की देर रात बेटी अंशु पति के साथ लखनऊ से प्रयागराज स्थित अपने पापा के घर पहुंच गईं। देर रात गोंडा से इंस्पेक्टर के परिवार और सगे संबंधी भी आ गए। ACP कर्नलगंज राजीव यादव ने बताया- हर पहलुओं पर जांच की जा रही है। पुलिस ने मोबाइल को कब्जे में ले लिया है। यह पता लगाया जा रहा कि आखिर किन कारणों से तरुण ने खुद को गोली मारी है। —————- उधर मुजफ्फरनगर में सिपाही ने सुसाइड कर लिया, पढ़िए- मुजफ्फरनगर में सिपाही ने गोली मारकर की आत्महत्या: रेलवे ट्रैक पर मिली लाश, कार्बाइन से किया फायर मुजफ्फरनगर में सोमवार देर शाम रेलवे ट्रैक पर एक सिपाही की लहूलुहान लाश मिली। सिपाही रुपेंद्र सिंह ने अपनी कार्बाइन से गोली मारकर सुसाइड किया। सूचना पर SP सिटी सत्य नारायण प्रजापति ने बताया- मौके से उसका बैग, कार्बाइन, एक गोली का खोखा और एक कारतूस बरामद हुई है। सिपाही रुपेंद्र मूल रूप से बुलंदशहर जिले के रहने वाले थे। वह पुलिस लाइन में तैनात थे। 2023 से मुजफ्फरनगर के जिला विधिक सचिव के गनर थे। पढ़ें पूरी खबर…
पुलिस जांच में पता चला कि इंस्पेक्टर तरुण पांडेय वाराणसी क्राइम ब्रांच की विवेचना शाखा में तैनात थे। सितंबर 2024 में छुट्टी पूरी होने के बाद भी ड्यूटी पर नहीं लौटे तो 12 सितंबर 2024 को इनको सस्पेंड कर दिया था। 15 सिंतबर 2024 को पुलिस लाइन में इन्होंने आमद कराई। 20 नवंबर 2024 को विभाग ने निलंबन से बहाल किया। इसके बावजूद इन्होंने जॉइन नहीं किया और गैरहाजिर रहे। मूल रूप से गोंडा के रहने वाले थे इंस्पेक्ट
52 साल के इंस्पेक्टर तरुण पांडेय गोंडा जिले के बैजलपुर गांव के रहने थे। पड़ोसी ने बताया- रविवार को शाम करीब 5 बजे तरुण पांडेय के मकान से गोली चलने की आवाज सुनाई दी। आसपास रहने वाले लोगों को पहले लगा कि ठीक बगल में ही पुलिस लाइन है तो शायद वहां से आवाज आई है। इंस्पेक्टर के घर से गोली चलने की आशंका पर पुलिस बुलाई। बेड पर गिरे थे, पैर के पास राइफल पड़ी थी
इंस्पेक्टर तरुण पांडेय ने कनपटी में गोली मारी थी। उनके सिर से खून बह रहा था। दोनों पैर जमीन की तरफ थे और पैर के बीच में राइफल पड़ी हुई थी। हाफ पैंट और बनियाइन पहने इंस्पेक्टर का आधा शरीर बेड पर और पैर बेड से नीचे लटका था। जमीन पर बीयर की एक बोतल भी गिरी थी। इंस्पेक्टर के एक हाथ में उनका मोबाइल था, जिसमें दिख रहा था कि वह किसी को वॉयस रिकॉर्डिंग भेजने जा रहे थे। वॉयस रिकॉर्डर ऑन था, हालांकि क्या कुछ रिकॉर्ड हो पाया था या नहीं, इस पर पुलिस अभी कुछ बता नहीं पा रही है। वह किसको रिकॉर्डिंग भेज रहे थे। यह पता नहीं चल पाया है। DCP सिटी अभिषेक भारती ने कहा- इंस्पेक्टर ने सुसाइड किया है। राइफल को जब्त कर लिया गया। इंस्पेक्टर यहां अकेले थे, इसलिए शव को पोस्टमॉर्टम हाउस भेज दिया गया। इसकी सूचना परिवार वालों को दे दी गई। एक गोली मिस हुई तो दूसरी मारी
पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके से सबूत जुटाए हैं। कमरे की तलाशी में टीम ने पाया कि एक गोली मिस हो गई, जबकि दूसरी गोली गले के निचले हिस्से को चीरती हुई सिर के ऊपरी हिस्से से आरपार हो गई। इसके बाद गोली कमरे में लगे पंखे के पास छत पर जा लगी। छत का प्लास्टर उखड़ गया। खून से लथपथ इंस्पेक्टर का चेहरा पहचानना मुश्किल हो रहा था। क्योंकि, गले में गोली लगने के बाद सिर से पार हो गई थी। इससे उनकी आंखें तक बाहर निकल आई थीं। पत्नी बेटे के पास बेंगलुरु गई थी
प्रयागराज के थरवई के रहने वाले सुनील यादव इंस्पेक्टर तरुण पांडेय की कार चलाते थे। उसने बताया कि साहब ने हमें 10 दिन पहले छुट्टी दी थी और कहा था कि तुम अपने घर जाओ। हम इलाज के लिए दिल्ली जा रहे हैं। दिल्ली से आने पर हम कॉल करके बुलाएंगे। शनिवार को ही वह दिल्ली से प्रयागराज लौटे थे। पत्नी पूनम पांडेय होली के समय ही बेटे ईशान के पास बेंगलुरु गई थीं। मार्च में ही उन्हाेंने अपनी बेटी अंशु की शादी की थी। रविवार की देर रात बेटी अंशु पति के साथ लखनऊ से प्रयागराज स्थित अपने पापा के घर पहुंच गईं। देर रात गोंडा से इंस्पेक्टर के परिवार और सगे संबंधी भी आ गए। ACP कर्नलगंज राजीव यादव ने बताया- हर पहलुओं पर जांच की जा रही है। पुलिस ने मोबाइल को कब्जे में ले लिया है। यह पता लगाया जा रहा कि आखिर किन कारणों से तरुण ने खुद को गोली मारी है। —————- उधर मुजफ्फरनगर में सिपाही ने सुसाइड कर लिया, पढ़िए- मुजफ्फरनगर में सिपाही ने गोली मारकर की आत्महत्या: रेलवे ट्रैक पर मिली लाश, कार्बाइन से किया फायर मुजफ्फरनगर में सोमवार देर शाम रेलवे ट्रैक पर एक सिपाही की लहूलुहान लाश मिली। सिपाही रुपेंद्र सिंह ने अपनी कार्बाइन से गोली मारकर सुसाइड किया। सूचना पर SP सिटी सत्य नारायण प्रजापति ने बताया- मौके से उसका बैग, कार्बाइन, एक गोली का खोखा और एक कारतूस बरामद हुई है। सिपाही रुपेंद्र मूल रूप से बुलंदशहर जिले के रहने वाले थे। वह पुलिस लाइन में तैनात थे। 2023 से मुजफ्फरनगर के जिला विधिक सचिव के गनर थे। पढ़ें पूरी खबर…